नई दिल्ली, 03 जनवरी (The News Air): वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के अंतर्गत उद्योग एवं आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (डीपीआईआईटी) ने गुरुवार को स्टार्टअप पॉलिसी फोरम (एसपीएफ) के साथ एक महत्वपूर्ण समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। इस साझेदारी का उद्देश्य भारत के स्टार्टअप इकोसिस्टम को वैश्विक स्तर पर बढ़ावा देना और उसे एक स्थिर और समृद्ध मार्गदर्शन प्रदान करना है। स्टार्टअप पॉलिसी फोरम, जो कि देश की अग्रणी कंपनियों का प्रतिनिधित्व करता है, इस समझौते के माध्यम से भारत को वैश्विक नवाचार केंद्र बनाने के मिशन में अहम भूमिका निभाएगा।
राष्ट्रीय स्टार्टअप सप्ताह में समझौते की घोषणा : यह ऐतिहासिक समझौता 15-16 जनवरी को भारत मंडपम में आयोजित राष्ट्रीय स्टार्टअप सप्ताह समारोह के दौरान सार्वजनिक किया जाएगा। इस दौरान स्टार्टअप पॉलिसी फोरम और डीपीआईआईटी के सदस्य एक विशेष इमर्सिव कार्यक्रम का आयोजन करेंगे, जो भारतीय स्टार्टअप्स को वैश्विक निवेशकों से जोड़ने का काम करेगा।
समझौता का उद्देश्य और महत्व : इस अवसर पर, स्टार्टअप इंडिया के संयुक्त सचिव श्री संजीव ने कहा कि इस सहयोग से स्टार्टअप्स के लिए अनुकूल माहौल तैयार होगा, जिससे वे बढ़ सकेंगे और भारत का वैश्विक नवाचार केंद्र बनने का सपना साकार होगा। उन्होंने यह भी कहा कि स्टार्टअप पॉलिसी फोरम के सदस्य भारतीय उद्यमिता की भावना को जागृत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।
श्वेता राजपाल कोहली का बयान : स्टार्टअप पॉलिसी फोरम की अध्यक्ष और सीईओ श्वेता राजपाल कोहली ने कहा, “यह गठबंधन एक सुदृढ़ और संपन्न स्टार्टअप इकोसिस्टम बनाने के लिए दोनों पक्षों की साझा आकांक्षाओं को दर्शाता है। हमारा उद्देश्य भारत को वैश्विक नवाचार मानचित्र पर मजबूत स्थान दिलाना और उद्यमियों को उनके पूर्ण क्षमता तक पहुंचने के लिए सशक्त बनाना है।”