सिडनी, 21 अगस्त (The News Air) फीफा महिला विश्व कप ट्रॉफी पर एक नया नाम दर्ज हो गया। स्पेन की टीम ने रविवार को इंग्लैंड को 1-0 से हराकर खिताब पर कब्जा कर लिया। इस प्रकार स्पेन की टीम यह खिताब हासिल करने वाली पांचवीं टीम बन गई।
समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, ओल्गा कार्मोना ने मैच के 29वें मिनट में किए गए गोल से यह सुनिश्चित कर दिया कि जर्मनी के बाद पुरुष और महिला दोनों विश्व कप खिताब जीतने वाला स्पेन दूसरा देश बने। 2010 में स्पेन की पुरुषों की टीम ने खिताब जीता था।
स्पेन की एताना बोनमती और सलमा पारलुएलो ने क्रमशः गोल्डन बॉल और सर्वश्रेष्ठ युवा खिलाड़ी का पुरस्कार जीता। इंग्लैंड की मैरी इयरप्स को गोल्डन ग्लव पुरस्कार से सम्मानित किया गया, जबकि गोल्डन बूट जापान की हिनाता मियाज़ावा को दिया गया, जिन्होंने टूर्नामेंट में सर्वाधिक पांच गोल किए।
सेमीफाइनल में इंग्लैंड की टीम ने सह-मेजबान ऑस्ट्रेलिया को 3-1 से हराकर फाइनल में जगह बनाई थी, जबकि स्पेन ने कड़ी टक्कर के स्वीडन को 2-1 से हराया था।
स्पेन की टीम एलेक्सिया पुटेलस की जगह पारलुएलो को शामिल करते हुए खचाखच भरे स्टेडियम में 4-3-3 के फॉर्मेशन के साथ उतरी, जबकि इंग्लैंड ने लॉरेन जेम्स के निलंबन के बाद फिर से उपलब्ध होने के बावजूद अपनी शुरुआती लाइन-अप को अपरिवर्तित रखा।
दोनों पक्षों की सबसे हालिया भिड़ंत यूईएफए महिला यूरो 2022 क्वार्टर फाइनल में थी, जहां इंग्लैंड ने अतिरिक्त समय में स्पेन पर 2-1 से जीत हासिल की थी।
एक समान शुरुआत में दोनों पक्षों ने लगातार मौके बनाए। लॉरेन हेम्प 16वें मिनट में इंग्लैंड को आगे करने के करीब थीं, लेकिन उनके बाएं पैर से किया गया हमला बार पर जा टकराया।
स्पेन ने एक मिनट बाद जवाबी हमला किया। पारलुएलो कार्मोना का प्रयास अंत तक पहुंचने में विफल रहा। ला रोजा 29वें मिनट में आगे हो गईं, जब उन्होंने मिडफ़ील्ड में गेंट पर कब्ज़ा हासिल कर लिया। टेरेसा एबेलेइरा गेंद को बाईं ओर लेे गईं और मैरियोना कैल्डेंटे ने इसे कार्मोना के लिए रखा, जिसने पहली बार गेंद पर रॉकेट की तरह प्रहार किया, जो इग्लैंड की गोलकीपर इयरप्स को छकाकर आगे निकल गया और स्पेन की टीम 1-0 से आगे हो गई।
मध्यांतर के तुरंत बाद स्पेन के पास अपनी बढ़त को दोगुना करने का मौका था, लेकिन पारलुएलो के प्रयास विफल रहा। ब्रेक के बाद स्पेन ने कई मौके बनाए।कैल्डेंटी ने ईयरप्स को एक हाथ से बचाने के लिए मजबूर किया, जबकि बोनमती ने बार पर प्रहार किया।
64वें मिनट में, गेंद केइरा वॉल्श के हाथ में लगी और रेफरी ने लंबी वीएआर जांच के बाद पेनाल्टी दे दी, लेकिन इयरप्स ने जेनिफर हर्मोसो के प्रयास को विफल कर दिया।
जेम्स ने 76वें मिनट में स्पेन के गोलकीपर कैटा कोल काे छकाया, लेकिन उनका प्रयास विफल हो गया। अंतिम मिनटों में स्पेन खतरनाक बना रहा। लेकिन इयरप्स ने ओना बैटल के हमले का बचाव किया। आखिरी छड़ों में इंग्लैंड की टीम ने कुछ अच्छे मूूव बनाए, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। चार साल पहले राउंड ऑफ़ 16 में बाहर होने और 2015 में ग्रुप चरण से आगे बढ़ने में विफल रहने के बाद, महिला विश्व कप में स्पेन की यह तीसरी उपस्थिति थी।