लुधियाना (The News Air)पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या के बाद उसके परिवार द्वारा उसका भोग व बरसी कर दी गई है। इसके बीच गांव मूसेवाला का रहने वाला जगमोहन उत्तर प्रदेश के कानपुर में करौली दरबार पहुंचा। जहां उसने अपना परिचय दिया कि वह मूसेवाला के गांव से है। इसके बाद बाबा संतोष भदौरिया ने उसे कहा कि सिद्धू मूसेवाला बच्चे की आत्मा को मुक्ति नहीं मिली है।
उसके परिवार से वह जाकर कहे कि कानपुर में करौली दरबार पहुंच उसकी मुक्ति करवाए। मूसेवाला की आत्मा की मुक्ति का दरबार में कोई पैसा नहीं लिया जाएगा। बाबा ने कहा कि सिद्धू के परिवार से जाकर वह कहे कि मूसेवाला का मर्डर हुआ है, इसलिए उसकी आत्मा कष्ट में है।
परिवार करेगा विचार
इस पर सिद्धू मूसेवाला के ताया चमकौर सिंह के मुताबिक सिख धर्म में ऐसा मुक्ति वाला कुछ नहीं है। वह सिद्धू की बरसी भी कर चुके हैं, लेकिन फिर भी यदि किसी धर्म का महात्मा यह बात करता है तो जरूर परिवार में बैठकर विचार किया जाएगा।
बता दें सिद्धू मूसेवाला की बरसी 19 मार्च को थी। परिवार ने सरकार का खूब विरोध भी किया था। परिवार का आरोप था कि मूसेवाला की बरसी पर लोग ज्यादा न पहुंच सके, इसलिए अमृतपाल पर कार्रवाई की। हालांकि इसके बाद भी बरसी वाले दिन बड़ी संख्या में मूसेवाला के समर्थक मानसा की दाना मंडी में पहुंचे थे।
पिछले साल 29 मई को सिद्धू मूसेवाला को गोलियां मारकर हत्या कर दी गई थी।
29 मई शाम को हुई थी मूसेवाला की हत्या
पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की 29 मई रविवार शाम साढ़े 5 बजे मानसा के गांव जवाहरके में हत्या कर दी गई थी। मूसेवाला पर करीब 40 राउंड फायरिंग की गई थी। मूसेवाला के शरीर पर 19 जख्म मिले थे। इनमें 7 गोलियां सीधी मूसेवाला को लगी थीं। गोली लगने के 15 मिनट के भीतर मूसेवाला की मौत हो गई थी।
बोलेरो और कोरोला गाड़ी से पीछा कर थार जीप से जा रहे मूसेवाला का कत्ल किया गया था। उस वक्त मूसेवाला के साथ गनमैन नहीं थे। गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई ने दावा किया था कि सिद्धू मूसेवाला की हत्या गोल्डी बराड़ ने करवाई थी।