Karnataka Chief Minister Change: कर्नाटक (Karnataka) की राजनीति एक बार फिर बदलाव की संभावनाओं को लेकर चर्चा में आ गई है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे (Mallikarjun Kharge) ने मुख्यमंत्री बदले जाने के सवाल पर बयान देकर राजनीतिक हलचल को और हवा दे दी है। खरगे ने सोमवार को मीडिया से बातचीत में साफ किया कि मुख्यमंत्री पद को लेकर अंतिम निर्णय पार्टी आलाकमान (High Command) ही करेगा। उन्होंने कहा कि किसी को भी अनावश्यक रूप से विवाद या भ्रम नहीं फैलाना चाहिए।
साल 2023 में जब कर्नाटक में कांग्रेस सरकार बनी थी, तभी से इस बात की अटकलें लगाई जा रही थीं कि सिद्धारमैया (Siddaramaiah) और डीके शिवकुमार (DK Shivakumar) ढाई-ढाई साल के कार्यकाल के लिए मुख्यमंत्री पद साझा करेंगे। हालांकि कांग्रेस पार्टी ने इस फार्मूले की कभी पुष्टि नहीं की। वर्तमान में सिद्धारमैया मुख्यमंत्री हैं और शिवकुमार उपमुख्यमंत्री के रूप में कार्यरत हैं।
इस बीच कांग्रेस विधायक एचए इकबाल हुसैन (HA Iqbal Hussain) का बयान सामने आया है, जिसमें उन्होंने कहा कि डीके शिवकुमार को अगले दो से तीन महीनों में मुख्यमंत्री बनने का मौका मिल सकता है। यह बयान ऐसे समय आया है जब सहकारिता मंत्री केएन राजन्ना (KN Rajanna) ने सितंबर के बाद कर्नाटक में “राजनीतिक बदलाव” की ओर इशारा किया था।
रामनगर (Ramanagara) में मीडिया से बातचीत करते हुए इकबाल हुसैन ने कहा कि शिवकुमार की रणनीति और मेहनत की बदौलत ही कांग्रेस ने कर्नाटक में ऐतिहासिक जीत दर्ज की। उन्होंने कहा कि “शिवकुमार की मेहनत अब इतिहास बन चुकी है और आलाकमान उन्हें मुख्यमंत्री बनाने के लिए सही समय पर निर्णय जरूर लेगा।”
राज्य में नेतृत्व परिवर्तन की अटकलें और तेज तब हो गईं जब कुछ अन्य कांग्रेस नेताओं ने भी डीके शिवकुमार के समर्थन में बयान देना शुरू कर दिया। हालांकि पार्टी के शीर्ष नेतृत्व की ओर से अब तक इस विषय पर कोई ठोस बयान नहीं आया है।
कांग्रेस के अंदर चल रही यह खींचतान संगठन की एकजुटता और सरकार की स्थिरता के लिए चुनौती बन सकती है। अब सभी की नजरें इस बात पर टिकी हैं कि क्या आलाकमान जल्द ही कोई बड़ा राजनीतिक फैसला लेगा या वर्तमान नेतृत्व के साथ ही सरकार आगे बढ़ेगी।






