श्रीराम हाउसिंग फाइनेंस (Shriram Housing Finance), नेशनल हाउसिंग बैंक (NHB) की रीफाइनेंसिंग स्कीम के जरिये 300-500 करोड़ रुपये जुटाएगी। कंपनी के चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर (CFO) जी एस अग्रवाल ने मनीकंट्रोल (Moneycontrol ) से खास बातचीत में कहा कि फाइनेंशियल ईयर 2024 की दूसरी तिमाही में कंपनी यह रकम जुटाएगी।
फाइनेंशियल ईयर की पहली तिमाही में कंपनी ने नेशनल हाउसिंग बैंक की रीफाइनेंसिंग स्कीम के जरिये 740 करोड़ रुपये जुटाए थे। अग्रवाल का यह भी कहना था कि फाइनेंशियल ईयर 2024 की दूसरी तिमाही में कंपनी की फंड कॉस्ट 0.15-0.20 पर्सेंट बढ़ जाएगी। उनका कहना था कि दुनिया भर में ब्याज दर में बढ़ोतरी हो रही है, लिहाजा श्रीराम हाउसिंग फाइनेंस की फंड कॉस्ट भी बढ़ गई है।
यह पूछे जाने पर कि कंपनी ने बैंक उधारी पर अपनी निर्भरता कम कर डेट कैपिटल मार्केट से फंड क्यों जुटाए, अग्रवाल ने कहा कि श्रीराम हाउसिंग फाइनेंस की ग्रोथ काफी तेज है और हमारे लिए फंड के अलग-अलग स्रोत रखना जरूरी है। जून तिमाही में कंपनी के टोटल लोन बुक में हाउसिंग लोन, टॉप अप, कंस्ट्रक्शन फाइनेंसिंग और कॉरपोरेट लोन की हिस्सेदारी कम हुई है, जबकि LAP (प्रॉपर्टी के बदले लोन) की हिस्सेदारी बढ़ी है। इस बारे में अग्रवाल का कहना था कि कंपनी ने नई मॉर्गेज टीम खड़ी की है और LAP पोर्टफोलियो में हल्की बढ़ोतरी इसी का नतीजा हो सकती है।
अग्रवाल के मुताबिक, फाइनेंशियल ईयर 2024 की पहली तिमाही में कंपनी ने 2,000 करोड़ से भी ज्यादा जुटाए, जो अब तक किसी तिमाही में जुटाई गई सबसे ज्यादा रकम है। ये फंड बैंक टर्म लोन (17%), एनएचबी रीफाइनेंस (37%), डेट मार्केट इंस्ट्रूमेंट्स (16%), डायरेक्टर एसाइनमेंट और को-लेंडिंग (16%) आदि स्रोतों से जुटाए गए। साथ ही, कंपनी की योजना बैंक लोन, एनएचबी रीफाइनेंस और डेट कैपिटल मार्केट इंस्ट्रुमेंट्स के जरिये 1,000-1,100 करोड़ रुपये जुटाने की है।
जून 2022 से जून 2023 के दौरान कंपनी के फंड की औसत कॉस्ट 0.91 पर्सेंट बढ़ गई।
फाइनेंशियल ईयर 2024 के लिए मार्जिन को लेकर गाइडेंस के बारे में अग्रवाल का कहना था कि मौजूदा फाइनेंशियल ईयर मे कंपनी का नेट इंटरेस्ट मार्जिन 7.50 से 7.75 पर्सेंट के बीच रहेगा। कंपनी ने ब्याज दर में बढ़ोतरी को अपने ग्राहकों तक पहुंचाया है और उसके लोन बुक पर कोई बुरा असर नहीं हुआ है। आईपीओ (IPO) के बारे में पूछे जाने पर अग्रवाल ने कहा कि कंपनी के पास फिलहाल पर्याप्त पूंजी है और आईपीओ लॉन्च करने के बारे में अब तक कोई फैसला नहीं हुआ है।