काबुल, 5 अक्टूबर (The News Air)
20 साल बाद अफगानिस्तान में अमेरिकी सैन्य अभियान खत्म होने के साथ ही तालिबान की बर्बरता की घटनाएं सामने आने लगी हैं। तालिबान ने दयाकुंडी प्रांत में रहने वाले हजारा समुदाय को सताना शुरू कर दिया है। वैश्विक मानवाधिकार संगठन एमनेस्टी इंटरनेशनल ने एक रिपोर्ट दी है। इसमें कहा गया है कि तालिबान हजारा समुदाय के नरसंहार पर उतर आया है। उसने हाल ही में इस समुदाय के 13 लोगों की हत्या कर दी थी। इसमें 17 साल की एक लड़की भी थी। 300 तालिबान लड़ाकों का एक काफिला 30 अगस्त को खिद्र जिले गया, जहां उसने 11 पूर्व अफगान राष्ट्रीय सुरक्षा बलों (एएनएसएफ) के सैनिकों को भी मार गिराया।
तालिबान के डर से हजारा समुदाय अपने घरों से सुरक्षित भाग रहा है। तालिबान ने इससे पहले 1996 और 2001 में हजारा समुदाय को सताया था।
यह तस्वीर पंजशीर प्रांत के ट्वीटर पेज से ली गई है। यह देखा जा सकता है कि हजारा समुदाय अपने घरों को छोड़ रहा है।
एमनेस्टी इंटरनेशनल ने अपनी रिपोर्ट में खुलासा किया है कि हजारा समुदाय को हमेशा तालिबान और उसके कट्टर दुश्मन आईएसआईएस-के द्वारा सताया गया है।
फोटो क्रेडिट – पंजशीर प्रांत का ट्वीटर पेज