चंडीगढ़ ,27 फ़रवरी (The News Air)/27फरवरी: शिरोमणी अकाली दल के संसदीय बोर्ड के कार्यकारी अध्यक्ष स.बलविंदर सिंह भूंदड़ की अगुवाई में आज पार्टी के चल रहे भर्ती अभियान की प्रगति की समीक्षा करते हुए पंजाबियों द्वारा इस अभियान को भारी समर्थन मिलने पर संतोष व्यक्त किया है।
मीटिंग के बारे में अन्य जानकारी देते हुए वरिष्ठ अकाली नेता डाॅ. दलजीत सिंह चीमा ने कहा कि पार्टी ने भर्ती अभियान के लिए 32 लाख स्लिप जारी की थी, जिनमें से 10 लाख आज पार्टी के मुख्य कार्यालय में वापिस आ गई हैं और बाकी कल 28 फरवरी को भर्ती अभियान के अंतिम दिन प्राप्त होने की संभावना है। उन्होने यह भी कहा कि कल भी पार्टी प्रगति की समीक्षा करेगी और उसके अनुसार फैसला लेगी। उन्होने कहा कि उसके बाद जिला आब्ॅजर्वरों की मीटिंग बुलाई जाएगी और सर्कल और जिला प्रतिनिधियों, राज्य प्रतिनिधियों का चुनाव होगा, और उसके बाद पार्टी का नया अध्यक्ष का चुनाव समय रहते किया जाएगा।
डाॅ. चीमा ने यह भी बताया कि पार्टी ने अपने नेताओं और कार्यकर्ताओं को एसजीपीसी चुनावों के लिए 15 मार्च 2025 को अंतिम तारीख से पहले अपने दावे/आपत्तियों को दर्ज करने के लिए कहा है। उन्होने कहा कि पार्टी ने गुरुद्वारा चुनाव आयोग से सिंह/कौर को मतदाताओं के नामों के साथ शामिल नही करने पर प्राप्त प्रतिक्रिया पर भी विचार-विमर्श किया, क्योंकि गुरमत मर्यादा के अनुसार सिंह/कौर अनिवार्य है। उन्होने कहा कि पार्टी इस मामले पर कानूनी राय लेकर इस मुददे पर आयोग से फिर से संपर्क करेगी।
लुधियाना उपचुनाव और जिला परिषद पंचायत समिति चुनावों के बारे में बात करते हुए वरिष्ठ अकाली नेता ने कहा कि पार्टी यह चुनाव जरूर लड़ेगी , लेकिन अभी दोनों के लिए तारीखों की घोषणा अभी तक नही की गई है। उन्होने कहा कि आप पार्टी ने पार्टी प्रमुख अरविंद केजरीवाल की पंजाब से राज्यसभा में मनोनीत होने की इच्छा पूरी करने के लिए अपने उम्मीदवार की जल्द घोषणा कर दी है।
डाॅ. चीमा ने भगवंत मान सरकार द्वारा खबरों में रहने के लिए पहले से चल रही योजनाओं की ब्रांडिग/पैकेजिंग कर पेश करने की निंदा की। उन्होने कहा कि 10वीं कक्षा तक के सभी स्कूलों में पंजाबी लागू करने का फैसला 2008 में लिया गया था और उन्होने शिक्षा मंत्री के तौर पर 2015 में इस निर्णय को लागू किया था। उन्होने कहा,‘‘ हरजोत बैंस आम आदमी पार्टी द्वारा पंजाबी लागू करने के बारे में खोखले दावे कर रहे हैं।’’