अमृतसर (The News Air) वारिस पंजाब दे के प्रमुख अमृतपाल सिंह के मामले में पंजाब पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए सिखों की रिहाई की मांग शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) ने उठाई है। SGPC प्रधान एडवोकेट हरजिंर सिंह धामी की अध्यक्षता में श्री अकाल तख्त साहिब से मार्च निकाला गया, जो सीधा डीसी कॉम्प्लेक्स तक पहुंचा। यहां एडीसी डेवलपमेंट को SGPC की तरफ से ज्ञापन सौंपा गया।
SGPC की तरफ से ADC को सौंपा गया ज्ञापन।
एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी ने कहा कि पंजाब के हालातों को समझने की जरूरत है। अमृतपाल सिंह की गिरफ्तारी की आड़ में कई बेकसूर सिखों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। यह देश के अंदर सिखों के खिलाफ सोची समझी साजिश है। सरकार की तरफ से उठाया गया यह कदम सही नहीं है। जिस तरह के हालात दिखाए जा रहे हैं, असल में हालात वैसे नहीं है। पकड़े गए सिख नौजवानों के परिवार चिंतित हैं। सभी लगातार SGPC से संपर्क साध रहे हैं।
श्री अकाल तख्त साहिब की आभा को चुनौती
SGPC की तरफ से दिए गए ज्ञापन में कहा गया कि 27 मार्च को श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह की तरफ से एक बैठक का आयोजन किया गया था। पंजाब के भले के लिए आदेश जारी किए गए। पर दुख की बात है कि जमीनी हकीकत को समझने की बजाए श्री अकाल तख्त साहिब की मान-मर्यादा की आभा को ठेस पहुंचाने का प्रयास किया गया।
SGPC की तरफ से निकाला गया मार्च।
8 सिखों से NSA हटाने की मांग
SGPC की तरफ से इस दौरान पकड़े गए सिखों को रिहा करने की मांग रखी गई है। वहीं दूसरी तरफ 8 सिखों पर लगाए गए NSA को हटाने और नौजवानों को परिवारों के साथ जल्द मिलाने की मांग की गई है।