Chamoli Avalanche – उत्तराखंड के चमोली (Chamoli) जिले में आए बर्फीले तूफान ने कई मजदूरों की जिंदगी को खतरे में डाल दिया है। हिमस्खलन (Avalanche) की चपेट में आए 55 मजदूरों में से अब तक 47 को सुरक्षित निकाल लिया गया है, लेकिन 8 लोग अभी भी लापता हैं। सेना, आईटीबीपी (ITBP), बीआरओ (BRO), एनडीआरएफ (NDRF), एसडीआरएफ (SDRF), स्वास्थ्य विभाग, जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन की टीमों ने युद्धस्तर पर राहत कार्य जारी रखा है।
बर्फबारी बनी रेस्क्यू में बाधा, रात में रोकना पड़ा अभियान
लगातार हो रही बर्फबारी और खराब मौसम रेस्क्यू ऑपरेशन में बाधा बन रहा है। रात के समय सुरक्षा कारणों से बचाव कार्य रोकना पड़ा, लेकिन सुबह 7 बजे से ऑपरेशन फिर शुरू कर दिया गया। अब तक 14 और लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला गया है, जिनमें से 3 की हालत गंभीर बताई जा रही है। उन्हें सिविल हेलीकॉप्टर के जरिए जोशीमठ (Joshimath) ले जाया गया है।
हेलीकॉप्टर तैनात, IAF का Mi-17 स्टैंडबाय पर
उत्तराखंड राज्य आपदा प्रबंधन सचिव विनोद कुमार सुमन ने बताया कि रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए 4 हेलीकॉप्टर तैनात किए गए हैं। भारतीय वायुसेना (IAF) का Mi-17 हेलीकॉप्टर भी स्टैंडबाय पर रखा गया है, ताकि जरूरत पड़ने पर तुरंत कार्रवाई की जा सके। माणा (Mana) के पास एक अस्थाई हेलीपैड बनाया जा रहा है, जिससे राहत कार्यों में तेजी आएगी।
PM मोदी ने लिया अपडेट, CM धामी कर रहे निगरानी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (Pushkar Singh Dhami) से फोन पर बात कर रेस्क्यू ऑपरेशन की जानकारी ली। पीएम मोदी ने केंद्र सरकार की ओर से हरसंभव सहायता देने का आश्वासन दिया है। वहीं, मुख्यमंत्री धामी स्थिति पर खुद नजर रख रहे हैं और देर रात राज्य आपातकालीन ऑपरेशन सेंटर में बैठक कर अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिए हैं।
जोशीमठ में अस्थाई आपदा कंट्रोल रूम
स्थिति को देखते हुए जोशीमठ में एक अस्थाई आपदा कंट्रोल रूम बनाया गया है, जिससे राहत एवं बचाव कार्य का प्रभावी संचालन किया जा सके। मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि हमारा पूरा प्रयास है कि सभी फंसे मजदूरों को जल्द से जल्द सुरक्षित निकाला जाए।
क्या है आगे की योजना?
- खराब मौसम के बावजूद बचाव दल बर्फ हटाने का काम तेजी से कर रहे हैं।
- हेलीकॉप्टरों के जरिए मजदूरों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने की तैयारी की जा रही है।
- प्रशासन और स्थानीय एजेंसियां लगातार राहत कार्यों की निगरानी कर रही हैं।
रेस्क्यू टीमों की लगातार कोशिशों से उम्मीद है कि जल्द ही लापता मजदूरों का पता लगाया जाएगा और उन्हें सुरक्षित बाहर निकाला जाएगा।