Ludhiana Teachers Suspension Over Election Duty : लुधियाना (Ludhiana) में जिला प्रशासन द्वारा चुनावी जिम्मेदारी (Election Duty) निभाने में लापरवाही बरतने वाले 5 प्राइमरी टीचर्स (Primary Teachers) को सस्पेंड कर दिया गया है। एडीसी कम इलेक्शन रजिस्ट्रेशन ऑफिसर (ADC cum Election Registration Officer) ने इस संदर्भ में आदेश जारी किए हैं। प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि यदि सस्पेंड किए गए शिक्षक भविष्य में ड्यूटी ज्वाइन कर लेते हैं तो उन्हें बहाल कर दिया जाएगा। इस कार्रवाई ने शिक्षकों में रोष पैदा कर दिया है, खासकर तब जब स्कूल में पहले से ही शिक्षकों के 8 पद खाली हैं।
बताया गया कि 12 अप्रैल को चुनाव पंजीकरण अधिकारी (Election Registration Officer) रूपिंदर सिंह (Rupinder Singh) ने आदेश जारी करते हुए सरकारी प्राइमरी स्कूल सुनेत (Government Primary School Sunet) से शिक्षिका उमा शर्मा (Uma Sharma), गुरविंदर कौर (Gurvinder Kaur), जसप्रीत (Jaspreet), सरबजीत कौर (Sarbjit Kaur), हरदीप कौर (Hardeep Kaur) और मनमिंदर कौर (Manminder Kaur) को चुनाव कार्यालय में तैनात किया था। इन सभी शिक्षिकाओं को 15 अप्रैल को ड्यूटी ज्वाइन करनी थी, लेकिन समय पर ड्यूटी न ज्वाइन करने के कारण 16 अप्रैल को इन्हें निलंबित करने के आदेश दिए गए।
सुनेत प्राइमरी स्कूल (Sunet Primary School) में इस समय 1050 बच्चे पढ़ रहे हैं और कुल 23 शिक्षकों की स्वीकृत संख्या में से केवल 6 शिक्षक ही स्कूल में तैनात हैं। इन छह में से भी एक शिक्षक ने ड्यूटी ज्वाइन कर ली थी, जिससे स्कूल में कार्यरत शिक्षकों की संख्या और घट गई। स्कूल स्टाफ की कमी को देखते हुए शिक्षकों ने सवाल उठाया है कि जब पहले से ही स्टाफ की भारी कमी है, तो ड्यूटी ज्वाइन करने के बाद स्कूल के संचालन में और भी दिक्कतें आएंगी।
इस स्थिति ने शिक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। जहां एक ओर प्रशासन चुनावी प्रक्रिया को सफल बनाने के लिए कड़े कदम उठा रहा है, वहीं दूसरी ओर स्कूलों में शिक्षण कार्य बुरी तरह प्रभावित हो रहा है। इस बीच, शिक्षकों के निलंबन से स्कूलों में काम का बोझ और बढ़ गया है। प्रशासन द्वारा तय किया गया है कि यदि सस्पेंड किए गए शिक्षक ड्यूटी ज्वाइन कर लेंगे, तो उन्हें पुनः बहाल कर दिया जाएगा। फिलहाल, इस कार्रवाई के बाद शिक्षा विभाग और जिला प्रशासन के बीच तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है।