नयी दिल्ली (The News Air) प्रधान न्यायाधीश डी. वाई. चंद्रचूड़ ने न्यायमूर्ति उज्ज्वल भुइयां और न्यायमूर्ति एस. वेंकटनारायण भट्टी को शुक्रवार को उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश के तौर पर शपथ दिलाई। इसके साथ ही शीर्ष अदालत में प्रधान न्यायाधीश सहित कुल न्यायाधीशों की संख्या बढ़कर 32 हो गई।
Justice Ujjal Bhuyan and Justice SV Bhatti take oath as judges of the Supreme Court. Chief Justice of India DY Chandrachud administers the oath to Justices Bhuyan and Bhatti.
(Pics: Supreme Court of India's YouTube) pic.twitter.com/UDOxXQPqY0
— ANI (@ANI) July 14, 2023
उच्चतम न्यायालय में कुल 34 न्यायाधीश नियुक्त किए जा सकते हैं। शीर्ष अदालत के सभागार में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में प्रधान न्यायाधीश ने दो नये न्यायाधीशों को पद की शपथ दिलाई। केंद्र सरकार ने 12 जुलाई को न्यायमूर्ति भुइयां और न्यायमूर्ति भट्टी को पदोन्नत कर उच्चतम न्यायालय में नियुक्त करने की मंजूरी दी थी।
न्यायमूर्ति भुइयां तेलंगाना उच्च न्यायालय के और न्यायमूर्ति भट्टी केरल उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश थे। विधि मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने बुधवार को न्यायमूर्ति उज्ज्वल भुइयां और न्यायमूर्ति भट्टी की नियुक्तियों की घोषणा की थी। प्रधान न्यायाधीश की अध्यक्षता वाले उच्चतम न्यायालय कॉलेजियम ने उन्हें शीर्ष अदालत में न्यायाधीश के तौर पर पदोन्नत करने की सिफारिश पांच जुलाई को की थी। न्यायमूर्ति भुइयां का जन्म दो अगस्त 1964 को हुआ था।
उन्हें 17 अक्टूबर 2011 को गौहाटी उच्च न्यायालय का न्यायाधीश नियुक्त किया गया और वह उच्च न्यायालय (गौहाटी) के सबसे वरिष्ठ न्यायाधीश थे। वह 28 जून 2022 से तेलंगाना उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के रूप में कार्यरत थे। न्यायमूर्ति भट्टी का जन्म छह मई 1962 को हुआ। उन्हें 12 अप्रैल 2013 को आंध्र प्रदेश के उच्च न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया। वह आंध्र प्रदेश के उच्च न्यायालय में सबसे वरिष्ठ थे। न्यायमूर्ति भट्टी को मार्च 2019 में केरल उच्च न्यायालय में स्थानांतरित कर दिया गया था और एक जून 2023 से वह वहां मुख्य न्यायाधीश के रूप में कार्यरत थे।