Delhi Exit Polls 2025: Delhi Exit Poll Results – दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 (Delhi Assembly Elections 2025) को लेकर आए एग्जिट पोल (Exit Polls) आम आदमी पार्टी (AAP) के पक्ष में नहीं जा रहे हैं। 11 अलग-अलग एग्जिट पोल्स में से 9 में भारतीय जनता पार्टी (BJP) को बहुमत मिलता दिख रहा है, जबकि केवल 2 सर्वे में आम आदमी पार्टी की स्थिति संतोषजनक बताई गई है। हालांकि, AAP का कहना है कि असली नतीजे 8 फरवरी को कुछ और ही कहानी कहेंगे।
इस बीच, आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह (Sanjay Singh) ने एग्जिट पोल करवाने वाली कंपनियों पर सीधा हमला बोला है। उन्होंने इन कंपनियों को ‘स्पा और मसाज पार्लर चलाने वाली कंपनियां’ करार दिया और कहा कि अगर इस तरह की कंपनियां एग्जिट पोल करेंगी तो नतीजे पहले से तय हैं।
संजय सिंह का एग्जिट पोल पर हमला: “Spa और मसाज कंपनियां करा रही सर्वे”
आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद संजय सिंह (Sanjay Singh) ने न्यूज एजेंसी PTI से बातचीत में एग्जिट पोल को पूरी तरह नकार दिया। उन्होंने कहा: “अगर मसाज और स्पा चलाने वाली कंपनियां एग्जिट पोल करेंगी तो नतीजे क्या होंगे, यह बताने की जरूरत नहीं है।”
उन्होंने दावा किया कि दिल्ली की जनता ने आप सरकार की शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली और पानी से जुड़ी नीतियों को स्वीकार किया है और नतीजे 8 फरवरी को सबके सामने होंगे।
AAP प्रवक्ता रीना गुप्ता ने भी खारिज किए एग्जिट पोल
आम आदमी पार्टी की प्रवक्ता रीना गुप्ता (Reena Gupta) ने भी एग्जिट पोल के नतीजों को खारिज कर दिया। उन्होंने कहा: “इतिहास गवाह है कि हर बार एग्जिट पोल आम आदमी पार्टी की सीटें कम दिखाते हैं। 2013, 2015 और 2020 के चुनावों में भी यही हुआ, लेकिन जब असली नतीजे आए तो AAP को भारी बहुमत मिला।”
उन्होंने दावा किया कि इस बार भी AAP को ऐतिहासिक जीत मिलेगी और अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) लगातार चौथी बार मुख्यमंत्री बनेंगे।
क्या कहते हैं एग्जिट पोल्स? BJP को बढ़त, AAP के लिए मुश्किल!
अब तक आए एग्जिट पोल्स के मुताबिक, दिल्ली में बीजेपी (BJP) को बड़ा फायदा होता दिख रहा है। लगभग सभी बड़े न्यूज चैनलों और सर्वे एजेंसियों ने BJP को 42-50 सीटों के बीच दी हैं, जबकि आम आदमी पार्टी को 15-22 सीटें मिलने का अनुमान लगाया जा रहा है।
हालांकि, आम आदमी पार्टी और उसके समर्थक इन नतीजों को गलत मान रहे हैं और 8 फरवरी को चौथी बार सरकार बनाने का दावा कर रहे हैं।
AAP बनाम BJP: मुख्य मुद्दे और चुनावी दावे
1. BJP का फोकस:
- केंद्र सरकार की योजनाएं – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) की नीतियों को दिल्ली में बढ़ावा देना।
- केजरीवाल सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोप – मनीष सिसोदिया (Manish Sisodia) और सत्येंद्र जैन (Satyendar Jain) के खिलाफ कार्रवाई।
- फ्री योजनाओं का विरोध – AAP की मुफ्त बिजली-पानी योजना को आर्थिक रूप से गलत बताना।
2. AAP का एजेंडा:
- दिल्ली मॉडल की सफलता – शिक्षा, स्वास्थ्य और फ्री सुविधाओं का प्रचार।
- बीजेपी पर हमले – दिल्ली की जनता के हक छीने जाने का आरोप।
- स्थानीय स्तर पर मजबूत पकड़ – मोहल्ला क्लीनिक, सरकारी स्कूलों की बेहतरी के दावे।
क्या एग्जिट पोल गलत साबित हो सकते हैं?
- 2015 चुनाव: एग्जिट पोल में AAP को 31-35 सीटें दी गई थीं, लेकिन नतीजे में 67 सीटें मिलीं।
- 2020 चुनाव: ज्यादातर एग्जिट पोल में AAP को 40-45 सीटें दी गई थीं, लेकिन नतीजे में 62 सीटें मिलीं।
अगर इतिहास दोहराया जाता है, तो AAP के लिए एग्जिट पोल एक बार फिर गलत साबित हो सकते हैं। हालांकि, BJP की मजबूत रणनीति और केंद्र सरकार की लोकप्रियता इस बार चुनावी नतीजों को नया मोड़ दे सकती है।
अब आगे क्या?
8 फरवरी को जब वोटों की गिनती होगी, तब ही पता चलेगा कि दिल्ली की जनता ने किस पर भरोसा जताया। क्या AAP लगातार चौथी बार सरकार बना पाएगी, या BJP दिल्ली की सत्ता में वापसी करेगी?
सभी की निगाहें अब EVM काउंटिंग (EVM Counting) पर टिकी हैं!






