वहीं अपने इस ट्वीट में उन्होंने कहा कि, शक्ति पूजा हमारी सनातन संस्कृति एवं परंपरा का अहम हिस्सा है, पुरी जिले के समंग पंचायत के रेबती रमण गांव में आयोजित यह दण्ड और झामू यात्रा इसी प्राचीन परंपरा का यह गौरवमयी प्रतीक है। इस तीर्थयात्रा में अग्नि पर चलकर मां की पूजा-अर्चना एवं आशीर्वाद प्राप्त कर, अब में भी खुद को धन्य अनुभव कर रहा हूं। दरअसल परंपरा के अनुसार, झामू जात्रा एक तपस्या है और भक्त अपनी इच्छाओं की पूर्ति तथा देवी मां को प्रसन्न करने के लिए आग पर भी चलते हैं।
जब भक्त बनकर अंगारों पर चले संबित पात्रा
बता दें कि बीते मंगलवार को पुरी में आयोजित देवी पुजा के दौरान जहां एक तरफ भक्त अंगारों में चल रहे थे, वहीं संबित पात्रा को भी मौके पर देखकर गांववाले चौंक गए। इतना ही नहीं पात्रा ने यहां पहुंचकर बाकायदा एक भक्त की तरह कोयले की अंगारो पर नंगे पांव चले। इसके बाद उन्होंने गांव और गांववालों के लिए पूजा-अर्चना कर सलामती के लिए देवी से आशीर्वाद मांगा। साथ ही BJP प्रवक्ता ने मां झड़ेश्वरी के भी इस दौरान दर्शन किए।