SAARC New Alliance: हिंदुस्तान के खिलाफ एशिया के तीन देश मिलकर एक बड़ी Planning कर रहे हैं। इसे एक साजिश कहें या नई पटकथा, लेकिन हकीकत यह है कि Pakistan अब China और Bangladesh के साथ मिलकर एक नए गुट या यूं कहें कि ‘नए सार्क’ की नींव रखने की कोशिश में है। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने एक बार फिर भारत के खिलाफ जहर उगला है और SAARC प्रक्रिया के ठप होने का सारा ठीकरा नई दिल्ली के सिर फोड़ा है।
पाकिस्तान का भारत पर बड़ा आरोप
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ताहिर हुसैन अंद्राबी ने एक बड़ा बयान जारी किया है। उनका कहना है कि भारत लगातार SAARC (दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन) की प्रक्रिया को बाधित कर रहा है। पाकिस्तानी प्रवक्ता ने भारत के इस रवैये को ‘दुखद’ बताया है। पाकिस्तान का दावा है कि Islamabad सार्क के आगे न बढ़ने की वजह नहीं है, बल्कि भारत जानबूझकर गलत प्रचार करता है। उन्होंने यह भी याद दिलाया कि यह पहली बार नहीं है, बल्कि 1990 के दशक में भी भारत ने इसी तरह सार्क प्रक्रिया को रोका था और वजह किसी और देश को बताया था।
बांग्लादेश का बदलता रुख
इस पूरी साजिश में सबसे चौंकाने वाला पहलू Bangladesh का रुख है। खबर है कि बांग्लादेश भी पाकिस्तान की इस नई पहल में साथ दे सकता है। वहां से शेख हसीना के हटते ही और मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व में अंतरिम सरकार आते ही, ढाका और इस्लामाबाद के बीच नजदीकियां जगजाहिर हो गई हैं। पाकिस्तान और चीन के साथ मिलकर बांग्लादेश का यह संभावित गठजोड़ भारत के लिए एक नई कूटनीतिक चुनौती बन सकता है। संकेत मिल रहे हैं कि ये देश मिलकर एक ऐसा मंच तैयार करना चाहते हैं जहां भारत को अलग-थलग किया जा सके।
ऑपरेशन सिंदूर और बढ़ता तनाव
भारत और पाकिस्तान के रिश्तों में खटास ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद अपने चरम पर है। इस ऑपरेशन के बाद से दोनों देशों के बीच तनाव सुलझता हुआ नहीं दिख रहा है। भारत ने हमेशा से स्पष्ट किया है कि आतंकवाद और बातचीत साथ-साथ नहीं चल सकते। भारत का कहना है कि सीमा पार से आतंकवाद के माहौल में SAARC को आगे नहीं बढ़ाया जा सकता। भारत ने कई मौकों पर पाकिस्तान को बेनकाब किया है और साफ संदेश दिया है कि अगर कोई देश आतंकवाद फैलाएगा, तो उसे बख्शा नहीं जाएगा।
आतंकवाद पर भारत की दो टूक
जहां पाकिस्तान नए गठजोड़ बनाने में लगा है, वहीं भारत आतंकवाद के सफाई अभियान पर तेजी से काम कर रहा है। भारत का रुख साफ है—जानकार बनिए, सतर्क रहिए। पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने मुंहतोड़ जवाब दिया और पाकिस्तानी आतंकियों के अड्डों को नेस्तनाबूद कर दिया। भारत ने पूरी दुनिया को यह संदेश दिया है कि अगर कोई उसकी धरती पर आतंक फैलाएगा, तो वह घर में घुसकर मारेगा। हालांकि, पाकिस्तान अब सार्क के बहाने चीन और बांग्लादेश को साथ लेकर भारत को घेरने के सपने देख रहा है, लेकिन सवाल यह है कि क्या नेपाल, भूटान और श्रीलंका जैसे अन्य देश इस साजिश में उसका साथ देंगे?
जानें पूरा मामला
SAARC दक्षिण एशिया का सबसे पुराना क्षेत्रीय संगठन है, जिसमें भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश, भूटान, नेपाल, मालदीव, श्रीलंका और अफगानिस्तान शामिल हैं। पिछले लगभग 10 सालों से यह संगठन ठप पड़ा है। अब पाकिस्तान इसे नए सिरे से गठित करने या इसके समानांतर कोई नया गुट बनाने की फिराक में है, ताकि भारत पर दबाव बनाया जा सके। पाकिस्तान का विदेश मंत्रालय अब खुलकर भारत पर असहयोग का आरोप लगा रहा है।
मुख्य बातें (Key Points)
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पाकिस्तान, चीन और बांग्लादेश मिलकर भारत के खिलाफ नए गठबंधन की तैयारी कर रहे हैं।
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पाक विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ताहिर हुसैन अंद्राबी ने सार्क रुकने के लिए भारत को जिम्मेदार ठहराया।
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बांग्लादेश में सत्ता परिवर्तन के बाद पाकिस्तान के साथ उसकी नजदीकियां बढ़ रही हैं।
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‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद से भारत-पाक तनाव चरम पर है और सार्क प्रक्रिया पूरी तरह ठप है।






