Rupee Hits All-Time Low: भारतीय मुद्रा (Indian Rupee) सोमवार को डॉलर (USD to INR) के मुकाबले ₹87.29 के ऑल-टाइम लो (All-Time Low) पर पहुंच गई। शुरुआती कारोबार में ही रुपया 67 पैसे की गिरावट के साथ खुला, जिससे निवेशकों और बाजार में हलचल मच गई।
👉 इस गिरावट की बड़ी वजहें क्या हैं?
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) का ट्रेड वॉर प्लान
विदेशी निवेशकों (Foreign Investors) की बिकवाली
डॉलर इंडेक्स (Dollar Index) की मजबूती
कच्चे तेल (Brent Crude) की कीमतों में उछाल
क्या रुपया और गिरेगा? जानिए एक्सपर्ट्स का क्या कहना है!
Rupee गिरा ₹87.29 तक! अमेरिका के ट्रेड वॉर और विदेशी निवेशकों की बिकवाली ने बढ़ाई मुश्किलें
अमेरिका (USA) के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने कनाडा (Canada), मैक्सिको (Mexico) और चीन (China) से आयात होने वाली वस्तुओं पर 25% और 10% का शुल्क लगा दिया है। इस फैसले के बाद अंतरराष्ट्रीय बाजार में व्यापार युद्ध (Trade War) की आशंका तेज हो गई है, जिससे डॉलर की मांग बढ़ गई और भारतीय रुपये पर दबाव आ गया।
👉 डॉलर की मजबूत स्थिति (Dollar Index at 109.77):
डॉलर इंडेक्स 1.30% की तेजी के साथ 109.77 पर पहुंच गया।
इससे अन्य देशों की मुद्राएं कमजोर हुईं, जिसमें भारतीय रुपया सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ।
👉 विदेशी निवेशकों की भारी बिकवाली (FII Selling Pressure):
शेयर बाजार (Stock Market) में विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) ने ₹1,327.09 करोड़ के शेयर बेचे।
बाजार में अनिश्चितता बढ़ने के कारण निवेशकों ने डॉलर की ओर रुख किया।
👉 कच्चे तेल की कीमतों में बढ़ोतरी (Brent Crude Price Rise):
ब्रेंट क्रूड (Brent Crude) 0.71% चढ़कर $76.21 प्रति बैरल पर पहुंच गया।
इससे भारत का ट्रेड डेफिसिट (Trade Deficit) बढ़ने का खतरा है, जिससे रुपया कमजोर हुआ।
रुपये में गिरावट का असर – आम आदमी और इंडस्ट्री पर क्या होगा?
महंगाई (Inflation) बढ़ेगी:
कच्चे तेल की कीमतें बढ़ने से ईंधन (Petrol, Diesel) महंगा हो सकता है।
आयात किए जाने वाले सामानों जैसे इलेक्ट्रॉनिक्स, मोबाइल, दवाइयों और गाड़ियों की कीमतें बढ़ सकती हैं।
शेयर बाजार में गिरावट (Stock Market Crash):
रुपये की कमजोरी से विदेशी निवेशकों का भरोसा कम हो सकता है।
इससे बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) में उतार-चढ़ाव देखने को मिलेगा।
IT और Export सेक्टर को फायदा:
सॉफ्टवेयर और आईटी कंपनियां (IT Sector) जैसे TCS, Infosys को फायदा मिलेगा।
- चाय, कॉफी, टेक्सटाइल और फार्मा इंडस्ट्री के एक्सपोर्टर्स को लाभ होगा।
क्या रुपये में और गिरावट होगी? एक्सपर्ट्स की राय
👉 सुनिल शर्मा (Sunil Sharma, Forex Expert) – “यदि ट्रेड वॉर तेज होता है और FII लगातार बिकवाली जारी रखते हैं, तो रुपया ₹88 से ₹89 प्रति डॉलर तक गिर सकता है।“
👉 मनीष अग्रवाल (Manish Agrawal, Market Analyst) – “आरबीआई (RBI) जल्द हस्तक्षेप कर सकता है, जिससे रुपये को स्थिर करने की कोशिश की जाएगी।”
RBI क्या कदम उठा सकता है?
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) रुपये को संभालने के लिए कई कदम उठा सकता है:
डॉलर सप्लाई बढ़ाकर मुद्रा बाज़ार में हस्तक्षेप कर सकता है।
ब्याज दरों (Interest Rates) में बदलाव करके विदेशी निवेशकों को आकर्षित कर सकता है।
- बड़े सरकारी बैंकों के जरिए डॉलर बेचकर रुपये की मांग बढ़ा सकता है।
Final Summary – क्या होगा आगे?
✅ ₹87.29 पर पहुंचा रुपया, ऑल-टाइम लो!
✅ डोनाल्ड ट्रंप के फैसलों और व्यापार युद्ध की आशंका से रुपये पर दबाव।
✅ डॉलर इंडेक्स 109.77 तक मजबूत, विदेशी निवेशकों की बिकवाली जारी।
✅ ब्रेंट क्रूड में बढ़ोतरी से महंगाई और बढ़ने की संभावना।
✅ RBI जल्द ही हस्तक्षेप कर सकता है, रुपये में और गिरावट संभव।
👉 क्या रुपया ₹88 तक गिर सकता है? इस पर आपकी क्या राय है? कमेंट में बताएं!
“क्या रुपया ₹88 तक गिरेगा? जानिए एक्सपर्ट्स की राय!”