Rahul Gandhi: कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने बुधवार को लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर बहस के दौरान केंद्र सरकार पर बयानों के धारदार तीर छोड़े हैं। राहुल ने सरकार पर बेहद आक्रामक रुख अपनाते हुए कहा कि भारत माता की हत्या आप ने मणिपुर में की है, आप देशद्रोही है, आप देशप्रेमी नहीं हैं, आप भारत माता के रखवाले नहीं हैं, आप भारत माता के हत्यारे हैं। लोकसभा की सदस्यता बहाल होने के बाद पहली बार सदन में बोलते हुए राहुल गांधी ने कहा कि पिछली बार मैंने अडाणी के ऊपर बोला था तो लोगों को काफी कष्ट हुआ था, लेकिन अगर आपको कष्ट हुआ था तो मैं उसके लिए माफी मांगता हूं, लेकिन मैंने सिर्फ सच्चाई रखी थी।
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— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) August 9, 2023
राहुल ने तंज कसते हुए कहा कि आज एक दो गोले जरूर मारूंगा मगर इतना नहीं मारूंगा। उन्होंने कहा कि 130 दिन के लिए भारत के एक कोने से दूसरे कोने तक गया, समंदर के तट से कश्मीर की बर्फीली पहाड़ी तक चला। बहुत लोगों ने यात्रा के दौरान मुझसे पूछा कि तुम क्यों चल रहे हो। कन्याकुमारी से कश्मीर तक क्यों जा रहे हो। शुरुआत में मेरे मुंह से जवाब नहीं निकलता था, शायद मुझे ही नहीं मालूम था कि मैं क्यों यात्रा कर रहा हूं।
‘मैं लोगों को जानना चाहता था, उन्हें समझना चाहता था’
राहुल गांधी ने अपनी यात्रा का उद्देश्य समझाते हुए कहा कि मैं लोगों को जानना चाहता था, उन्हें समझना चाहता था। थोड़ी देर में मुझे बात समझ आने लगी और जिस चीज के लिए मैं मरने को तैयार, जिस चीज के लिए मोदी की जेलों में जाने के लिए तैयार, जिस चीज को मैंने हर रोज गाली खाई उस चीज को समझना चाहता था। ये है क्या? जिसने मेरे दिल को इतनी मजबूती से पकड़ रखा था, उसे समझना चाहता था।
कदम-कदम चलने से होता था दर्द
राहुल ने अपनी भारत यात्रा के बारे में बोलते हुए कहा कि वे सालों से 8-10 किलोमीटर रोजाना दौड़ते हैं, तो रोज 20-25 किलोमीटर चलना मेरे लिए कौन सी बड़ी बात है। उन्होंने कहा कि ये मेरा अहंकार था, लेकिन भारत अहंकार को एकदम मिटा देता है, एक सेकेंड में मिटा देता है। दो-तीन दिन में ही मेरे घुटनों में जबरदस्त दर्द शुरू हो गया, रोज दर्द होता था, कदम कदम चलने से दर्द होता था। आगे बोलते हुए राहुल ने कहा कि, इस तरह मेरा भेड़िया जैसा जो अहंकार था वो चींटी बनकर निकल गया. जो हिन्दुस्तान को अहंकार से देखने निकला था वो पूरा अहंकार गायब हो गया।
‘ये देश सिर्फ एक आवाज है’
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने बोलते हुए कहा कि लोग कहते हैं कि ये देश है, कोई कहता है कि ये अलग अलग भाषाएं हैं. कोई कहता है कि धर्म है. ये सोना है. ये चांदी है. मगर सच्चाई है कि देश एक आवाज है। उन्होंने कहा कि, यह देश सिर्फ एक आवाज है, दर्द है, दुख है. कठिनाई है। अगर इस आवाज को सुनना है, तो जो हमारा अहंकार है, उसे किनारे करना पड़ेगा तभी वो आवाज सुनाई देगी।
पीएम के लिए मणिपुर भारत नहीं है–राहुल गांधी
केंद्र की मोदी सरकार पर गरजते हुए राहुल गांधी ने कहा कि मणिपुर को आपने दो भागों में बांट दिया है। मैं मणिपुर में रिलीफ कैंप गया, वहां मैंने महिलाओं से बात की लेकिन प्रधानमंत्री ने आज तक बात नहीं की। मणिपुर दौरे का जिक्र करते हुए राहुल ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी मणिपुर नहीं गए क्योंकि उनके लिए मणिपुर भारत नहीं है।
‘मणिपुर की सच्चाई है कि मणिपुर नहीं बचा है’
राहुल ने बोलते हुए कहा कि मणिपुर की सच्चाई है कि मणिपुर नहीं बचा है। आपने मणिपुर को दो भागों में बांट दिया है, तोड़ दिया है। मैं राहत शिविरों में गया हूं, मैंने वहां महिलाओं से बात की और एक महिला से पूछा कि क्या हुआ तुम्हारे साथ तो उसने कहा, मेरा छोटा सा बेटा, एक ही बेटा था और मेरे आंखों के सामने उसको गोली मारी गई। मैं पूरी रात उसकी लाश के साथ लेटी रही, फिर मुझे डर लगा तो मैंने अपना घर छोड़ दिया। मैंने उनसे पूछा कि कुछ तो लाई होगी तो उसने कहा कि मेरे पास सिर्फ मेरे कपड़े हैं और एक फोटो निकालती है, कहती है कि यही बस मेरे पास बची है।
आप मणिपुर में भारत माता को मारना चाहते हैं
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भारत माता का जिक्र करते हुए कहा कि मैं अपनी मां की हत्या की बात कर रहा हूं, मैं आदर से बोल रहा हूं हिंदुस्तान की सेना मणिपुर में एक दिन में शांति ला सकती है। लेकिन आप उसका इस्तेमाल नहीं कर रहे हो क्योंकि आप मणिपुर में भारत माता को मारना चाहते हैं।
मोदी सिर्फ दो लोगों की सुनते हैं
राहुल ने सदन में रामायण के पात्र रावण का जिक्र करते हुए सरकार पर जमकर हमला बोला, उन्होंने कहा कि रावण दो लोगों की सुनता था, मेघनाथ और कुंभकर्ण, उसी तरह मोदी सिर्फ दो लोगों की सुनते हैं अमित शाह और अडानी। राहुल ने कहा कि लंका को हनुमान ने नहीं जलाया था, अहंकार ने लंका को जलाया था। राम ने रावण को नहीं मारा था, अहंकार ने उसे मारा था।






