Delhi CM Rekha Gupta ने मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद बेहद तेज़ी से फैसले लेने शुरू कर दिए हैं। 20 फरवरी को दोपहर करीब 12:30 बजे उन्होंने दिल्ली की 9वीं और चौथी महिला मुख्यमंत्री (Chief Minister) के तौर पर शपथ ली। इसके बाद उन्होंने कैबिनेट मंत्रियों के साथ बैठक कर कई योजनाओं को मंजूरी दी, जिनमें प्रमुख रूप से आयुष्मान भारत योजना (Ayushman Bharat Yojana) को दिल्ली में लागू करने का फैसला शामिल है।
रेखा गुप्ता ने यह साफ कर दिया है कि उनके नेतृत्व में विकसित दिल्ली मिशन (Viksit Delhi Mission) में एक भी दिन बर्बाद नहीं होगा। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस (Congress) के 15 साल और AAP (Aam Aadmi Party) के 13 साल के शासन के बाद अब दिल्ली के विकास की बारी है।
24 घंटे में लिए गए बड़े फैसले
रेखा गुप्ता ने कार्यभार संभालने के तुरंत बाद वासुदेव घाट (Vasudev Ghat) जाकर यमुना (Yamuna) की संध्या आरती की। इसके बाद उनकी पहली कैबिनेट बैठक में कई अहम निर्णय लिए गए। सबसे महत्वपूर्ण फैसला यह रहा कि जल्द ही दिल्ली विधानसभा (Delhi Assembly) के पहले सत्र में CAG रिपोर्ट (Comptroller and Auditor General Report) पेश की जाएगी।
इसके अलावा, रेखा गुप्ता ने पुरानी सरकारों द्वारा नियुक्त किए गए निजी स्टाफ की सेवाएं समाप्त करने का आदेश जारी किया। जिन अधिकारियों और कर्मचारियों की नियुक्ति अन्य विभागों में की गई थी, उन्हें उनके मूल विभाग में लौटने के लिए कहा गया।
100 दिन का प्लान: दिल्ली की तस्वीर बदलेगी
रेखा गुप्ता की नई सरकार ने राजधानी के लिए एक 100 दिनों का कार्ययोजना (100-Day Action Plan) तैयार किया है। इसमें खासतौर पर स्वच्छता, यमुना की सफाई और महिला सुरक्षा को प्राथमिकता दी जाएगी।
दिल्ली के मंत्री आशीष सूद (Ashish Sood) ने कहा कि पहला फोकस सफाई अभियान पर रहेगा। गंदगी हटाने के साथ-साथ राजधानी की सड़कों और सार्वजनिक स्थलों को दुरुस्त किया जाएगा। वहीं, पंकज कुमार सिंह (Pankaj Kumar Singh), जो स्वास्थ्य, तकनीकी सूचना और परिवहन मंत्री हैं, ने कहा कि जनता की समस्याओं को सुनने और समझने के बाद एक रोडमैप तैयार किया जाएगा। इस रोडमैप के जरिए सभी मुद्दों को 100 दिनों के भीतर हल करने का लक्ष्य रखा गया है।
मनजिंदर सिंह सिरसा (Manjinder Singh Sirsa) ने कहा, “हम जनहित की नई योजनाओं पर काम करेंगे। हमारा मंत्र है- सबका साथ, सबका विकास।”
Delhi में बदलाव की शुरुआत?
रेखा गुप्ता की तेज़ फैसलों की रणनीति से ऐसा लग रहा है कि दिल्ली में एक नई राजनीतिक शुरुआत हो चुकी है। 24 घंटे में लिए गए उनके फैसले और 100 दिनों की कार्ययोजना से यह स्पष्ट है कि आने वाले समय में दिल्ली की राजनीति में बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है।