पूरे पाकिस्तान पर अकेले भारी पड़ते हैं Ratan Tata, न हो यकीन तो ये रहा सबूत

0
पाकिस्तान पर अकेले भारी पड़ते हैं रतन टाटा, न हो यकीन तो ये रहा सबूत
पूरे पाकिस्तान पर अकेले भारी पड़ते हैं Ratan Tata, न हो यकीन तो ये रहा सबूत

19 फरवरी (The News Air) टाटा ग्रुप का मार्केट कैप पाकिस्तान की कुल जीडीपी से ज्यादा हो गया है. जानकारी के अनुसार टाटा ग्रुप का कुल मार्केट कैप 365 बिलियन डॉलर यानी 30.3 लाख करोड़ रुपए हो चुका है. वहीं दूसरी ओर आईएमएफ के अनुसार पाकिस्तान की कुल जीडीपी 341 बिलियन डॉलर रह गई है.

पिछले एक साल में टाटा ग्रुप की कई कंपनियों ने जबरदस्त रिटर्न दिया है. जिसकी वजह से ग्रुप के मार्केट कैप में बढोतरी देखने को मिली है. खास बात तो ये है कि टाटा ग्रुप का मार्केट कैप पाकिस्तान की कुल जीडीपी से ज्यादा हो गया है. जानकारी के अनुसार टाटा ग्रुप का कुल मार्केट कैप 365 बिलियन डॉलर यानी 30.3 लाख करोड़ रुपए हो चुका है. वहीं दूसरी ओर आईएमएफ के अनुसार पाकिस्तान की कुल जीडीपी 341 बिलियन डॉलर रह गई है. अगर टाटा ग्रुप की सबसे बडी कंपनी टीसीएस की बात करें तो उसकी वैल्यूएशन 170 बिलियन डॉलर यानी 15 लाख करोड रुपए से ज्यादा हो चुकी है. जाेकि भारत की दूसरी सबसे बडी कंपनी है.

टाटा ग्रुप की कंपनियों ने किया कमाल : टाटा ग्रुप के एम कैप में इजाफे का प्रमुख कारण बीते एक साल में ग्रुप कंपनियों के शेयरों में जबरदस्त इजाफा होना है. टाटा मोटर्स और ट्रेंट में मल्टीबैगर रिटर्न के अलावा पिछले एक साल में टाइटन, टीसीएस और टाटा पाॅवर के शेयरों में जबरदस्त तेजी देखने को मिली है. हाल ही में सूचीबद्ध टाटा टेक्नोलॉजीज सहित कम से कम 8 टाटा कंपनियों की वैल्यूएशन पिछले एक साल में डबल हो चुकी है. जिसमें टीआरएफ, ट्रेंट, बनारस होटल्स, टाटा इन्वेस्टमेंट कॉर्पोरेशन, टाटा मोटर्स, ऑटोमोबाइल कॉर्पोरेशन ऑफ गोवा और आर्टसन इंजीनियरिंग शामिल हैं.

टाटा की 25 कंपनियां है बाजार में लिस्ट : टाटा की कम से कम 25 कंपनियां स्टॉक एक्सचेंजों पर लिस्टिड हैं, जिनमें से केवल एक (टाटा केमिकल्स जो एक साल में 5 फीसदी नीचे है) की वैल्यूएशन में गिरावट देखने को मिली है. अगर टाटा संस, टाटा कैपिटल, टाटा प्ले, टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स और एयरलाइंस बिजनेस (एयर इंडिया और विस्तारा) जैसी नॉन लिस्टिड टाटा कंपनियों के अनुमानित मार्केट कैप को ध्यान में रखा जाए,तो कुल मार्केट कैप में करीब 170 बिलियन डॉलर का और ज्यादा इजाफा देखने को मिल सकता है.

 

इन कंपनियों का आएगा आईपीओ : टाटा कैपिटल, जिसे आरबीआई गाइडलाइंस के तहत अगले साल तक अपना आईपीओ लाना है, नॉन लिस्टिड मार्केट में वैल्यूएशन 2.7 लाख करोड़ रुपए है. स्टोर्ड-ग्रुप की होल्डिंग कंपनी टाटा संस की वैल्यूएशन पिछले साल करीब 11 लाख करोड़ रुपये आंकी गई थी. आरबीआई के नियमों के मुताबिक सितंबर 2025 तक टाटा संस का आईपीओ भी आ सकता है. खास बात तो ये है कि रतन टाटा के पास टाटा संस में 1 फीसदी से भी कम हिस्सेदारी है. टाटा प्ले को पहले ही आईपीओ के लिए सेबी की मंजूरी मिल चुकी है लेकिन समयसीमा की घोषणा अभी नहीं की गई है.

पाकिस्तानी इकोनॉमी की हालत खराब : भारत की जीडीपी का मौजूदा साइज करीब 3.7 ट्रिलियन डॉलर है. आंकडों को देखें तो भारत की जीडीपी पाकिस्तान की इकोनॉमी से करीब 11 गुना बडी है. वित्त वर्ष 2028 तक जापान और जर्मनी दोनों को पछाड़कर भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकोनॉमी बन सकता है. मौजूदा समय में भारत दुनिया की 5वीं सबसे बडी इकोनॉमी है.

दूसरी ओर, वित्त वर्ष 2022 में पाकिस्तान की जीडीपी की ग्राेथ 6.1 फीसदी देखने को मिली थी. जबकि उससे एक साल पहले यह आंकडा 5.8 फीसदी था. अब अनुमान लगाया जा रहा है कि बाढ की वजह से हुए भारी नुकसान के कारण पाकिस्तान का ग्रोथ रेट वित्त वर्ष 2023 में गिर सकता है.

जानकारी के अनुसार देश पर 125 अरब डॉलर का विदेशी लोन और कर्ज है. पाकिस्तान को जुलाई के महीने में 25 अरब डॉलर का विदेशी लोन चुकाना है. जिसके लिए वह काफी समय भाग दौड कर रहा है. वहीं दूसरी ओर आईएमएफ का 3 अरब डॉलर का प्रोग्राम भी अगले महीने खत्म हो रहा है. पाकिस्तान का विदेशी मुद्रा भंडार लगभग 8 बिलियन डॉलर है, जिससे सिर्फ दो महीने तक की जरूरी इंपोर्टिड सामान खरीदा जा सकता है.

0 0 votes
Rating
Subscribe
Notify of
guest
0 Comments
Oldest
Newest Most Voted
Inline Feedbacks
View all comments