फिल्म पीकू, बर्फी और सीरीज द ट्रायल जैसे बड़े प्रोजेक्ट्स में अहम भूमिकाएँ निभाने वाले अभिनेता जिशु सेनगुप्ता (Jisshu Sengupta) ने अपने करियर में उतार-चढ़ाव का लंबा सफर देखा है। उन्होंने रणबीर कपूर, काजोल और दीपिका पादुकोण जैसे सितारों के साथ स्क्रीन शेयर की, लेकिन एक समय ऐसा भी आया जब उन्हें इंडस्ट्री में “अशुभ” कहा जाने लगा और काम मिलना बंद हो गया।
1998 में शुरू हुआ अभिनय सफर : जिशु ने साल 1998 में अपने पहले टीवी शो महाप्रभु से करियर की शुरुआत की। इस शो के लिए उन्हें 250 रुपये प्रतिदिन मिलते थे। यह शो सुपरहिट रहा और जिशु बंगाल टीवी इंडस्ट्री के पहले सुपरस्टार बन गए। उस दौर में वे एक साथ चार शोज कर रहे थे और कभी-कभी 72 घंटे लगातार काम करते थे।
संघर्ष और आर्थिक तंगी : सफल टीवी करियर के बावजूद, जिशु का जीवन आसान नहीं था। उन्होंने खुद बताया कि बचपन में परिवार को बेहद मुश्किल हालात झेलने पड़े। छह महीने तक उनके घर में बिजली नहीं थी क्योंकि पिता बिजली का बिल नहीं चुका पाए थे। खाने तक के लिए पैसे नहीं होते थे, लेकिन उनकी मां ने उस कठिनाई को हंसते-खेलते झेला और उन्हें “कैंडललाइट डिनर” समझाकर हिम्मत दी।
फिल्मों में मिला ‘अशुभ’ टैग : साल 2001 में जिशु ने टीवी छोड़कर फिल्मों की ओर रुख किया। लेकिन शुरुआती फिल्में फ्लॉप रहीं। इंडस्ट्री में यह अफवाह फैल गई कि वे अशुभ हैं। कई प्रोड्यूसर्स ने उन्हें काम देने से मना कर दिया। यहां तक कि फिल्म साथी में उन्हें लेने से इंकार कर दिया गया, यह कहकर कि उनका चेहरा पहले ही टीवी पर बहुत ज्यादा देखा जा चुका है।
करीब 6 महीने तक उन्हें कोई काम नहीं मिला। हालात इतने खराब हुए कि पैसों की तंगी के चलते उन्हें चौथे लीड या सी-ग्रेड फिल्मों में हीरो की भूमिका तक निभानी पड़ी। करीब 8-10 साल तक उन्हें इंडस्ट्री में “अशुभ” कहकर रिजेक्ट किया गया।
बड़े सितारों संग काम और पहचान : लंबे संघर्ष के बाद जिशु को फिल्मों और सीरीज में अहम किरदार मिलने लगे। वे दीपिका पादुकोण के साथ पीकू और रणबीर कपूर के साथ बर्फी में नजर आए। हाल ही में वे काजोल के साथ द ट्रायल सीजन 2 में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।
भारतीय फिल्म इंडस्ट्री में यह आम बात है कि कलाकारों को शुरुआती असफलताओं के बाद लंबे समय तक “टाइपकास्ट” कर दिया जाता है। कई बार किसी की एक असफल फिल्म या छवि ही उनके पूरे करियर पर असर डाल देती है। जिशु सेनगुप्ता का मामला भी इसी सोच का शिकार रहा, जहां टीवी का स्टार बनने के बावजूद उन्हें फिल्मों में “अशुभ” कहकर रिजेक्ट किया गया। लेकिन उनकी जिद और लगन ने आखिरकार उन्हें सफलता दिलाई।
मुख्य बातें
-
जिशु सेनगुप्ता ने 1998 में महाप्रभु से करियर शुरू किया, शो हिट रहा और वे टीवी के सुपरस्टार बने।
-
आर्थिक तंगी के दिनों में छह महीने तक घर में बिजली नहीं थी और खाने तक के पैसे नहीं थे।
-
शुरुआती फिल्मों की असफलता के बाद उन्हें “अशुभ” कहकर इंडस्ट्री में रिजेक्ट किया गया।
-
आज वे पीकू, बर्फी और द ट्रायल जैसी फिल्मों और वेब सीरीज से पहचान बना चुके हैं।






