नई दिल्ली/मुंबई/रायगढ़ (The News Air) जहां महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले के लैंडस्लाइड प्रभावित इरशालवाड़ी गांव में खोज और बचाव अभियान शनिवार को तीसरे दिन भी जारी है। वहीं इस लैंडस्लाइड के बाद एक और महिला का शव बरामद हुआ है। आज अब तक 3 शव बरामद किए जा चुके हैं। इस हादसे में अब तक 25 शव बरामद किए जा चुके हैं। हालांकि अब भी 84 लोग लापता हैं। वहीं हादसे में एक दमकल जवान की भी मौत हुई है।
#UPDATE | Raigad Irshalgad landslide |Three more bodies have been recovered by NDRF. One male and two female bodies were recovered. Death toll rises to 26. (25 locals and 1 firefighter): Raigad Police officials
— ANI (@ANI) July 22, 2023
गौरतलब है कि, मुंबई से लगभग 80 किलोमीटर दूर खालापुर तहसील में एक पहाड़ी पर स्थित आदिवासी गांव में बुधवार रात लैंडस्लाइड हुआ था। इस हादसे में बृहस्पतिवार शाम तक मृतकों की संख्या 16 थी जो शुक्रवार को छह और शव मिलने के बाद बढ़कर 22 हो गई थी। वहीं आज 3 और शव बरामद होने से अब तक 25 शव बरामद किए जा चुके हैं।इसमें एक आदमी और दो महिलाओं के शव मिले हैं और इनमे से एक की पहचान माही मधु तिरकत (32) के रूप में हुई है।
इस गांव के 48 में से कम से कम 17 मकान पूरी तरह से या आंशिक रूप से मलबे में दब गए। रायगढ़ जिला आपदा प्रबंधन कार्यालय के अनुसार, गांव के 229 निवासियों में से 25 की मृत्यु हो गई है, दस घायल हुए हैं, 111 को सुरक्षित हैं और 83 व्यक्तियों का अभी तक पता नहीं चल पाया है। हालांकि, उनमें से कुछ लोग एक शादी में शामिल होने के लिए गांव से बाहर गए थे, जबकि कुछ घटना के समय धान की रोपाई के काम से बाहर थे।
अधिकारियों ने बताया था कि शुक्रवार को मलबे से निकाले गए छह शवों में से तीन पुरुष और तीन महिलाओं के हैं। मृतकों में चार बच्चे भी शामिल हैं जिनकी उम्र छह महीने से चार वर्ष के बीच है। उन्होंने बताया कि जान गंवाने वाले एक ही परिवार के नौ व्यक्तियों में से तीन वर्ष का एक बच्चा और उसकी छह महीने की बहन भी शामिल है। हादसे में तीन पशुओं की भी मौत हो गई जबकि 21 को बचा लिया गया।
जानकारी दें कि, पहाड़ी के नीचे से इरशालवाड़ी तक पहुंचने में लगभग डेढ़ घंटे का समय लगता है। चूंकि सुदूर गांव में पक्की सड़क नहीं है, इसलिए मिट्टी खोदने वाले यंत्र आसानी से घटनास्थल पर नहीं ले जाये जा सके।
इधर इरशालवाड़ी गांव में भूस्खलन में मृतकों की संख्या बढ़ने के बीच राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने बीते शुक्रवार को विधानसभा में कहा कि सरकार ने राज्य के सभी भूस्खलन संभावित क्षेत्रों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित करने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि रायगढ़ जिले का इरशालवाड़ी गांव भूस्खलन संभावित क्षेत्रों की सूची में शामिल नहीं था। बताते चलें कि इससे पहले रायगढ़ जिले के महाड़ तहसील के तलिये गांव में 22 जुलाई, 2021 को हुए लैंडस्लाइड में 87 लोगों की मौत हो गई थी।