नई दिल्ली, 5 सितंबर (The News Air) पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, जो 6 से 11 सितंबर तक एक सप्ताह के लिए यूरोप के तीन देशों की यात्रा पर जाएंगे, नॉर्वे में ओस्लो विश्वविद्यालय में ‘द वर्ल्ड्स लार्जेस्ट कंट्री; द वर्ल्ड्स लार्जेस्ट डेमोक्रेसी’ (दुनिया का सबसे बड़ा देश; दुनिया का सबसे लोकतंत्र’) विषय पर वार्तालाप कार्यक्रम में भाग लेंगे।
यहां पार्टी के एक नेता ने कहा कि कांग्रेस नेता 11 सितंबर को ओस्लो विश्वविद्यालय में दोपहर 1 बजे से 2 बजे के बीच वार्तालाप कार्यक्रम में भाग लेंगे।
पार्टी के एक सूत्र ने बताया कि राहुल मंगलवार सुबह यूरोप के लिए रवाना हुए।
राहुल, जो केरल के वायनाड से लोकसभा सांसद हैं, 10 सितंबर को नीदरलैंड के लीडेन विश्वविद्यालय में एक व्याख्यान कार्यक्रम में भी भाग लेंगे।
पार्टी के एक नेता के मुताबिक, राहुल गांधी नीदरलैंड के विजनहेवन में एक कार्यक्रम में ‘विश्व में भारत’ विषय पर सैम पित्रोदा के साथ बातचीत करेंगे। इस मौके पर प्रोफेसर जीन मिफसूद बोनीसी भी मौजूद रहेंगे।
पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष तीन यूरोपीय देशों की अपनी यात्रा के दौरान प्रवासी भारतीयों के साथ भी बातचीत करेंगे।
सूत्रों ने कहा, “राहुल गांधी 6 सितंबर को बेल्जियम की राजधानी ब्रुसेल्स पहुंचेंगे और 7 और 8 सितंबर को वह कई कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे, जिसमें यूरोपीय संसद का दौरा और भारतीय प्रवासियों के साथ उनकी मुलाकात शामिल है।”
राहुल गांधी फ्रांस, बेल्जियम के ब्रुसेल्स और नॉर्वे के ओस्लो का दौरा करेंगे।
9 सितंबर को राहुल गांधी दोपहर बाद 3 बजे पेरिस पहुंचेंगे और शाम को 5 बजे वह वहां की यूनिवर्सिटी के एक कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे।
इसके बाद कांग्रेस नेता उसी दिन एक रात्रिभोज कार्यक्रम में भी शामिल होंगे।
सूत्र ने कहा कि राहुल गांधी 9 सितंबर को फ्रांस की संसद के अंदर या बाहर फ्रांस के सांसदों और अपने दोस्तों के साथ बैठक करेंगे।
उन्होंने कहा कि फ्रांस के श्रमिक संघ के साथ बैठक के लिए आगे बढ़ने से पहले वह दोपहर में एशियाई देशों के लोगों के साथ दोपहर का भोजन भी करेंगे।
फ्रांस में व्यस्त कार्यक्रम के अलावा, राहुल गांधी पेरिस में 300 से 400 भारतीय प्रवासियों के साथ एक बैठक में भाग लेंगे और फिर अगले दिन 10 सितंबर को ओस्लो के लिए रवाना होंगे।
2019 के मोदी उपनाम टिप्पणी संबंधी मानहानि मामले में गुजरात हाईकोर्ट द्वारा सुनाई गई दो साल कैद की सजा पर सुप्रीम कोर्ट ने रोक लगा दी थी, उसके बाद 4 अगस्त को लोकसभा ने उनकी सदस्यता बहाल कर दी। इस परिघटना के बाद राहुल गांधी की यह भारत के बाहर पहली यात्रा है।
इस साल की शुरुआत में वह अमेरिका की छह दिवसीय यात्रा पर गए थे, जहां उन्होंने प्रवासी भारतीयों को संबोधित किया था। इसके बाद उन्होंने स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय में एक व्याख्यान कार्यक्रम में भाग लिया था और सैन फ्रांसिस्को, वाशिंगटन और न्यूयॉर्क जैसे शहरों में भी गए।
इसी साल मार्च में उन्होंने यूके का दौरा भी किया था और कई कार्यक्रमों में हिस्सा लिया था।
अमेरिका और ब्रिटेन में व्याख्यान के दौरान उनके बयानों पर सत्तारूढ़ भाजपा की ओर से तीखी प्रतिक्रियाएं आई थीं।