चंडीगढ़, 6 मार्च (The News Air) मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान द्वारा राज्य में नशों के उन्मूलन के लिए चलाए जा रहे ‘युद्ध नशे के विरुद्ध’ अभियान के आठवें दिन पंजाब पुलिस ने आज 516 स्थानों पर छापेमारी की। इस दौरान राज्य भर में 85 एफआईआर दर्ज कर 130 नशा तस्करों को गिरफ्तार किया गया। मात्र आठ दिनों में गिरफ्तार नशा तस्करों की कुल संख्या 1050 हो गई है।
पुलिस टीमों ने गिरफ्तार नशा तस्करों के कब्जे से 3.04 किलोग्राम हेरोइन, 9.3 किलोग्राम अफीम, 6673 नशीली गोलियां/टीके और 5.39 लाख रुपए ड्रग मनी बरामद की। यह कार्रवाई पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) पंजाब गौरव यादव के निर्देशों पर राज्य के सभी 28 पुलिस जिलों में एक साथ की गई।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने पुलिस कमिश्नरों, डिप्टी कमिश्नरों और सीनियर पुलिस सुपरिडेंटों को अगले तीन महीनों के भीतर पंजाब को नशा मुक्त राज्य बनाने का आदेश दिया है। पंजाब सरकार ने नशों के खिलाफ इस अभियान की निगरानी के लिए वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा की अध्यक्षता में पांच सदस्यीय कैबिनेट सब-कमेटी का गठन किया है।
स्पेशल डीजीपी कानून एवं व्यवस्था अर्पित शुक्ला ने जानकारी दी कि 107 गजटिड अधिकारियों की निगरानी में 1700 से अधिक पुलिस कर्मियों वाली 250 से अधिक पुलिस टीमों ने राज्य भर में छापेमारी की। दिन भर चले इस ऑपरेशन के दौरान 602 संदिग्ध व्यक्तियों की जांच भी की गई।
उन्होंने बताया कि पंजाब पुलिस ने एक व्यापक रणनीति तैयार की है और राज्य से नशे की समस्या के पूर्ण उन्मूलन तक इस तरह के ऑपरेशन जारी रहेंगे।
स्पेशल डीजीपी ने कहा कि पंजाब सरकार ने राज्य में नशों के खात्मे के लिए तीन-स्तरीय रणनीति – प्रवर्तन, पुनर्वास, और रोकथाम (ईडीपी) लागू की है। इस रणनीति के पुनर्वास हिस्से के तहत पंजाब पुलिस ने चार व्यक्तियों को नशा मुक्ति और पुनर्वास उपचार के लिए प्रेरित किया, जबकि रोकथाम हिस्से के तहत आज राज्य भर में 151 जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए गए।
उल्लेखनीय है कि पुलिस टीमों ने बठिंडा, मानसा, बरनाला, पटियाला, संगरूर और एसएएस नगर सहित छह जिलों में 672 दवा दुकानों की जांच की है ताकि इन दुकानों पर नशीली गोलियां या कोई अन्य मादक दवाएं न बेची जाएं और दवाओं की बिक्री से संबंधित निर्धारित नियमों का पालन करना सुनिश्चित किया जा सके।