धूरी, 21 दिसंबर (राज) पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने कहा है कि जहाँ राज्य सरकार पंजाबी युवाओं को डॉक्टर और इंजीनियर बनाकर भविष्य की ज़रूरतों के लिए तैयार करने के लिए गंभीर प्रयास कर रही है, वहीं अकाली दल राज्य को डायनासोर युग में वापस खींचने पर तुला हुआ है।
आज यहाँ पत्रकारों से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘आप’ सरकार पंजाब के युवाओं को डॉक्टर और इंजीनियर बनाने की दिशा में काम कर रही है ताकि वे जीवन में सफल हो सकें। उन्होंने कहा कि अकाली दल, जिसने राज्य में नशों को लाकर युवाओं को बर्बाद किया, अब पंजाब को डायनासोर युग में वापस ले जाना चाहता है। व्यंग्यात्मक लहजे में भगवंत सिंह मान ने कहा कि अकालियों का ‘डायनासोर’ असल में हवा से भरा एक प्लास्टिक का खिलौना है, जिसे लोग जल्द ही उड़ा देंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हाल ही में सरकारी स्कूलों में हुई मेगा शिक्षक-अभिभावक बैठकों (मेगा पी.टी.एम.) में 23.3 लाख अभिभावकों की भागीदारी एक बेहद सकारात्मक संकेत है, जो पंजाब के उज्ज्वल भविष्य को दर्शाती है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि यह एक मिसाल कायम करने वाला बदलाव है, क्योंकि पहले ऐसी बैठकें केवल निजी स्कूलों में होती थीं, जबकि सरकारी स्कूलों में यह व्यवस्था लगभग नदारद थी। उन्होंने कहा कि यह विद्यार्थियों की भलाई के लिए अपनाई जा रही सबसे बेहतरीन पहलों में से एक है।
न्यूज़ीलैंड में नगर कीर्तन के विरोध के संबंध में पूछे गए सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत सरकार को यह मामला न्यूज़ीलैंड सरकार के समक्ष उठाना चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि न्यूज़ीलैंड एक शिक्षित देश है, लेकिन प्रवास का मुद्दा एक वैश्विक चिंता बन चुका है। भगवंत सिंह मान ने पंजाब और पंजाबियों के हितों की रक्षा के लिए राज्य सरकार की दृढ़ प्रतिबद्धता दोहराई।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने धूरी विधानसभा क्षेत्र की पंचायतों के साथ बैठक कर विकास परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा की। चुने हुए प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि उन्हें गाँवों और लोगों की समस्याओं को समझना चाहिए और उनके समाधान के लिए हर संभव प्रयास करने चाहिए। भगवंत सिंह मान ने इस बात पर ज़ोर दिया कि महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) का पूरा उपयोग किया जाए, ताकि ज़रूरतमंदों को रोज़गार मिल सके और विकास कार्य कुशलता से पूरे किए जा सकें।
मुख्यमंत्री ने सरपंचों से अपील की कि विकास कार्य प्राथमिकता के आधार पर किए जाएँ और किसी प्रकार की शिकायत की गुंजाइश न रहे। उन्होंने सरपंचों, पंचायतों, पंचायत समितियों और ज़िला परिषद के नवनिर्वाचित सदस्यों से दलगत राजनीति से ऊपर उठकर विकास पर ध्यान केंद्रित करने को कहा। भगवंत सिंह मान ने कहा कि पंजाब सरकार का उद्देश्य हर गाँव को शहरों के बराबर सुविधाएँ उपलब्ध कराना है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सामुदायिक केंद्रों को पूरा करने को प्राथमिकता दी जानी चाहिए, ताकि आम लोगों को अधिकतम लाभ मिल सके। उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि विकास कार्यों के लिए अधिकारियों के बीच पूर्ण समन्वय होना चाहिए और आश्वासन दिया कि पंचायतों के लिए धन की कोई कमी नहीं आने दी जाएगी। भगवंत सिंह मान ने घोषणा की कि हर गाँव को मिनी-बस सेवा के माध्यम से जोड़ा जाएगा और युवाओं को बस परमिट जारी किए जाएँगे।
इससे पहले मुख्यमंत्री ने ज़िला परिषदों और ब्लॉक समितियों के नवनिर्वाचित सदस्यों को बधाई दी और उनसे लोगों की समस्याओं के समाधान के लिए सक्रिय रूप से काम करने की अपील की। उन्होंने बताया कि उनका शपथ ग्रहण समारोह जनवरी के पहले सप्ताह में होगा, जिसके बाद मगसीपा (महात्मा गांधी स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन) में उनके कर्तव्यों और ज़िम्मेदारियों को लेकर प्रशिक्षण सत्र आयोजित किए जाएँगे। भगवंत सिंह मान ने संतोष व्यक्त किया कि विकास कार्य तेज़ी से आगे बढ़ रहे हैं, जो एक सकारात्मक संकेत है, क्योंकि पहली बार हर गाँव में विकास कार्य सक्रिय रूप से चल रहे हैं।






