Premanand Maharaj spiritual tips : हिंदू धर्म (Hinduism) में pooja room या घर का मंदिर केवल आस्था का प्रतीक नहीं, बल्कि सकारात्मक ऊर्जा (positive energy) का स्रोत माना गया है। हर भक्त सुबह या शाम को भगवान की आराधना कर दिन की शुरुआत करता है। लेकिन वृंदावन (Vrindavan) के प्रसिद्ध संत प्रेमानंद महाराज (Premanand Maharaj) ने बताया है कि अक्सर लोग अनजाने में ऐसी गलतियां कर बैठते हैं, जिनसे पूजा का असर कम हो जाता है और घर में नकारात्मकता (negative energy) बढ़ जाती है।
घर के मंदिर का महत्व और ऊर्जा का संबंध
सनातन परंपरा के अनुसार, घर का मंदिर वह स्थान है जहां मन और वातावरण दोनों शुद्ध होते हैं। यहां रखी हर वस्तु vastu और energy flow पर सीधा असर डालती है। ऐसे में, यदि कुछ अनुचित वस्तुएं वहां रख दी जाएं, तो वह शुभ फल के बजाय दुर्भाग्य को आकर्षित करती हैं। प्रेमानंद महाराज ने अपने प्रवचन में बताया कि मंदिर में क्या नहीं रखना चाहिए ताकि घर में सुख-शांति बनी रहे।
इन 6 चीजों को तुरंत हटा दें मंदिर से
1. टूटी-फूटी मूर्तियां या फटी तस्वीरें
प्रेमानंद महाराज के अनुसार, मंदिर में कभी भी broken idols या torn pictures नहीं रखनी चाहिए। ऐसी मूर्तियां या फोटो घर की सकारात्मक ऊर्जा को प्रभावित करती हैं और नकारात्मक प्रभाव बढ़ाती हैं। यदि किसी मूर्ति या तस्वीर में दरार आ जाए, तो उसे सम्मानपूर्वक विसर्जित कर दें।
2. पितरों की तस्वीरें
घर का मंदिर भगवान की पूजा का स्थान है, न कि पूर्वजों (ancestors) का स्मारक। इसलिए यहां pitra pictures या किसी दिवंगत व्यक्ति की फोटो नहीं रखनी चाहिए। इससे घर की ऊर्जा असंतुलित होती है।
3. फटे या पुराने धर्मग्रंथ
यदि किसी धार्मिक पुस्तक (religious book), आरती संग्रह, या चालिसा के पन्ने फट गए हैं या बहुत पुराने हो गए हैं, तो उन्हें मंदिर से हटा दें। प्रेमानंद महाराज के अनुसार, ऐसी वस्तुएं पूजा की शक्ति को कम करती हैं।
4. मुरझाए हुए फूल
old or withered flowers मंदिर में नहीं रखने चाहिए। रोज़ नए फूल चढ़ाएं और पुराने फूल तुरंत हटा दें, वरना वातावरण में नकारात्मक कंपन (vibrations) फैलने लगते हैं।
5. जीवित संत या गुरु की तस्वीर
महाराज ने कहा कि किसी जीवित गुरु या संत की तस्वीर मंदिर में लगाना अनुचित है। पूजा केवल देवी-देवताओं की की जानी चाहिए।
6. सजावटी या अपवित्र वस्तुएं
मंदिर में किसी भी प्रकार की decorative plastic items, खिलौने या ऐसे सजावटी टुकड़े नहीं रखने चाहिए जो ध्यान भंग करें या अपवित्रता लाएं।
Hindu rituals, Vastu Shastra, और spiritual energy का आपस में गहरा संबंध है। प्राचीन ग्रंथों के अनुसार, घर का पूजा स्थल केवल आराधना का नहीं बल्कि मानसिक शांति का केंद्र भी होता है। जब मंदिर में अनुचित वस्तुएं रख दी जाती हैं, तो व्यक्ति के कर्म, विचार और घर की स्थिति पर असर पड़ता है। संत प्रेमानंद महाराज जैसे आचार्य समय-समय पर ऐसे उपदेश देकर लोगों को आध्यात्मिक रूप से जागरूक करते हैं ताकि वे अपने जीवन में शांति और सकारात्मकता बनाए रख सकें।
मुख्य बातें (Key Points):
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प्रेमानंद महाराज ने बताया कि घर के मंदिर में टूटी मूर्तियां, फटी तस्वीरें या पुराने धर्मग्रंथ नहीं रखने चाहिए।
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मंदिर में मुरझाए फूल और पितरों की तस्वीरें रखने से नकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है।
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जीवित गुरु या संत की तस्वीर भी पूजा स्थान पर नहीं लगानी चाहिए।
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घर के मंदिर में पवित्रता और स्वच्छता से ही सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है।






