चंडीगढ़ (Chandigarh), 22 जनवरी (The News Air): आम आदमी पार्टी (AAP) पंजाब के नेता और सांसद मलविंदर कंग (Malvinder Kang) ने बुधवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में भाजपा (BJP) नेता परवेश वर्मा (Parvesh Verma) की पंजाबियों पर की गई टिप्पणियों को “विभाजनकारी और अपमानजनक” करार दिया। कंग ने वर्मा के बयान को न केवल पंजाबियों बल्कि भारत की एकता के खिलाफ बताया।
पंजाबियों के योगदान को नकारा नहीं जा सकता : मलविंदर कंग ने प्रेस वार्ता के दौरान कहा, “पंजाबियों ने दिल्ली (Delhi) और भारत (India) के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। भारत की आज़ादी की लड़ाई में उनकी अग्रणी भूमिका रही है। दिल्ली के सामाजिक और आर्थिक परिदृश्य को आकार देने में पंजाबियों का हाथ है। ऐसे में उन्हें आतंकवादी करार देना न केवल शर्मनाक बल्कि असंवैधानिक भी है।”
कंग ने इस बात पर जोर दिया कि भाजपा नेता का यह बयान भाजपा की “पंजाब विरोधी मानसिकता” और “ध्रुवीकरण की राजनीति” को दर्शाता है।
विभाजनकारी राजनीति का आरोप : AAP प्रवक्ता ने परवेश वर्मा के बयान के समय पर सवाल उठाया और इसे चुनावी ध्रुवीकरण का हिस्सा बताया। कंग ने कहा, “चुनाव नजदीक आते ही भाजपा भय फैलाने और लोगों को बांटने की रणनीति पर काम करती है। दिल्ली में पंजाब पंजीकरण वाले वाहनों पर सवाल उठाना इसी साजिश का हिस्सा है।”
उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाया कि यह राजनीतिक लाभ के लिए राष्ट्रीय एकता को खतरे में डाल रही है।
प्रधानमंत्री मोदी से की कड़ी कार्रवाई की मांग : कंग ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) से परवेश वर्मा के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। उन्होंने कहा, “अगर प्रधानमंत्री इस शर्मनाक बयान पर कार्रवाई नहीं करते, तो यह भाजपा के वास्तविक दृष्टिकोण को उजागर करेगा। पंजाबियों को लेकर इस तरह की टिप्पणी देश की अखंडता के खिलाफ है।”
पंजाबियों का अपमान नहीं सहेगा देश : AAP नेता ने दिल्ली के मतदाताओं से अपील की कि वे भाजपा की विभाजनकारी राजनीति को खारिज करें। कंग ने कहा, “दिल्ली के लोग 5 फरवरी को ऐसे नफरत फैलाने वाले नेताओं को सबक सिखाएंगे। यह सिर्फ पंजाब का नहीं, बल्कि हर भारतीय का मुद्दा है जो लोकतंत्र और संघवाद में विश्वास रखता है।”
वोटर्स से अपील : AAP नेता ने कहा कि भाजपा को जल्द से जल्द अपने रुख को स्पष्ट करना चाहिए। उन्होंने कहा, “पंजाबियों ने हमेशा इस देश की रीढ़ की तरह काम किया है। वे इस तरह की राजनीति को बर्दाश्त नहीं करेंगे।”
मलविंदर कंग के बयान ने भाजपा की राजनीति पर बड़े सवाल खड़े कर दिए हैं। पंजाबियों का अपमान और ध्रुवीकरण की राजनीति भाजपा के खिलाफ चुनावी माहौल को गर्म कर रही है। अब देखना यह होगा कि दिल्ली के मतदाता इस स्थिति पर क्या प्रतिक्रिया देते हैं।