The News Air-(चंडीगढ़) पंजाब विधानसभा चुनाव 2022 के लिए दिल्ली में चल रही बैठक में आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्चुअली शामिल होकर पंजाब में चुनाव को लेकर कुछ मंत्र दिए। इस बैठक की अध्यक्षता भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा कर रहे थे। जबकि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह बैठक में विशेष रूप से उपस्थित थे।
चुनाव समिति की बैठक दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ फाइनल की जा रही पंजाब के प्रत्याशियों की सूची को लेकर भी चर्चा हुई। प्रधानमंत्री ने पंजाब में विधानसभा चुनाव के दौरान प्रचार को लेकर अपने टिप्स भी दिए तथा चुनावी दंगल में उतरने से पहले चुनाव समिति की क्या तैयाररी है, इसकी भी पूरी जानकारी हासिल की।
प्रधानममंत्री ने कहा कि पंजाब एक बार्डर स्टेट है और संवेदनशील राज्य है। इस राज्य की भाईचारक साँझ को बनाए रखना बहुत ज़रूरी है। उन्होंने कहा कि एसी कोई भी बात करने से परहेज़ करें जिससे आपसी सम्-भाव को ठेस पहुंचती हो। हमें अपनी संस्कृति, अपनी सभ्यता, अपने संस्कारों को जीवंत रखना है। पंजाब में जीत का मंत्रा देते हुए कहा कि भाजपा सबका साथ सबका विकास के साथ चलेगी। जन-जन तक यह पहुंचाएगी कि आज देश की सूरत बदली है वह ‘सबके प्रयास’ से बदली है। नए भारत के निर्माण में ‘सबका प्रयास’ शामिल है। अब नए भारत के निर्माण में ‘सब का साथ, सबका साथ के साथ ‘सबका प्रयास’ भी रहेगा।
बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी चुनाव समिति के सदस्यों से बातचीत करके तैयारियों का जायज़ा लिया और समीक्षा की। बैठक में पंजाब भाजपा के प्रधान अश्विनी शर्मा, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष तरुण चुघ, पंजाब भाजपा के प्रभारी दुष्यंत गौतम, सह प्रभारी सोदान सिंह, चुनाव प्रभारी एवं केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, केंद्रीय मंत्री सोमप्रकाश, केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी, केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी, पूर्व केंद्रीय मंत्री शाहनवाज हुसैन व कुछ अन्य नेता शामिल थे।
बैठक में मौजूद राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, पंजाब चुनाव प्रभारी गजेंद्र सिंह ने प्रधानमंत्री के साथ पंजाब की गठबंधन वाली पार्टियों को दी जाने वाली सीटों पर फंसे पेंच पर भी चर्चा की। बता दें कि भाजपा ने अपने सभी 70 प्रत्याशियों की सूची तैयार कर ली है। लेकिन गठबंधन में साथ आए लोक पंजाब कांग्रेस के सरपरस्त कैप्टन अमरिंदर सिंह के साथ पुआद, दोआबा और माझा की 10 सीटों पर अभी पेंच फंसा हुआ है। इसी वजह से जो सूची कल शाम को जारी होनी थी, वह नहीं हो पाई थी।
पुआद में खरड़ और रूपनगर में कैप्टन अपना प्रत्याशी चाहते हैं। इसी तरह से दोआबा की दसूहा और मुकेरियां सीट पर भी भाजपा अपना उम्मीदवार चाहती है, लेकिन वहाँ से कैप्टन के साथ जो लोग कांग्रेस से टूट कर आए हैं, वे चुनाव लड़ना चाहते हैं। जबकि इतिहास रहा है कि इन सीटों पर भाजपा का कब्ज़ा रहा है। इसी तरह से माझा में अमृतसर की कुछ सीटों पर कैप्टन अमरिंदर सिंह और भारतीय जनता पार्टी में पेंच फंसा हुआ है। हालांकि भाजपा के पार्लियामेंट्री बोर्ड ने जिन सीटों पर पेंच फंसा है, उन पर अपने ग्रास रूट के कार्यकर्ताओं से फीडबैक माँगी है। उसी के आधार पर इन पर फ़ैसला होगा। भाजपा 70 सीटों पर अपने प्रत्याशी तय कर चुकी है, लेकिन यह कम या फिर ज़्यादा भी हो सकते हैं।