Varanasi Gangrape Case को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने वाराणसी (Varanasi) पहुंचते ही हवाई अड्डे पर उपस्थित पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों से इस भयावह घटना की विस्तृत जानकारी ली। 19 वर्षीय युवती के साथ 6 दिनों तक लगातार 23 आरोपियों द्वारा किए गए गैंगरेप ने देश को झकझोर कर रख दिया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) अपने 50वें वाराणसी (Varanasi) दौरे पर जब बाबतपुर एयरपोर्ट (Babatpur Airport) पर पहुंचे, तो उन्होंने स्वागत के लिए खड़े पुलिस कमिश्नर (Police Commissioner), मंडलायुक्त (Divisional Commissioner) और ज़िलाधिकारी (District Magistrate) से Varanasi Gangrape Case पर अलग से बातचीत की। उन्होंने तुरंत दोषियों की पहचान कर उनके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई का निर्देश दिया और ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो, इसके लिए ठोस व्यवस्था सुनिश्चित करने का आदेश भी दिया।
इस अमानवीय घटना में पीड़िता पांडेयपुर (Pandeypur) क्षेत्र की रहने वाली है जो स्पोर्ट्स कॉलेज (Sports College) में दाखिले की तैयारी कर रही थी। उसकी मां के अनुसार, बेटी डरी-सहमी हालत में एक दरिंदे से छूटने की आस लिए दूसरे दरिंदे के चंगुल में फंसती रही।
29 मार्च को पीड़िता को उसका मित्र राज विश्वकर्मा (Raj Vishwakarma) लंका (Lanka) स्थित एक कैफे में ले गया, जहां उसके साथ पहली बार बलात्कार हुआ। इसके बाद अलग-अलग दिनों में अलग-अलग स्थानों पर समीर (Sameer), आयुष (Ayush), सोहेल (Sohail), दानिश (Danish), अनमोल (Anmol), साजिद (Sajid), जाहिद (Zahid) और अन्य ने उसके साथ दरिंदगी की। 1 अप्रैल को साजिद के चार और दोस्त शामिल हुए। 2 अप्रैल को राज खान (Raj Khan) ने मना करने के बाद बलात्कार नहीं किया, लेकिन 3 अप्रैल को दानिश, शोएब (Shoaib) समेत अन्य आरोपियों ने पीड़िता का शोषण किया।
गैंगरेप केस की FIR में कुल 12 नामजद और 11 अज्ञात लोगों को आरोपी बनाया गया है। पुलिस अब तक 10 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। इस मामले ने वाराणसी प्रशासन को हिला कर रख दिया है और जनता में भारी आक्रोश है।
पीएम मोदी (PM Modi) ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि न्याय प्रक्रिया में कोई ढिलाई न हो और हर स्तर पर पारदर्शिता बनी रहे। उन्होंने दोहराया कि बेटियों की सुरक्षा सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है और कोई भी दोषी बच नहीं पाएगा।