पंजाब, 16 अक्टूबर (The News Air): प्रदेश में मंगलवार को पंचायत चुनाव की प्रक्रिया पूरी हो गई। ज्ञात रहे कि प्रदेश में 13 हजार 937 ग्राम पंचायतें दोबारा से चुनी गई हैं। हालांकि कल हुए मतदान में मात्र 9398 पंचायतों के लिए ही वोटिंग हुई। बाकी की पंचायतों को सर्वसम्मति से पहले ही चुन लिया गया था। कल हुआ मतदान ज्यादात्तर स्थानों पर शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुआ। इसी बीच कुछ स्थानों पर हिंसक झड़पें भी हुई। पंचायत चुनाव में 74 फीसदी से अधिक मतदान हुआ है। रात 12 बजे तक घोषित नतीजों के अनुसार, प्रदेश की आधी से ज्यादा पंचायतों पर
बैलेट पेपर पर नोटा का भी विकल्प था
बैलट पेपर पर नोटा का विकल्प भी रखा गया था। वोटिंग के दौरान पटियाला, मोगा, अमृतसर, तरनतारन, बठिंडा, जालंधर, गुरदासपुर और लुधियाना में बवाल हुआ। पटियाला, मोगा, अमृतसर, तरनतारन, बठिंडा और बरनाला में गोलियां चलने के साथ पथराव हुआ। वहीं कपूरथला में पोलिंग बूथ पर तलवारें चलीं। जिसमें कई लोग घायल हुए। राज्य में 3798 सरपंच पहले ही निर्विरोध चुने जा चुके हैं। वहीं, 48861 पंच भी बिना मतदान के घोषित हो चुके हैं। मंगलवार को 25588 सरपंच पद और 80598 पंच पद के लिए मतदान हुआ।
चुनाव ड्यूटी के दौरान दो कर्मियों की मौत
बरनाला में पंचायत चुनाव ड्यूटी पर तैनात एक पुलिस कर्मचारी की मौत हो गई। मृतक की पहचान सीनियर कांस्टेबल लक्खा सिंह के रूप में हुई है। मौत का कारण हार्ट अटैक बताया जा रहा है। उसे तुरंत इलाज के लिए बरनाला सिविल अस्पताल ले जाया गया, जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मृतक पुलिस कर्मचारी आईआरबी बरनाला में चुनाव ड्यूटी पर था। वह तरनतारन जिले के गांव छीना का रहने वाला था।
वहीं पंचायत चुनाव ड्यूटी के लिए फाजिल्का से जालंधर आए एक टीचर की सोमवार रात संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। जालंधर के आदमपुर थाने के एसएचओ रविंदर पाल सिंह ने बताया- देर रात ड्यूटी के लिए आए शिक्षक अमरेंद्र सिंह की मौत हो गई है। रात करीब 10 बजे वह मतदान केंद्र पर अपने कमरे में आराम कर रहे थे। इसी दौरान संदिग्ध परिस्थितियों में उनकी मौत हो गई। अमरेंद्र सिंह ड्यूटी के लिए फाजिल्का से जालंधर आए थे। उनके शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।