नई दिल्ली, 14 दिसंबर (The News Air) भारत के संविधान को अपनाने की 75वीं वर्षगांठ पर चर्चा के दौरान लोकसभा के विपक्ष के नेता Rahul Gandhi ने केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि जब हम संविधान खोलते हैं, तो हम अंबेडकर, महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू की आवाज़ और विचार सुन सकते हैं, लेकिन ये विचार कहाँ से आए। ये विचार भगवान शिव, गुरु नानक, भगवान बासवन्ना, कबीर आदि से आए। कांग्रेस नेता ने कहा कि हमारा संविधान बिना हमारी प्राचीन विरासत के बिना नहीं बन सकता था। Rahul Gandhi ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि जैसे द्रोणाचार्य ने एकलव्य का अंगूठा काटा, वैसे ही आज की सरकार हिंदुस्तान के युवाओं का अंगूठा काट रही है।
हमारे संविधान में कुछ भी भारतीय नहीं-Rahul Gandhi
Rahul Gandhi ने वीडी सावरकर को उद्धृत करते हुए कहा कि उन्होंने अपने लेखन में स्पष्ट रूप से कहा है कि हमारे संविधान में कुछ भी भारतीय नहीं है। लड़ाई मनु स्मृति और संविधान के बीच की है। अब सवाल ये है कि आप सावरकर की बात को मानते हैं या फिर संविधान को। क्योंकि जब आप संविधान की तारीफ करते हैं तो आप एक तरह से सावरकर का विरोध करते हैं। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा है कि जिस पुस्तक से भारत चलता है, उसे इस पुस्तक से हटा दिया जाना चाहिए। इसी बात को लेकर लड़ाई है।
आज भारत में एक युद्ध हो रहा-कांग्रेस नेता
लोकसभा के विपक्ष के नेता Rahul Gandhi ने कहा, “मैंने अपने पहले भाषण में, एक युद्ध के विचार का वर्णन किया, मैंने महाभारत का वर्णन किया, कुरुक्षेत्र का वर्णन किया। आज भारत में एक युद्ध हो रहा है। इस तरफ़ (विपक्ष की तरफ) संविधान के विचार के रक्षक हैं। प्रत्येक राज्य से हमारे पास एक है, अगर आप हमसे तमिलनाडु के बारे में पूछेंगे-तो हम आपको पेरियार कहेंगे, अगर आप हमसे कर्नाटक के बारे में पूछेंगे-तो हम कहेंगे बसवन्ना, अगर आप हमसे महाराष्ट्र के बारे में पूछेंगे-तो हम कहेंगे फुले जी, अंबेडकर जी, अगर आप हमसे गुजरात के बारे में पूछेंगे-तो हम कहेंगे महात्मा गांधी। आप इन लोगों की प्रशंसा झिझकते हुए करते हैं क्योंकि आपको करना ही पड़ता है। लेकिन सच्चाई यह है कि आप चाहते हैं कि भारत उसी तरह चले जैसे पहले चलता था।”
एक धर्म को दूसरे धर्म से लड़ाने का काम कर रही सरकार
Rahul Gandhi ने केंद्र सरकार पर गंभीर आरोप लगाए और कहा कि सरकार एक धर्म को दूसरे धर्म से लड़ाने का काम कर रही है। उन्होंने पूछा, “संविधान में ये कहाँ लिखा है? मुझे दिखाइए।” Rahul Gandhi ने यह भी कहा कि उनकी और इंडी गठबंधन की विचारधारा संविधान की रक्षा करती है। उन्होंने आगे कहा कि आज राजनीतिक, सामाजिक और आर्थिक समानता ख़त्म हो गई है। Rahul Gandhi ने जातीय जनगणना को अगले क़दम के रूप में पेश किया और कहा कि वे देश को यह दिखाना चाहते हैं कि किसने किसे नजरअंदाज किया है। इसके बाद, उन्होंने कहा, हिंदुस्तान में एक नया विकास और राजनीति की दिशा बदलने वाली है। Rahul Gandhi ने यह भी कहा कि वे 50 फीसदी आरक्षण की दीवार को भी तोड़ेंगे।
एकलव्य की तरह सरकार युवाओं का अंगूठा काट रही-Rahul Gandhi
Rahul Gandhi ने केंद्र सरकार पर हमला करते हुए कहा कि आप उसी तरीके से देश चला रहे हैं जैसे पहले चलता था। उन्होंने बताया कि जब वह छोटे थे, तो दिल्ली के आसपास एम्स के पास जंगल हुआ करता था। Rahul Gandhi ने उदाहरण देते हुए कहा कि हजारों साल पहले एक बच्चा हर सुबह उठकर तपस्या करता था। वह बच्चा हर दिन धनुष और तीर चलाता था और वर्षों तक तपस्या करता रहा। उसका नाम एकलव्य था। Rahul Gandhi ने कहा कि जब एकलव्य गुरु द्रोणाचार्य के पास शिक्षा लेने गया, तो गुरु ने उसे यह कहकर मना कर दिया कि वह स्वर्ण जाति से नहीं है, इसलिए वह उसे नहीं सिखा सकते। Rahul Gandhi ने इसे उदाहरण बनाते हुए कहा कि जैसे द्रोणाचार्य ने एकलव्य का अंगूठा काटा, वैसे ही आज की सरकार हिंदुस्तान के युवाओं का अंगूठा काट रही है।
अग्निवीर को लागू कर युवाओं के अंगूठे काट दिए
Rahul Gandhi ने कहा, “जब आपने अग्निवीर को लागू किया, तो आपने युवाओं के अंगूठे काट दिए। जब आपके पास पेपर लीक होते हैं-आपके पास 70 पेपर लीक थे, आपने भारत के युवाओं के अंगूठे काट दिए। आज, आपने दिल्ली के बाहर किसानों पर आंसू गैस के गोले दागे, आपने किसानों पर लाठीचार्ज किया। किसान आपसे MSP की मांग करते हैं। वे उचित मूल्य की मांग करते हैं। लेकिन आप अडानी, अंबानी को मुनाफा देते हैं और किसानों का अंगूठा काट देते हैं। हम अभयमुद्रा रखते हैं, हम कहते हैं” डारो मत”। आप कहते हैं,” हम आपका अंगूठा काट देंगे। “यही अंतर है।”