नई दिल्ली (New Delhi), 25 जनवरी (The News Air):- तुम डराओ मत कि BJP जीत जाएगी, तुम्हारे मन में डर पैदा हो गया है; ओवैसी ने केजरीवाल को ऐसे घेरा- दिल्ली (Delhi) विधानसभा चुनाव में एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने ‘आप’ (AAP) और भाजपा पर जोरदार हमला बोला, कहा कि दिल्ली में कहीं भी विकास नहीं हो रहा है और यहां की हालत बेहद खराब है।
दिल्ली में होने वाले विधानसभा चुनाव में एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने अपनी पूरी ताकत प्रचार में झोंक दी है। गुरुवार रात ओखला (Okhla) में आयोजित जनसभा के दौरान ओवैसी ने पैदल चलकर प्रचार किया और भाजपा (BJP) और अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) की पार्टी ‘आप’ (AAP) पर तीखा हमला बोला। ओवैसी ने कहा कि दिल्ली में विकास की कोई भी सूरत नहीं दिखती और दिल्ली की गलियां बदहाल हो चुकी हैं।
ओवैसी ने विशेष रूप से ‘आप’ पर निशाना साधते हुए कहा, “तुम डराओ मत कि BJP जीत जाएगी, तुम्हारे मन में डर पैदा हो गया है, तुम्हें अपनी नाकामी साफ दिख रही है।” ओवैसी ने दावा किया कि उन्होंने पांच साल पहले भी ओखला (Okhla) क्षेत्र का दौरा किया था और तब भी यहां कोई तरक्की नहीं दिखी थी। इसके साथ ही ओवैसी ने भाजपा और ‘आप’ के नेताओं को आरएसएस (RSS) से जोड़ा, कहकर कि दोनों ही आरएसएस से निकले हुए हैं।
एआईएमआईएम (AIMIM) पार्टी ने दिल्ली की दो विधानसभा सीटों, मुस्तफाबाद (Mustafabad) और ओखला (Okhla), से अपने उम्मीदवार उतारे हैं। ओखला (Okhla) से शिफा-उर-रहमान (Shifa-ur-Rehman) और मुस्तफाबाद (Mustafabad) से ताहिर हुसैन (Tahir Hussain) को उम्मीदवार बनाया गया है। दोनों ही लोग 2020 के दिल्ली दंगों (Delhi Riots) के आरोप में जेल में बंद हैं। ओवैसी ने इस बात का जिक्र करते हुए कहा कि अगर अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) जमानत पर चुनाव लड़ सकते हैं, तो शिफा और ताहिर भी जेल में रहते हुए चुनाव जीत सकते हैं।
जनसभा में ओवैसी ने शिफा-उर-रहमान (Shifa-ur-Rehman) की तुलना पूर्व केंद्रीय मंत्री जॉर्ज फर्नांडीस (George Fernandes) से की, जो बड़ौदा डायनामाइट मामले में जेल में रहते हुए भी चुनाव जीत चुके थे। ओवैसी ने दावा किया कि शिफा-उर-रहमान भी ओखला (Okhla) से चुनाव जीत सकते हैं।
“जेल से ही चुनाव जीतेंगे शिफा और ताहिर”
ओवैसी ने दावा किया कि शिफा-उर-रहमान और ताहिर हुसैन जेल से ही चुनाव जीतेंगे। ओवैसी का यह बयान दिल्ली (Delhi) चुनावी रण में एआईएमआईएम के बढ़ते प्रभाव को दर्शाता है, जहां वह भाजपा (BJP) और ‘आप’ (AAP) के खिलाफ मजबूत रणनीति के साथ खड़े हैं।
इस तरह ओवैसी के हमलों और चुनावी प्रचार ने दिल्ली के चुनावी माहौल को और भी गर्मा दिया है, खासकर ओखला (Okhla) जैसी सीटों पर, जहां पहले से ही काफी विवाद और विवादित घटनाएं हुई हैं।
आगे क्या होगा, देखना दिलचस्प होगा!