Operation Sindoor Spy Alert : भारत में चल रहे ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor) के बीच एक बेहद गंभीर साइबर-सुरक्षा खतरे का पर्दाफाश हुआ है। भारतीय सुरक्षा एजेंसियों (Indian Security Agencies) ने चेतावनी जारी की है कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी (Pakistani Intelligence Agency – PIO) भारतीय नागरिकों, खासकर पत्रकारों और रक्षा से जुड़े लोगों को +91 7340921702 नंबर से व्हाट्सएप कॉल कर रही है। इन कॉल्स में कॉल करने वाले खुद को भारतीय सेना (Indian Army) या खुफिया विभाग (Intelligence Department) का अधिकारी बताकर संवेदनशील और गोपनीय जानकारी जुटाने का प्रयास कर रहे हैं।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, यह जासूसी प्रयास ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारत द्वारा की गई सैन्य कार्रवाई और पाकिस्तान पर जवाबी हमलों की सूचनाएं इकट्ठा करने के लिए किया जा रहा है। इन फर्जी कॉल्स के माध्यम से कॉल करने वाले व्यक्ति मित्रवत और विश्वास जगाने वाले स्वर में बात करता है, जिससे सामने वाला व्यक्ति उस पर भरोसा कर गोपनीय जानकारी साझा कर सके।
𝐀𝐥𝐞𝐫𝐭: 𝐏𝐈𝐎 𝐂𝐚𝐥𝐥𝐬 𝐭𝐨 𝐉𝐨𝐮𝐫𝐧𝐚𝐥𝐢𝐬𝐭𝐬
Indian WhatsApp No: 𝟕𝟑𝟒𝟎𝟗𝟐𝟏𝟕𝟎𝟐 is being used by Pakistani Intelligence Operatives (PIO), pretending as Indian Defence Officials, to call Journalists and Civilians to acquire information on ongoing situation… pic.twitter.com/ctdlu9AsNo
— All India Radio News (@airnewsalerts) May 12, 2025
कैसे काम करता है ये जासूसी नेटवर्क?
पाकिस्तानी ऑपरेटिव हिंदी और अंग्रेज़ी दोनों भाषाओं में बातचीत करते हैं और खुद को उच्च-स्तरीय भारतीय रक्षा अधिकारी बताकर परिचय देते हैं। इनकी योजना सोशल इंजीनियरिंग (Social Engineering) के जरिए लोगों से बातचीत करके उनकी मानसिकता को समझना और धोखे से जानकारी प्राप्त करना है।
आपको क्या करना चाहिए?
यदि +91 7340921702 या किसी भी अन्य संदिग्ध नंबर से व्हाट्सएप कॉल या मैसेज आता है, तो कॉल तुरंत काट दें और संबंधित सुरक्षा एजेंसियों को इसकी जानकारी दें। किसी अनजान व्यक्ति के साथ अपनी पहचान, जानकारी, विश्लेषण या स्रोत साझा न करें, चाहे वह कितनी भी विश्वसनीय बात क्यों न कर रहा हो।
क्यों है यह खतरा बेहद गंभीर?
इस तरह की गतिविधियां सीधे भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा (National Security) को खतरे में डाल सकती हैं। यदि दुश्मन देश को भारत की सैन्य रणनीति, ठिकानों या ऑपरेशन से जुड़ी जानकारी मिलती है, तो इससे देश की संप्रभुता को गहरा नुकसान हो सकता है। इसके अलावा, यह साइबर जासूसी (Cyber Espionage) का एक खतरनाक तरीका है, जिसमें सोशल इंजीनियरिंग के माध्यम से संवेदनशील डेटा को चुराने की साजिश रची जाती है।
भारतीय नागरिकों से आग्रह किया गया है कि वे पूरी सतर्कता बरतें, किसी भी संदिग्ध कॉल पर विश्वास न करें और ऐसे मामलों की तुरंत सूचना संबंधित सुरक्षा संस्थानों को दें। यह समय है सतर्कता और जिम्मेदारी से देश की सुरक्षा में योगदान देने का।