गुरदासपुर (The News Air) जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में गुरुवार दोपहर करीब 3 बजे सेना के ट्रक पर आतंकियों ने हमला कर दिया। इसके बाद ट्रक में आग लग गई, जिसमें 5 जवान झुलसकर शहीद हो गए। शहीद जवानों में पंजाब के गुरदासपुर जिले के बटाला के गांव फतेहगढ़ चूड़ी निवासी 25 वर्षीय हरकिशन सिंह भी शामिल है।
शहीद हरकिशन की पत्नी और बेटी।
पिता भी रिटायर्ड फौजी, 3 साल पहले शादी
शहीद हरकिशन के पिता मंगल सिंह भी सेना से रिटायर्ड फौजी हैं। हरकिशन 16 ट्रेनिंग में ड्यूटी करते थे और अब वे 49RR में चले गए थे। वह 5 साल पहले भारतीय सेना में भर्ती हुए थे। लगभग 3 साल पहले शादी हुई, जिससे 2 बच्चे हैं, डेढ़ साल की बेटी और 4 से 5 महीने का एक बेटा।
हरकिशन के पिता मंगल सिंह बेटे के बारे में बताते हुए।
कल ही फोन पर हुई थी हरकिशन से बात
शहीद के पिता मंगल सिंह ने बताया कि गुरुवार को तकरीबन 12 बजे वीडियो कॉल पर उनकी बेटे से बात हुई। उसने पूरे परिवार का हाल चाल पूछा। बात करते समय उसने कोट डाला हुआ था तो मैंने कहा कि तुम्हें बहुत सर्दी लग रही है तो उसने कहा पिताजी यहां सुबह से बारिश हो रही थी, जिसके कारण ठंड हो गई है।
हरकिशन के घर में विलाप करती महिलाएं।
बेटी से हरकिशन ने की थी लंबी बात
पिता ने चिंता जाहिर करते हुए कहा बेटा अपनी सेहत का भी ध्यान रखना। पता नहीं था कि बेटे को ठंड नहीं, बल्कि आतंकवाद दूर कर देगा। शहीद की पत्नी दलजीत कौर ने बताया कि गुरुवार को उनकी वीडियो कॉल के जरिए बातचीत हुई थी। उन्होंने बेटी खुशप्रीत कौर के साथ भी लंबी बात की थी।
दलजीत ने बताया कि बेटी अपने पिता से “पापा आप कब आओगे” बार-बार पूछ रही थी तो शहीद हरकिशन सिंह अपनी बेटी से कह रहा था कि बेटा मैं जल्द वापस आऊंगा, लेकिन यह नहीं सोचा था कि पिता इस तरह से आएंगे। शहीद हरकिशन सिंह फरवरी माह में छुट्टी काट कर वापस ड्यूटी पर लौटे थे।