ओला (Ola) भाविश अग्रवाल (Bhavish Agarwal) के भाई की कंपनी Avail Finance का अधिग्रहण करेगी। ओला के बोर्ड ने इस प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। भाविश अग्रवाल ओला के फाउंडर और सीईओ हैं। यह डील करीब 5 करोड़ डॉलर में होगी। ओला में अवेल फाइनेंस के मर्जर के बाद भाविश अग्रवाल के भाई अंकुश अग्रवाल इसके प्रमुख हो सकते हैं। मामले से जुड़े सूत्रों ने यह जानकारी दी।
Ola के कुछ इनवेस्टर्स इस डील के खिलाफ थे
ओला के Avail Finance को खरीदने के प्लान पर बातचीत चल रही थी। लेकिन, ओला के कुछ इनवेस्टर्स इस डील के पक्ष में नहीं थे। इसकी वजह यह है कि Avail भाविश के भाई की कंपनी है। इस वजह से ट्रांसपेरेंसी और गवर्नेंस को लेकर सवाल हो सकते हैं। एक सूत्र ने बताया, “कुछ इनवेस्टर्स ने इस डील पर सवाल उठाए थे। लेकिन, बोर्ड ने इसे एप्रूव कर दिया।”
ओला के बोर्ड ने डील को दी मंजूरी
ANI Technologies ओला की पेरेंट कंपनी है। इसके बोर्ड में भाविश अग्रवाल, मैट्रिक्स के अवनीश बजाज, टेनसेंट्स के ब्रेट रिचर्स इरविन, सॉफ्टबैक के सुमरे जुनेजा, को-फाउंडर अंकित भाटी, कृष्णमूर्ति वेणुगोपाल टेनाटी और वोडाफोन के पूर्व सीईओ अरुण सरीन शामिल हैं। सरीन ने ओला इलेक्ट्रिक में इनवेस्ट किया है। अभी ओला ने इस डील के बारे में मनीकंट्रोल की तरफ से पूछे गए सवालों के जवाब नहीं दिए हैं। ओला में सॉफ्टबैंक ने बड़ा इनवेस्टमेंट किया है।
2017 में शुरू हुई थी Avial Finance
Avail Finance की शुरुआत 2017 में हुई थी। भाविश के भाई अंकुश अग्रवाल और तुषार मेहंदीरत्ता ने मिलकर इसे शुरू किया था। यह कंपनी पर्सनल लोन से लेकर ब्ल्यू-कलर इंप्लॉइज को सैलरी एडवॉन्सेज, सेविंग्स जैसे प्रोडक्ट्स ऑफर करती है। अधिग्रहण के बाद ओला को अपने फिनटेक सेवाओं का विस्तार करने में मदद मिलेगी। वह अपने ड्राइवर पार्टनर्स को क्रेडिट दे सकेगी।
मुश्किल से गुजर रही है Avail Finance
सूत्रों का कहना है कि Avail दिक्कतों का सामना कर रही है। कोरोना की महामारी का उसके बिजनेस पर खराब असर पड़ा। उसे पूंजी जुटाने में भी मुश्किलों का सामना करना पड़ा है। ऐसे में यह अधिग्रहण उसके लिए ऑक्सीजन से कम नहीं है। भाविश और अंकुश दोनों इस कंपनी के डायरेक्टर्स हैं। अल्फा वेव ग्लोबल और मैट्रिक्स पार्टनर्स ने भी इसमें इनवेस्ट किया है। अभी Avail Finance में ओला की 9 फीसदी हिस्सेदारी है। उसने करीब 3 साल पहले यह निवेश किया था।