चंडीगढ़ (The News Air) उत्तर प्रदेश के गैंगस्टर मुख्तार अंसारी के परिवार को दी वक्फ बोर्ड की जमीन के मामले में अब CM भगवंत मान खुद घिरते नजर आ रहे हैं। दरअसल, कैप्टन अमरिंदर सिंह की टीम ने जमीन संबंधी वही दस्तावेज दिखाए हैं, जिन्हें CM मान द्वारा जारी कर कैप्टन परिवार पर आरोप लगाए गए थे।
कैप्टन की टीम ने इन दस्तावेजों को पेश करते हुए कहा किक AAP की मान सरकार ने भी अंसारी के बेटे उमर अंसारी और भतीजे को दी गई वक्फ बोर्ड की जमीन की लीज (ठेका) दो बार एक्सटेंड किया है। इन दस्तावेजों में बढ़ाई गई लीज की तारीख और इसके एवज में काटी गई रसीद भी हैं।
मान सरकार ने जमीन एक्सटेंड कर काटी रसीद
कैप्टन की टीम ने बताया कि वक्फ बोर्ड की जमीन को एक्सटेंड करने के लिए 7 फरवरी 2023 को रसीद काट कर 89, 500 रुपए लिए गए। फिर 27 जुलाई 2022 को दूसरी रसीद काट कर 81,100 रुपए लिए। इससे पहले 73 हजार और 77 हजार की दो रिन्यूअल रसीद होने की बात भी कही। कैप्टन की टीम ने कहा कि 27 फरवरी 2023 और 27 जुलाई 2023 को पंजाब में CM भगवंत मान की सरकार ही थी। पूछा कि क्या इसका मतलब गैंगस्टर मुख्तार अंसारी से CM मान ने दोस्ती डाल ली है।
कैप्टन टीम ने कहा कि CM मान द्वारा रणइंदर पर आरोप लगाए गए लेकिन न तो वह सरकार में था और न ही पार्टी का कोई पदाधिकारी था।

पूर्व CM पंजाब कैप्टन अमरिंदर सिंह की फाइल फोटो।
CM मान तारीख की जांच करते तो अच्छा रहता
कैप्टन अमरिंदर सिंह की टीम ने दस्तावेज दिखाते हुए कहा कि अच्छा होता यदि CM भगवंत मान इन डॉक्यमेंट्स को जारी करने से पहले इन पर लिखी तारीख की जांच कर लेते। टीम ने CM भगवंत मान से इस संबंध में स्पष्टीकरण मांगा है। साथ ही सवाल किया कि यदि कांग्रेस सरकार के कार्यकाल के दौरान अंसारी परिवार को जमीन दी गई तो फिर मौजूदा मान सरकार द्वारा इसे एक्सटेंशन कैसे दी गई?

अंसारी मामले में कैप्टन परिवार पर आरोप लगाते CM पंजाब भगवंत मान
CM मान ने लगाए थे यह आरोप
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने यूपी के गैंगस्टर मुख्तार अंसारी मामले में कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को अपने बेटे से पूछना चाहिए कि वह रोपड़ जेल में मुख्तार अंसारी से कितनी बार मिला है। कहा कि अंसारी की पत्नी यहां मिलने आती थी और 2 महीने यहां रही। अंसारी की पत्नी के अलावा उसके बेटों की भी यहां सेवा की गई। मान ने कहा था कि रोपड़ में वक्फ बोर्ड की जमीन मुख्तार अंसारी के बेटे और भतीजे के नाम पर है।
यूपी सरकार ने 25 बार लेटर लिखे
CM मान ने कहा कि यूपी सरकार द्वारा 25 बार अंसारी को भेजने को कहा गया। लेकिन पंजाब सरकार द्वारा 25 बार जवाब देते हुए कभी उसे सर्वाइकल, कभी रीढ़ की हड्डी के दर्द के कारण सफर न कर पाने व अन्य कारण देकर उसे रोके रखा गया। यूपी सरकार सुप्रीम कोर्ट गई तो अंसारी को रोकने के लिए वकील हायर किए गए। अब कह रहे हैं कि जब वकील को पैसे ही नहीं दिए तो रिकवरी कैसी।