महाराष्ट्र में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए सभी पार्टियों ने अपनी कमर कसना शुरू कर दी है. इसी बीच महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष नाना पटोले का एक बड़ा बयान सामने आया है. उन्होंने कहा कि महाविकास आघाड़ी की सीट शेयरिंग को लेकर अभी तक कुछ भी फिक्स नहीं हुआ है. अगले महीने से प्रदेश में सीट बंटवारे को लेकर चर्चा शुरू की जाएगी. उन्होंने बताया कि सितंबर तक ये साफ हो जाएगा कि किसको किस सीट पर चुनावी मैदान में उतारा जाएगा. इसको लेकर कांग्रेस जल्द ही उद्धव ठाकरे और शरद पवार से चर्चा करेगी.
महाराष्ट्र के लोकसभा चुनाव नतीजों मे बेहतर प्रदर्शन करने के बाद से कांग्रेस पार्टी, उद्धव ठाकरे और शरद पवार वाले महाविकास आघाड़ी दल ने विधानसभा चुनाव की भी तैयारी तेज कर दी है. ये कयास लगाए जा रहे हैं कि विधानसभा के चुनाव में सीट बंटवारे को लेकर कांग्रेस ज्यादा से ज्यादा सीटों की मांग करेगी. हालांकि अभी तक ये साफ नही हुआ है कि कौन सी पार्टी कितनी सीटों पर चुनाव लड़ेगी. महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि सीट बंटवारे को लेकर जल्द ही फैसला लिया जाएगा.
बीजेपी पर साधा निशाना
महाराष्ट्र में सियासी पारा हाई होता जा रहा है. नेताओं ने एक दूसरे पर वार-पलटवार शुरू कर दिया है. इसी बीच नाना पटोले ने भी बीजेपी पर बड़ा हमला बोला. उन्होंंने कहा कि महाराष्ट्र में बारिश से बहुत बुरे हालात हैं. यहां की सड़कें खराब हैं. किसान परेशान और बेहाल हैं. प्रदेश में बड़े पैमाने पर किसान आत्महत्या कर रहे हैं. सरकार से इस बारे में कोई चर्चा करने को तैयार नहीं है. ये लोग सिर्फ सत्ता का इस्तेमाल कर विपक्ष को डराने का काम कर रहे हैं.
#WATCH | Mumbai: On NCP-SCP leader Anil Deshmukh's claims, Maharashtra Congress President Nana Patole says, "When Anil Deshmukh came out of jail he clearly said that there was pressure on him, I was asked to put allegations on Uddhav Thackeray and Sharad Pawar, but I didn't do so… pic.twitter.com/4B6ODNkFkY
— ANI (@ANI) July 29, 2024
शिवसेना शिंदे गुट और बीजेपी में सबकुछ ठीक नहीं
लोकसभा चुनाव नतीजों के बाद शिवसेना शिंदे गुट और बीजेपी के बीच दरार खुलकर सामने आ गई है. आगामी विधानसभा चुनाव में महागठबंधन पर इसका बड़ा असर पड़ सकता है. अमरावती में शिवसेना शिंदे गुट के नेता अभिजीत अडसुल ने बीजेपी पर अपना जमकर निशाना साधा. दरअसल अभिजीत इस बात से नाराज हैं कि उनके पिता आनंदराव अडसुल को राज्यपाल नहीं बनाया गया. इस पर अभिजीत ने कहा कि ने मेरे पिता को राज्यपाल बनाने का वादा किया था लेकिन उन्हें राज्यपाल नहीं बनाया गया.








