Nitish Kumar Oath Ceremony : बिहार की सियासत में 20 नवंबर का दिन एक बार फिर इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गया। पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में नीतीश कुमार ने रिकॉर्ड 10वीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली, लेकिन इस जश्न के बीच कई पुराने साथियों के चेहरे उतर गए। भव्य समारोह में सीएम के साथ एनडीए गठबंधन के 26 अन्य सदस्यों ने भी मंत्री पद की शपथ ली, लेकिन सबसे बड़ी खबर उन 18 पूर्व मंत्रियों की रही, जिन्हें इस नई कैबिनेट से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है।
गांधी मैदान में बदला समीकरण
इस बार के शपथ ग्रहण समारोह में भारतीय जनता पार्टी (BJP) का कद जेडीयू से बड़ा नजर आया। नीतीश कैबिनेट में सबसे ज्यादा भाजपा के 14 मंत्रियों ने शपथ ली, जबकि मुख्यमंत्री की अपनी पार्टी जेडीयू से केवल 8 मंत्रियों को जगह मिली।
इसके अलावा चिराग पासवान की पार्टी लोजपा (रामविलास) से 2, जीतन राम मांझी की पार्टी ‘हम’ और उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी आरएलएम (RLM) से एक-एक नेता को मंत्री बनाया गया। भाजपा के सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा ने एक बार फिर उपमुख्यमंत्री पद की शपथ लेकर अपनी जगह पक्की की।
इन 18 पूर्व मंत्रियों की हुई छुट्टी
इस शपथ ग्रहण में सबसे बड़ा झटका उन 18 नेताओं को लगा जो 2020 में मंत्री बने थे, लेकिन 2025 की इस नई सरकार में वे केवल विधायक बनकर रह गए। जिन बड़े चेहरों का पत्ता कटा है, उनमें प्रेम कुमार, रेणू देवी, नीरज सिंह और महेश्वर हजारी जैसे कद्दावर नाम शामिल हैं।
इनके अलावा मोतीलाल प्रसाद, कृष्ण कुमार मिटू, विजय कुमार मंडल, रत्नेश सदा, जयंतराज कुशवाहा, शीला मंडल, संतोष सिंह, जिवेश कुमार, केदार गुप्ता, कृष्ण नंदन प्रसाद, हरी सैनी, जनक राम, राजू कुमार सिंह और नीतीश मिश्रा को भी इस बार मंत्री नहीं बनाया गया है। यह फैसला बिहार की राजनीति में चर्चा का विषय बना हुआ है।
इन पर दोबारा जताया भरोसा
जहां एक तरफ पुराने साथियों की छुट्टी हुई, वहीं कुछ नेताओं पर नीतीश कुमार और एनडीए ने दोबारा भरोसा जताया है। दोनों डिप्टी सीएम (सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा) के अलावा भाजपा के वरिष्ठ नेता मंगल पांडे और नितिन नवीन की मंत्रिमंडल में वापसी हुई है।
जेडीयू खेमे से लगातार छह बार विधायक रहीं लेसी सिंह, मदन सहनी, विजय कुमार चौधरी, विजेंद्र प्रसाद यादव, श्रवण कुमार और अशोक कुमार को फिर से मंत्री बनने का मौका मिला है। संतोष कुमार सुमन ने भी दोबारा मंत्री पद की शपथ ली है। फिलहाल विभागों का बंटवारा होना बाकी है, लेकिन 18 मंत्रियों का बाहर होना नए सियासी समीकरणों की ओर इशारा कर रहा है।
मुख्य बातें (Key Points)
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नीतीश कुमार ने पटना के गांधी मैदान में 10वीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली।
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नई कैबिनेट में भाजपा के 14, जेडीयू के 8 और सहयोगियों के 4 मंत्री शामिल।
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प्रेम कुमार, रेणू देवी समेत पिछली सरकार के 18 मंत्रियों को कैबिनेट से हटाया गया।
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सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा फिर बने बिहार के डिप्टी सीएम।






