नई दिल्ली, 07 जनवरी (The News Air) : केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने फिर साबित कर दिया है कि वह नए और प्रभावी तरीके अपनाने में माहिर हैं। गडकरी की अगुवाई में भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने चालू वित्त वर्ष में 56,000 करोड़ रुपये का कर्ज पहले ही चुका दिया। इसका नतीजा यह हुआ कि NHAI को लगभग ₹1200 करोड़ की ब्याज लागत में बचत हुई।
एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी के अनुसार, 2024-25 की तीसरी तिमाही तक NHAI का कुल कर्ज घटकर 2.76 लाख करोड़ रुपये रह गया, जो वित्त वर्ष की शुरुआत में ₹3.35 लाख करोड़ था।
क्या है प्रीपेमेंट और इसका फायदा? : प्रीपेमेंट (Prepayment) का मतलब है कि कर्ज की राशि को उसकी तय अवधि से पहले चुका देना।
- उदाहरण: यदि आपने किसी लोन को 5 साल में चुकाने की योजना बनाई है लेकिन इसे 3 साल में निपटा देते हैं, तो इसे प्रीपेमेंट कहते हैं।
- मुख्य लाभ: इससे ब्याज पर होने वाला खर्च कम हो जाता है। NHAI के मामले में यही रणनीति अपनाई गई।
NHAI को धन कहां से मिला? : NHAI ने कर्ज के पूर्व भुगतान के लिए विभिन्न स्रोतों से धन जुटाया:
- InvIT (Infrastructure Investment Trust): इससे ₹15,700 करोड़ जुटाए गए।
- राष्ट्रीय लघु बचत निधि (National Small Savings Fund – NSSF): यहां से ₹30,000 करोड़ का भुगतान किया गया।
- भारतीय स्टेट बैंक (State Bank of India – SBI): इसे ₹10,000 करोड़ लौटाए गए।
इन ऊंची ब्याज दरों वाले कर्जों को समय से पहले चुकाकर NHAI ने बड़ी बचत की।
सरकार का विजन और फोकस: नितिन गडकरी और केंद्र सरकार का लक्ष्य NHAI की वित्तीय स्थिति को मजबूत करना है।
- कर्ज कम होने से ब्याज पर खर्च घटेगा।
- बची हुई राशि का इस्तेमाल नए राजमार्ग प्रोजेक्ट्स में किया जाएगा।
- देश में बेहतर सड़क बुनियादी ढांचा बनने से यातायात सुगम होगा और अर्थव्यवस्था (Economy) को बढ़ावा मिलेगा।
InvIT क्या है? : InvIT (Infrastructure Investment Trust) एक ऐसा निवेश मॉडल है, जो कंपनियों को दीर्घकालिक परियोजनाओं के लिए धन जुटाने में मदद करता है। NHAI ने इसी मॉडल का उपयोग कर अपने कर्ज को चुकाया।