नई दिल्ली (New Delhi), 06 जनवरी (The News Air) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने आज तीन राज्यों जम्मू-कश्मीर (Jammu & Kashmir), ओडिशा (Odisha) और तेलंगाना (Telangana) में रेलवे परियोजनाओं के उद्घाटन और शिलान्यास किया। इन प्रोजेक्ट्स के जरिए देश के रेल नेटवर्क में ‘New Age Connectivity’ का विस्तार होगा।
जम्मू-कश्मीर: रिकॉर्ड ब्रेकिंग रेल प्रोजेक्ट्स : जम्मू-कश्मीर (J&K) में रेलवे विकास तेजी से हो रहा है। उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेललाइन (Udhampur-Srinagar-Baramulla Rail Line) जैसी परियोजनाएं क्षेत्र को देश के अन्य हिस्सों से जोड़ने में मदद कर रही हैं। चिनाब ब्रिज (Chenab Bridge), जो दुनिया का सबसे ऊंचा रेलवे आर्च ब्रिज है, और अंजी खड्ड ब्रिज (Anji Khad Bridge), भारत का पहला केबल आधारित रेल ब्रिज, इस क्षेत्र के विकास की नींव रख रहे हैं। इन प्रोजेक्ट्स से न केवल क्षेत्र में पर्यटन बढ़ेगा बल्कि रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे।
ओडिशा: व्यापार और रोजगार को बढ़ावा : ओडिशा (Odisha) में रायगड़ा रेल मंडल (Rayagada Rail Division) का शिलान्यास किया गया। इससे राज्य का रेलवे इंफ्रास्ट्रक्चर और मजबूत होगा। राज्य में 70,000 करोड़ रुपये से अधिक के रेलवे प्रोजेक्ट्स पर काम चल रहा है। सात गति शक्ति कार्गो टर्मिनल (Gati Shakti Cargo Terminals) राज्य में व्यापार और उद्योगों को नई ऊंचाई दे रहे हैं।
तेलंगाना: सोलर-पावर्ड रेलवे स्टेशन का उद्घाटन : तेलंगाना (Telangana) में चर्लपल्ली (Charlapalli) न्यू टर्मिनल स्टेशन का उद्घाटन हुआ। यह स्टेशन सोलर ऊर्जा से संचालित होगा और क्षेत्र के मौजूदा रेलवे टर्मिनल्स जैसे सिकंदराबाद (Secunderabad), हैदराबाद (Hyderabad), और काचिगुड़ा (Kachiguda) पर प्रेशर को कम करेगा।
भारतीय रेलवे: ऐतिहासिक परिवर्तन : प्रधानमंत्री ने बताया कि पिछले एक दशक में भारतीय रेलवे (Indian Railways) में ऐतिहासिक बदलाव हुए हैं। वंदे भारत ट्रेनों (Vande Bharat Trains) ने देश में यात्रा को सुविधाजनक बनाया है।
- 50+ रूट्स पर 136 वंदे भारत ट्रेनें।
- 1300+ अमृत स्टेशन (Amrit Stations) का कायाकल्प।
- 2014 तक सिर्फ 35% रेल लाइनों का विद्युतीकरण, अब 100% के करीब।
- 30,000 किलोमीटर नए रेल ट्रैक।
रेलवे और रोजगार : मेड इन इंडिया (Make in India) के तहत रेलवे के लिए आधुनिक डिब्बे और इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार किए जा रहे हैं। ‘वन स्टेशन, वन प्रोडक्ट’ जैसी योजनाएं रोजगार बढ़ा रही हैं। गति शक्ति यूनिवर्सिटी (Gati Shakti University) रेलवे से जुड़ी विशेष स्किल्स को बढ़ावा दे रही है।
हाई स्पीड और सुरक्षा : देश में वंदे भारत के स्लीपर वर्जन का ट्रायल हो चुका है, जो 180 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से दौड़ने में सक्षम है। जल्द ही भारत की पहली बुलेट ट्रेन (Bullet Train) भी ट्रैक पर होगी।
आधुनिक भारत के लिए आधुनिक रेलवे : रेलवे का कायाकल्प प्रधानमंत्री के ‘सबका साथ, सबका विकास’ के मंत्र का हिस्सा है। देश में रेलवे के साथ-साथ मेट्रो नेटवर्क, एक्सप्रेसवे और एयरपोर्ट्स का भी तेजी से विस्तार हो रहा है।