Saving Account Minimum Balance बनाए रखना कई बार हम नजरअंदाज कर देते हैं, लेकिन यह छोटी सी भूल आपकी जेब पर भारी पड़ सकती है। ज्यादातर बैंक अपने ग्राहकों को खाते में एक तय न्यूनतम राशि रखने का नियम बनाते हैं। अगर आपके सेविंग अकाउंट में यह मिनिमम बैलेंस नहीं है, तो आपको इसके कई नुकसान उठाने पड़ सकते हैं। आइए जानते हैं कि खाते में पर्याप्त राशि न होने पर क्या-क्या परेशानी हो सकती है।
अगर आपके बचत खाते में बैंक द्वारा तय की गई राशि से कम बैलेंस है, तो बैंक आपसे हर महीने या तिमाही आधार पर पेनल्टी चार्ज वसूल सकता है। यह जुर्माना आपकी जमा राशि को धीरे-धीरे कम कर सकता है।
सुविधाओं पर लग सकती है रोक
मिनिमम बैलेंस मेंटेन न करने का खामियाजा सिर्फ जुर्माने तक सीमित नहीं है। बैंक कई जरूरी सुविधाएं भी रोक सकता है। मुफ्त एटीएम ट्रांजैक्शन, नेट बैंकिंग और चेक बुक जैसी सर्विस का लाभ आप तभी उठा पाते हैं जब आपके खाते में न्यूनतम बैलेंस बना रहे। अगर बैलेंस कम हुआ, तो आपको इन सेवाओं के लिए अलग से चार्ज देना पड़ सकता है या फिर ये सुविधाएं बंद भी हो सकती हैं।
क्रेडिट हिस्ट्री और अकाउंट बंद होने का खतरा
बार-बार मिनिमम बैलेंस न रखने और पेनल्टी लगने से आपकी क्रेडिट हिस्ट्री पर नकारात्मक असर पड़ता है। एक खराब क्रेडिट स्कोर भविष्य में लोन या क्रेडिट कार्ड लेने में मुश्किलें खड़ी कर सकता है। इतना ही नहीं, अगर आप लगातार अपने खाते में मिनिमम बैलेंस नहीं रखते हैं, तो बैंक आपके खाते को निष्क्रिय (Inactive) कर सकता है या उसे पूरी तरह से बंद भी कर सकता है।
बैंकों के लिए क्यों जरूरी है मिनिमम बैलेंस?
बैंकों को अपने ग्राहकों को सेवाएं देने और अकाउंट को मेंटेन करने के लिए काफी खर्च करना पड़ता है। ग्राहकों द्वारा खाते में रखा गया मिनिमम बैलेंस बैंक की वित्तीय स्थिति को मजबूत बनाए रखने में मदद करता है, जिससे वे ग्राहकों को बेहतर सुविधाएं दे पाते हैं।
कैसे बनाए रखें मिनिमम बैलेंस?
अपने खाते में बैलेंस बनाए रखने के लिए आप कुछ आसान तरीके अपना सकते हैं। सबसे पहले, अपने बैंक की वेबसाइट या ऐप के जरिए यह जानें कि आपके खाते के लिए जरूरी न्यूनतम राशि कितनी है। इसके अलावा, आप अपने दूसरे खाते से इस खाते में ऑटो डेबिट सेट कर सकते हैं ताकि बैलेंस कभी कम न हो। अनावश्यक खर्चों को कम करके भी आप बैलेंस मेंटेन कर सकते हैं।
फायदे भी हैं कई
अपने खाते में मिनिमम बैलेंस बनाए रखना सिर्फ नुकसान से बचने के लिए ही नहीं, बल्कि कई फायदों के लिए भी जरूरी है। इससे आपको किसी भी तरह का जुर्माना नहीं देना पड़ता और बैंक की सभी सुविधाओं का लाभ निर्बाध रूप से मिलता रहता है। साथ ही, खाते में ज्यादा बैलेंस होने पर आपको ब्याज भी अधिक मिलता है। कई बैंक अपने नियमित ग्राहकों को डेबिट और क्रेडिट कार्ड ऑफर्स, पर्सनल लोन और रिवॉर्ड पॉइंट्स जैसी विशेष सुविधाएं भी देते हैं। इसलिए, मिनिमम बैलेंस बनाए रखने की यह छोटी सी आदत आपको बड़े वित्तीय नुकसान से बचा सकती है।
मुख्य बातें (Key Points)
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सेविंग अकाउंट में मिनिमम बैलेंस न रखने पर बैंक पेनल्टी चार्ज लगाते हैं।
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बैलेंस कम होने पर मुफ्त एटीएम, नेट बैंकिंग और चेक बुक जैसी सुविधाएं बंद हो सकती हैं।
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बार-बार पेनल्टी लगने से क्रेडिट हिस्ट्री खराब होती है और लोन मिलने में दिक्कत हो सकती है।
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लगातार मिनिमम बैलेंस न रखने पर बैंक आपका खाता बंद भी कर सकता है।






