Nepal Gen-Z Protest के चलते पड़ोसी देश में एक बार फिर हालात तनावपूर्ण हो गए हैं। नेपाल के 12 जिले में हिंसक झड़पों और भारी विरोध प्रदर्शन के बाद प्रशासन ने सख्त कदम उठाते हुए कर्फ्यू लगा दिया है। सिमारा एयरपोर्ट और उसके आसपास के इलाकों में सुरक्षाबलों की भारी तैनाती ने पूरे क्षेत्र को छावनी में तब्दील कर दिया है।
नेपाल की सड़कों पर एक बार फिर ‘जेन-जी’ (Gen-Z) का गुस्सा फूट पड़ा है। सितंबर में तत्कालीन सरकार को उखाड़ फेंकने वाला यह युवा आंदोलन अब दोबारा सक्रिय हो गया है, जिससे प्रशासन के हाथ-पांव फूल गए हैं। ताजा मामला बारा जिले का है, जहाँ स्थिति को नियंत्रित करने के लिए प्रशासन को कर्फ्यू का सहारा लेना पड़ा है।
सिमारा एयरपोर्ट बना अखाड़ा
विरोध की आग तब भड़की जब यह खबर फैली कि सीपीएन-यूएमएल (CPN-UML) के महासचिव शंकर पोखरेल और युवा नेता महेश बसनेत काठमांडू से सिमारा आ रहे हैं। ये नेता एक सरकार विरोधी रैली को संबोधित करने वाले थे। जैसे ही इनके आने की भनक लगी, बड़ी संख्या में जेन-जी प्रदर्शनकारी सिमारा एयरपोर्ट के बाहर जमा हो गए।
प्रदर्शनकारियों और सीपीएन-यूएमएल के समर्थकों के बीच एयरपोर्ट पर ही भारी भिड़ंत हो गई। हालात इतने बिगड़ गए कि प्रशासन को तुरंत हरकत में आना पड़ा। सुरक्षा के लिहाज से सिमारा एयरपोर्ट के 500 मीटर के दायरे में रात 8 बजे तक के लिए कर्फ्यू लगा दिया गया है। चप्पे-चप्पे पर सुरक्षाकर्मी तैनात हैं और तनाव लगातार बना हुआ है।
हवा में ही अटके नेताओं के मंसूबे
इस हंगामे का असर हवाई यातायात पर भी पड़ा। बुद्ध एयर (Buddha Air) का विमान, जो इन नेताओं को लेकर उड़ान भरने वाला था, उसे रोक दिया गया। बाद में बुद्ध एयरलाइंस ने काठमांडू से सिमारा जाने वाली सभी घरेलू उड़ानों को रद्द करने का फैसला किया। नेताओं को रैली संबोधित करनी थी, लेकिन जनता के गुस्से ने उन्हें एयरपोर्ट पर उतरने ही नहीं दिया।
आम जनजीवन पर असर
इस अचानक हुए बवाल और कर्फ्यू के कारण आम लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। हवाई यात्राएं रद्द होने से यात्रियों में अफरा-तफरी है, वहीं कर्फ्यू के कारण स्थानीय लोग घरों में कैद होने को मजबूर हैं। नेपाल के 12 जिले में प्रशासन ने हाई अलर्ट घोषित कर रखा है।
जानें पूरा मामला
नेपाल में यह अशांति नई नहीं है। वीडियो में दी गई जानकारी के मुताबिक, इसी साल सितंबर में एक घातक जेन-जी विद्रोह ने तत्कालीन प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली की सरकार को गिरा दिया था। इसके बाद पूर्व मुख्य न्यायाधीश सुशीला कार्की को देश का कार्यवाहक प्रधानमंत्री बनाया गया। सीपीएन-यूएमएल, जो खुद को स्थिरता और विकास की पक्षधर बताती है, की नीतियों से वहां के युवाओं में गहरा असंतोष है। यही असंतोष अब बार-बार सड़कों पर हिंसक प्रदर्शनों के रूप में सामने आ रहा है।
मुख्य बातें (Key Points)
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नेपाल के बारा जिले में जेन-जी प्रदर्शनकारियों और यूएमएल समर्थकों में भारी झड़प।
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सिमारा एयरपोर्ट के 500 मीटर दायरे में रात 8 बजे तक कर्फ्यू लागू।
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बुद्ध एयर ने काठमांडू-सिमारा की सभी उड़ानें रद्द कीं।
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सीपीएन-यूएमएल नेता शंकर पोखरेल और महेश बसनेत के विरोध में भड़की हिंसा।






