Indian Navy : भारतीय नौसेना (Indian Navy) ने पहलगाम (Pahalgam) हमले के बाद ‘मिशन रेडी’ (Mission Ready) मैसेज देकर पाकिस्तान (Pakistan) को चेतावनी दी है, जो अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी गूंज रहा है।
जम्मू-कश्मीर (Jammu & Kashmir) के पहलगाम (Pahalgam) में हुए आतंकी हमले ने भारत-पाकिस्तान संबंधों में नया तनाव पैदा कर दिया है। 23 अप्रैल को बाइसारन (Baisaran) में हुए इस हमले में 26 पर्यटक मारे गए, जिनमें भारतीय नौसेना (Indian Navy) के लेफ्टिनेंट विनय नरवाल (Lt. Vinay Narwal) भी शामिल थे। यह हमला भारत की सुरक्षा व्यवस्था पर सीधा प्रहार था। इसके जवाब में भारतीय नौसेना ने एक स्पष्ट और शक्तिशाली संदेश दिया है – “किसी भी समय, किसी भी जगह, किसी भी हाल में हम तैयार हैं।”
26 अप्रैल को नौसेना ने अपने आधिकारिक मीडिया हैंडल (@IndiannavyMedia) पर चार युद्धपोतों की एक साथ समुद्री गश्त की तस्वीर साझा की। साथ में लिखा था – “एकता में शक्ति; उद्देश्यपूर्ण उपस्थिति”, और हैशटैग दिए गए #MissionReady #AnytimeAnywhereAnyhow। यह केवल एक तस्वीर नहीं थी, बल्कि एक रणनीतिक संदेश था – भारत अब किसी भी खतरे का जवाब देने के लिए पूरी तरह से तैयार है।
Power in unity; Presence with Purpose
#MissionReady#AnytimeAnywhereAnyhow pic.twitter.com/EOlQFyXFgJ
— IN (@IndiannavyMedia) April 26, 2025
भारत ने हमले के बाद तुरंत सख्त कदम उठाए, जिनमें सिंधु जल संधि (Indus Water Treaty) को निलंबित करना और अटारी सीमा पोस्ट (Attari Border Post) को बंद करना शामिल है। वहीं पाकिस्तान ने भारत से सभी व्यापारिक संबंध तोड़ दिए हैं और इसे ‘युद्ध की कार्रवाई’ करार दिया है। इस राजनीतिक और सैन्य पृष्ठभूमि में भारतीय नौसेना का सक्रिय होना अहम है।
भारतीय नौसेना की ताकत पाकिस्तान की तुलना में कहीं अधिक है। भारत के पास वर्तमान में 293 पोत (Vessels) हैं, जिनमें INS विक्रमादित्य (INS Vikramaditya), INS विक्रांत (INS Vikrant), INS अरिहंत (INS Arihant), INS अरिघाट (INS Arighat) जैसे अत्याधुनिक पोत शामिल हैं। इसके अलावा भारत के पास ब्रह्मोस (BrahMos) क्रूज मिसाइल, बराक-8 (Barak-8) मिसाइल और स्वदेशी हथियार प्रणालियों से लैस आधुनिक युद्ध तकनीक है।
पाकिस्तान की नौसेना के पास केवल 121 पोत हैं और उसके पास कोई विमानवाहक पोत (Aircraft Carrier) नहीं है। उसकी पनडुब्बियां भी पुरानी अगोस्ता क्लास की हैं और हाल ही में चीन (China) से हेंगशेंग-क्लास पनडुब्बियों (Hangsheng-class Submarines) का सौदा किया गया है, जो अभी पूरी तरह परिचालन में नहीं हैं। वहीं भारत की INS सूरत (INS Surat) से हाल ही में किया गया मिसाइल परीक्षण उसकी शक्ति को और साबित करता है।
भारत के पास 56 बंदरगाह (Ports), 7,000 किलोमीटर लंबी तटरेखा (Coastline), 14,500 किलोमीटर नौगम्य जलमार्ग (Navigable Waterways) और 311 हवाई अड्डे (Airports) हैं, जो इसे एक मजबूत समुद्री राष्ट्र बनाते हैं। वहीं पाकिस्तान की रसद क्षमता केवल तीन बड़े बंदरगाहों – कराची (Karachi), ग्वादर (Gwadar) और पोर्ट कासिम (Port Qasim) तक सीमित है।
रणनीतिक दृष्टिकोण से भी भारत आगे है। अंडमान-निकोबार कमांड (Andaman-Nicobar Command) मलक्का स्ट्रेट (Malacca Strait) के पास स्थित है, जो हिंद महासागर (Indian Ocean) में भारत को रणनीतिक बढ़त देता है। 1971 के युद्ध में कराची बंदरगाह को नष्ट करना भारत की नौसैनिक शक्ति का प्रमाण था। आज भी भारतीय नौसेना संयुक्त राष्ट्र (UN) के समुद्री अभियानों में सक्रिय भागीदारी निभा रही है।
पहलगाम हमले के दौरान शहीद हुए लेफ्टिनेंट विनय नरवाल अपने हनीमून पर पत्नी हिमांशी के साथ बाइसारन में थे। उनकी शादी 16 अप्रैल को ही हुई थी। इस हमले के विरोध में कश्मीर घाटी (Kashmir Valley) में 35 सालों बाद आतंकी हमले के खिलाफ बंद का आयोजन हुआ, जिसमें सभी समुदायों ने एकजुटता दिखाई।
भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच भारतीय सेना ने नियंत्रण रेखा (LoC) पर पाकिस्तानी गोलीबारी का मुंहतोड़ जवाब दिया है। लंदन (London) में भारतीय समुदाय ने पाकिस्तान उच्चायोग (Pakistan High Commission) के बाहर विरोध प्रदर्शन कर आतंकियों को पनाह देने पर पाकिस्तान की निंदा की।
भारतीय नौसेना की शक्ति, रणनीति और तकनीकी बढ़त यह साबित करती है कि वह किसी भी परिस्थिति के लिए तैयार है। उसका यह ‘मिशन रेडी’ संदेश न केवल पाकिस्तान बल्कि दुनिया के हर दुश्मन के लिए है – भारत अब चुप नहीं बैठेगा।