प्रयागराज (Prayagraj), 31 जनवरी (The News Air) – 29 जनवरी को महाकुंभ (Mahakumbh) के दौरान मौनी अमावस्या के दिन हुई भगदड़ में कई लोगों की मौत के बाद बाबा बागेश्वर धीरेंद्र शास्त्री (Dhirendra Shastri) ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने इस घटना पर अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि जो लोग गंगा के किनारे मरते हैं, उन्हें मोक्ष मिलता है।
यह घटना उस वक्त हुई जब महाकुंभ (Mahakumbh) के दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालु गंगा में स्नान करने पहुंचे थे। भगदड़ के कारण 30 से ज्यादा लोग मारे गए थे, लेकिन बाबा शास्त्री का मानना है कि यह मौत नहीं, बल्कि मोक्ष था। उनका कहना था कि मृत्यु तो सभी की आनी है, लेकिन गंगा के किनारे जो मरते हैं, वे मोक्ष प्राप्त करते हैं।
बाबा ने कहा, “यहां मरे नहीं हैं कोई। हां, असमय गए हैं तो दुख है, लेकिन जाना तो सभी को है।” शास्त्री ने यह भी कहा कि देश में प्रतिदिन लोग मर रहे हैं, कुछ दवा के बिना, कुछ स्वास्थ्य के बिना, तो किसी को हार्ट अटैक से। लेकिन जो गंगा किनारे मरते हैं, उन्हें मोक्ष मिलता है।
महाकुंभ में बागेश्वर धाम
मध्य प्रदेश के छतरपुर स्थित बागेश्वर धाम सरकार के पीठाधीश धीरेंद्र शास्त्री ने महाकुंभ में हुई भगदड़ पर अपनी चुप्पी तोड़ी। सोशल मीडिया पर उनका एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें वे इस घटना के बारे में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि भगदड़ की यह घटना दुखद है, लेकिन इसे मृत्यु से जोड़कर नहीं देखना चाहिए।
शास्त्री ने आगे कहा, “भगदड़ में असमय गए लोग मोक्ष प्राप्त करते हैं। यह एक महाप्रयाग है, और यह गंगा का किनारा है, जहां से गुजरने वाला हर व्यक्ति शांति प्राप्त करता है।”
महाकुंभ में बागेश्वर बाबा का प्रभाव
महाकुंभ में बागेश्वर धीरेंद्र शास्त्री का असर लगातार बढ़ता जा रहा है। उनके प्रवचन और दर्शन लाखों लोगों को आकर्षित कर रहे हैं। कई लोग उन्हें अपने जीवन का मार्गदर्शक मानते हैं।
कई श्रद्धालु इस घटना के बाद भी बाबा की बातों पर विश्वास रखते हैं और उनका मानना है कि यह उनकी यात्रा का हिस्सा था। शास्त्री का कहना था कि, “मौत एक निश्चित सत्य है, लेकिन हम इसे मोक्ष के रूप में देख सकते हैं।”
मृत्यु की निंदा और मोक्ष की परिभाषा
बाबा बागेश्वर धीरेंद्र शास्त्री ने इस दुखद घटना को निंदनीय बताया, लेकिन साथ ही उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि इस घटनाक्रम को मृत्यु नहीं, बल्कि मोक्ष के रूप में देखा जाना चाहिए। उनका मानना था कि इस घटना में शामिल लोग मोक्ष प्राप्त कर चुके हैं।