– ईडी का असिस्टेंट डायरेक्टर 7 लोगों के साथ तथाकथित शराब घोटाले में एक आरोपी को बचाने के लिए 5 करोड़ की रिश्वत लेते पकड़ा गया- संजय सिंह
– एक्सटार्शन मामले से जुडे सीए के पास से 2.14 करोड़ कैश और 1.90 करोड़ रुपए की ज्वैलरी बरामद हुई है- संजय सिंह
– ईडी ने तथाकथित शराब घोटाला मामले में चंदन रेड्डी के कान के पर्दे फाड़कर और एक व्यक्ति को बेटी कॉलेज कैसे जाएगी की धमकी देकर बयान लिए- संजय सिंह
– ईडी ने अपने पास मोबाइल रखकर मनीष सिसोदिया पर फोन तोड़ने का आरोप लगाया और मुझ पर भी बेबुनियाद आरोप लगाए- संजय सिंह
– मोदी जी ने एक्सटार्शन डिपार्टमेंट (ईडी) को देश में विधायकों को तोड़ने और घोटाले में घोटाला करने के लिए बनाया है- संजय सिंह
– एक्सटार्शन में ली गई रकम में किन-किन अधिकारियों का हिस्सा है, इसकी जांच की जानी चाहिए- संजय सिंह
– ईडी ने पिछले 9 सालों में तीन हजार छापेमारी की और मात्र 23 लोगों पर आरोप सिद्ध कर पाई है- संजय सिंह
– जो लोग मोदी वाशिंग पाउडर में धुल जाते हैं, उन पर कोई कार्रवाई नहीं होती है- संजय सिंह
– सुप्रीम कोर्ट इसका संज्ञान ले, इस एक्सटार्शन डिपार्टमेंट ईडी की कोई जरूरत नहीं है, इसे बंद किया जाए- संजय सिंह
नई दिल्ली, 29 अगस्त (The News Air) पीएम नरेंद्र मोदी जिस ईडी को भ्रष्टाचार खत्म करने का साधन कहते हैं, वो एक्सटार्शन डिपार्टमेंट बन गई है। ईडी का असिस्टेंट डायरेक्टर सात लोगों के साथ तथाकथित शराब घोटाला मामले में एक आरोपी को बचाने के लिए उसके पिता से पांच करोड़ रुपए की रिश्वत लेते पकड़ा गया है। इस मामले से जुड़े सीए के पास से 2.14 करोड़ कैश के साथ ही 1.90 करोड़ रुपए की ज्वैलरी भी बरामद हुई है। मंगलवार को ‘‘आप’’ के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने पार्टी मुख्यालय में प्रेसवार्ता कर ये बातें कहीं। उन्होंने कहा कि तथाकथित शराब घोटाला पूरी तरह से मनगढ़ंत हैं, फिर भी पिछले एक साल से इसकी जांच चल रही है। दरअसल, पीएम मोदी ने गैर भाजपा शासित राज्यों में विधायकों को तोड़ने और घोटाले में घोटाला करने के लिए ही ईडी डिपार्टमेंट बनाया है। उन्होंने मांग की कि इसमें किन-किन अधिकारियों का हिस्सा है, इसकी जांच की जाए। साथ ही उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से इस मामले का संज्ञान लेने और ईडी डिपार्टमेंट को बंद करने की अपील की है।
आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने कहा कि पिछले एक साल से ईडी और सीबीआई द्वारा तथाकथित शराब घोटाले की जांच की जा रही है। यह पूरी तरह से एक मनगढ़ंत घोटाला है। इसमें कोई घोटाला ही नहीं हुआ है, फिर भी जांच चल रही है। इस मामले में ईडी बार-बार अपना बयान भी बदल रही है। कभी 100 करोड़ रुपए का घोटाला बताती है तो कभी एक हजार करोड़ का बताती है। आम आदमी पार्टी ने कई बार ईडी के असल चेहरे को बेनकाब भी किया है। ईडी ने चंदन रेड्डी को मारपीट कर, उसके कान के पर्दे फाड़ कर उसका बयान लिया गया। एक व्यक्ति को ईडी ने धमकाया कि तुम्हारी बेटी कॉलेज कैसे जाएगी? ईडी ने सारे मोबाइल फोन अपने पास रखकर झूठ बोला कि मनीष सिसोदिया ने फोन तोड़ दिया। ईडी ने फर्जी तरह से मेरा नाम चार्जशीट में शामिल कर लिया और जब मैंने ईडी को नोटिस दिया तो बोली की गलती हो गई।
राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने कहा कि पीएम मोदी ईडी के हाथ में हाथ मिलाकर कहते हैं कि ईडी के जरिए हम भ्रष्टाचार खत्म करेंगे। पीएम मोदी की सबसे प्रिय संस्था ईडी अब एक्सटार्शन डिपार्टमेंट बन गई है। अब ईडी, ईडी नहीं रही। अब ईडी धन उगाही का डिपार्टमेंट बन गई है। अब यह बात खुद ईडी ही कह रही है। ईडी का असिस्टेंट डायरेक्टर सात लोगों के साथ पांच करोड़ रुपए की रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया। यह रिश्वत तथाकथित दिल्ली शराब घोटाला मामले में आरोपी अमन ढल को बचाने के नाम पर उसके पिता से ली गई है। पिछले एक साल से ईडी यही कर रही है। तथाकथित घोटाले की जांच के नाम पर मनीष सिसोदिया समेत अन्य को गिरफ्तार कर जेल में डाला जाता है और हर दिन झूठ खबरें फैलाई जाती है। मोदी सरकार के आने के बाद ईडी ने यह सिलसिला पूरे देश में चला रखा है। पिछले 9 वर्षों में ईडी ने 3 हजार छापेमारी की है और मात्र 23 लोगों पर ही आरोप सिद्ध कर पाई है। यानि 0.50 फीसद कन्वीक्शन रेट है।
राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने कहा कि मोदी जी ने महाराष्ट्र, कर्नाटक, मध्यप्रदेश, गोवा, उत्तराखंड, अरुणाचल प्रदेश, दिल्ली, पंजाब समेत पूरे देश में विधायकों को तोड़ने के लिए एक्सटार्शन डिपार्टमेंट ईडी बना रखा है। मोदी जी ने ईडी को पूरे देश में गुंडागर्दी का लाइसेंस दे रखा है। सर्वोच्च न्यायलय से अनुरोध है कि ईडी डिपार्टमेंट को बंद किया जाए। इसकी कोई आवश्यकता नहीं है। यह सिर्फ भाजपा के गुंडागर्दी का विंग है। भाजपा का ईडी एक्सटार्शन डिपोर्टमेंट है। ईडी घोटाले की जांच में घोटाला कर रही है। ईडी के अधिकारी ऐसा इसलिए कर रहे हैं, क्योंकि वो देख रहे हैं कि मोदी जी उसके जरिए महाराष्ट्र में विधायक पकड़वाते हैं। फिर उन विधायकों को धमकवाते हैं और केस करवाते हैं। फिर विधायकों को 50 खोखा दे देते हैं। विधायक 50 खोखा लेकर सरकार के साथ शामिल हो जाते हैं और ईडी के अधिकारियों को कुछ नहीं मिलता है। इस तरह भारतीय खोखा पार्टी ने खोखा अधिकारी तैयार किया है। इसी के चलते ईडी के असिस्टेंट डायरेक्टर ने तथाकथित दिल्ली शराब घोटाले के मामले में एक आरोपी को बचाने के नाम पर पांच खोखा लिया। ईडी द्वारा वसूली गई एक्सटार्शन की रकम में से कुछ हिस्सा भाजपा के पास भी पहुंचता है। इसमें ईडी के किन-किन अधिकारियों का हिस्सा है। इसकी भी जांच की जानी चाहिए। ईडी डिपार्टमेंट को तत्काल बंद किया जाना चाहिए। देश में यह खतरनाक डिपार्टमेंट पैदा हो गया है। जिसको गुंडागर्दी और एक्सटार्शन करने का सरकारी लाइसेंस मिला है।
राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने ईडी के काम करने का तरीका बताते हुए कहा कि ईडी वाले किसी को पकड़कर जेल में डालेंगे, वहां मारपीट करेंगे, कान का पर्दा फाड़ेंगे, किसी भी नेता के खिलाफ फर्जी बयान लेंगे और उसको मीडिया में लीक करेंगे। इसके बाद उस नेता को पकड़कर जेल में डालेंगे। पिछले एक साल से ईडी का यही सिलसिला चल रहा है। हर जगह ईडी से पूछा जा रहा है कि कहां पैसा पकड़ा गया, लेकिन ईडी कुछ नहीं बता पा रही है। मनीष सिसोदिया के गांव में छापेमारी की, बैंक लॉकर चेक किया, घर पर छापेमारी की, लेकिन कहीं कुछ नहीं निकला। फिर भी आरोप लगाए जा रहे हैं। ईडी वाले किसी को पकड़कर जेल में डालते हैं। फिर उनसे कहते हैं कि इस आदमी के खिलाफ बयान देना है, फिर तुम्हारी जमानत करा देंगे। इसके बाद उससे पैसा लेकर उसकी जमानत कराकर बाहर लाते हैं और उससे मनमर्जी बयान लिखवाते हैं।
राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने कहा कि तथाकथित शराब घोटाले की जांच को कूड़ेदान में डाल देना चाहिए। धन उगाही का काम कर रहे ईडी के सभी अधिकारियों को पकड़कर जेल में डालना चाहिए। यह बहुत ही शर्म की बात है कि मोदी जी ने ऐसी संस्था बना दी है, जो पूरे देश में विधायकों को तोड़ने-खरीदने, उगाही करने, भ्रष्टाचार करने का काम कर रही है। सर्वोच्च न्यायलय इस घटना का संज्ञान ले। जो भ्रष्टाचारी मोदी वाशिंग पाउडर से धुल गया, उस पर कार्रवाई नहीं होगी। हिमंता विश्व शरमा, सुभेंदु अधिकारी, मुकुल राय, अजीत पवार, छगन भुजबल, हसन मुसरिफ, येदुरप्पा, रेड्डी ब्रदर्स पर कार्रवाई नहीं होगी। पूरे देश को दिख रहा है कि ईडी सिर्फ गुंडादर्गी और धन उगाही करने के लिए ही बनी है। क्या धन उगाही करने के लिए लोगों के टैक्स के पैसे से इनको तनख्वाह दी जाती है।