नई दिल्ली, 03 जनवरी (The News Air): केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने वाईएसआर कडप्पा जिले में तीन दिवसीय यात्रा के दौरान मोदी सरकार के “आकांक्षी जिला कार्यक्रम” (Aspirational District Program) की समीक्षा की। उन्होंने निर्वाचित प्रतिनिधियों के साथ संवाद करते हुए इस योजना को भारत के हर जिले और क्षेत्र के समान विकास का आधार बताया।
आकांक्षी जिला कार्यक्रम का उद्देश्य: डॉ. सिंह ने कहा कि यह कार्यक्रम स्वास्थ्य, शिक्षा, बुनियादी ढांचा, कृषि, वित्तीय समावेशन और कौशल विकास जैसे प्रमुख क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करता है। उन्होंने प्रतिनिधियों से आग्रह किया कि वे केंद्रीय योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए नागरिकों को जागरूक और शामिल करें।
स्वास्थ्य और कल्याण: डॉ. सिंह ने आयुष्मान भारत योजना की सफलता पर जोर दिया, जो विशेष रूप से 70 वर्ष से अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिकों को स्वास्थ्य बीमा प्रदान करती है। उन्होंने यह सुनिश्चित करने के लिए जनगणना सूचियों को अद्यतन करने की आवश्यकता पर बल दिया ताकि कोई भी पात्र व्यक्ति इस योजना से वंचित न रहे।
सौर ऊर्जा और स्थिरता: प्रधानमंत्री सूर्याघर योजना का उल्लेख करते हुए, उन्होंने बताया कि सौर ऊर्जा समाधानों का विस्तार ग्रामीण परिवारों को आर्थिक रूप से सशक्त बना सकता है, ऊर्जा लागत कम कर सकता है और पर्यावरणीय स्थिरता को बढ़ावा दे सकता है।
कृषि और कारीगरों का सशक्तिकरण: डॉ. सिंह ने कहा कि पीएम-किसान सम्मान निधि ने छोटे और सीमांत किसानों को वित्तीय स्थिरता प्रदान की है। साथ ही, प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना ने पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों को आधुनिक उपकरण, कौशल प्रशिक्षण और वित्तीय सहायता देकर सशक्त बनाया है।
समान विकास की प्रतिबद्धता: डॉ. सिंह ने आकांक्षी जिलों के विकास को समाज के सबसे कमजोर वर्गों तक पहुंचाने में मददगार बताया। उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का शासन का उद्देश्य हर व्यक्ति की संतुष्टि है। यह कार्यक्रम हर जिले को समान विकास और प्रगति का साधन बना रहा है।”
स्थानीय चुनौतियों और समाधान: डॉ. सिंह ने निर्वाचित प्रतिनिधियों से क्षेत्रीय समस्याओं और आवश्यकताओं पर चर्चा की। उन्होंने सभी अनुरोधों को संबंधित मंत्रालयों तक पहुंचाने और शीघ्र समाधान का आश्वासन दिया।
डॉ. सिंह की इस यात्रा ने आकांक्षी जिलों की प्रगति और उनके समक्ष चुनौतियों को समझने का मार्ग प्रशस्त किया। उन्होंने कहा, “आकांक्षी जिला कार्यक्रम न केवल भारत के सबसे कमजोर क्षेत्रों को सशक्त करने का प्रयास है, बल्कि यह समान अवसर और समावेशी विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।”