चंडीगढ़, 16 दिसंबर (The News Air) आम आदमी पार्टी (आप) के संगरूर से सांसद गुरमीत सिंह मीत हेयर ने सोमवार को लोकसभा में पंजाब को ‘खेलो इंडिया’ स्कीम के तहत मिलने वाले स्पोर्ट्स फंड का मुद्दा उठाया और केंद्र सरकार पर पंजाब के खिलाड़ियों के साथ भेदभाव करने का आरोप लगाया।
मीत हेयर ने कहा कि देश के कुल मेडल में सबसे ज्यादा 20 प्रतिशत योगदान पंजाब के खिलाड़ियों का है। हर खेल में और हर साल ओलंपिक से लेकर सभी अंतराष्ट्रीय खेलों में पंजाब के खिलाड़ी देश के लिए मेडल जीतकर लाते हैं, लेकिन बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि पंजाब को अन्य राज्यों के मुकाबले स्पोर्ट्स फंड बेहद कम दिया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि खेल के मामले में पंजाब का बहुत गौरवमई इतिहास रहा है। पंजाब ने देश को करीब हर अंतरराष्ट्रीय खेल में बड़े-बड़े खिलाड़ी दिए, जिनके रिकॉर्ड आज तक नहीं टूट पाए। लेकिन बहुत दुख की बात है कि भारत सरकार ‘खेलो इंडिया’ स्कीम के तहत राज्यों को जो फंड जारी करती है उसमें पंजाब का पहले 10 नंबर तक भी नहीं दिखता।
उन्होंने कहा कि पिछले ओलंपिक में भी 20 खिलाड़ी पंजाब के गए थे। वहीं हॉकी टीम के तो 10 खिलाड़ी पंजाब से ही थे और वे हॉकी में भारत के लिए मेडल लेकर आए। इसी तरह एशियाई खेलों में कुछ 661 खिलाड़ियों ने भाग लिया जिसमें 58 खिलाड़ी पंजाब के थे। उसमें से 20 मेडल लेकर आए जो टोटल मेडलों का 20 प्रतिशत बनता है।
मीत हेयर ने कहा कि यह बहुत बड़ी बात है कि पंजाब की आबादी देश की कुल आबादी का मात्र 2 प्रतिशत है, लेकिन मेडल 20 प्रतिशत है। उन्होंने कहा कि हमें कोई दिक्कत नहीं है कि केन्द्र सरकार बिना मेडल वाले राज्यों उत्तर प्रदेश और गुजरात को 400 करोड़ दे रही है। हमारी मांग ये है कि पंजाब को ‘खेलो इंडिया’ स्कीम के तहत प्रदर्शन के अनुसार फंड दिया जाए ताकि हमारे खिलाड़ी बेहतर प्रदर्शन कर सकें और देश के लिए और ज्यादा मेडल ला सकें। मीत हेयर ने फंड आवंटन के लिए केन्द्र सरकार से निष्पक्ष तरीका अपनाने की भी मांग की।