लाखों बच्चों को बेहतर भविष्य देने के जुर्म में मनीष सिसोदिया एक साल से काट रहे जेल- आप

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– दो साल से चल रही तथाकथित शराब घोटाले की जांच में हजारों रेड के बावजूद आज तक एक रुपए की बरामदगी नहीं हुई- आतिशी

– आतंकवाद रोकने के लिए बने पीएमएलए कानून का प्रयोग विपक्ष के नेताओं पर हो रहा है, इसलिए मनीष सिसोदिया को बेल नहीं मिल रही- आतिशी

– कोर्ट ने जल्द ट्रायल पूरा करने का निर्देश दिया था, लेकिन एक साल बाद भी अभी तक ट्रायल नहीं शुरू हुआ- सौरभ भारद्वाज

– भाजपा, आम आदमी पार्टी के कितने भी नेताओं को जेल में डाल दे, हम देश के संविधान को बचाने की लड़ाई जारी रखेंगे- आतिशी

– विपक्ष भी मनीष सिसोदिया के काम की तारीफ करता है, ऐसे व्यक्ति को जेल में डालकर भाजपा ने राजनीति की नैतिकता को नीचले स्तर पर ला दिया है- सौरभ भारद्वाज

नई दिल्ली, 26 फरवरी (The News Air) दिल्ली में शिक्षा क्रांति लाकर देश और दुनिया में अपनी अलग पहचान बनाने वाले पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया को जेल में रहते एक साल पूरे हो गए। इस संबंध में आम आदमी पार्टी का कहना है कि भाजपा शासित केंद्र सरकार बिना किसी जुर्म के मनीष सिसोदिया को जेल में रखा है। उनका जुर्म सिर्फ इतना है कि उन्होंने दिल्ली के सरकारी स्कूलों को शानदार बनाकर लाखों बच्चों को बेहतर भविष्य देने का काम किया। ‘‘आप’’ की वरिष्ठ नेता आतिशी ने कहा कि तथाकथित शराब घोटाले की जांच दो साल से चल रही है। अब तक हजारों जगहों पर रेड की जा चुकी है, लेकिन आज तक एक रुपए की भी बरामदगी नहीं हुई है। पीएमएलए कानून आतंकवाद और ड्रग्स ट्रैफिकिंग रोकने के लिए बनाया गया था, लेकिन भाजपा शासित केंद्र सरकार विपक्ष के नेताओं पर इसका प्रयोग कर रही है। इसीलिए मनीष सिसोदिया को जमानत नहीं मिल पा रही है। वहीं, वरिष्ठ नेता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि कोर्ट ने जल्द ट्रायल पूरा करने का निर्देश दिया था, लेकिन एक साल बाद भी अभी तक ट्रायल नहीं शुरू हुआ।

आम आदमी पार्टी की वरिष्ठ नेता एवं कैबिनेट मंत्री आतिशी और सौरभ भारद्वाज ने एक साल से जेल में बंद पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को लेकर प्रेसवार्ता कर भाजपा हमला बोला। आतिशी ने कहा कि आज से ठीक एक साल पहले दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री और ‘‘आप’’ के वरिष्ठ नेता मनीष सिसोदिया को गिरफ़्तार किया गया था। उन्हें पहले सीबीआई ने गिरफ़्तार किया, फिर कुछ ही दिनों बाद ईडी ने गिरफ़्तार किया और आज वो पूरे एक साल से जेल में हैं। एक ऐसा व्यक्ति, एक ऐसा नेता, एक ऐसा मंत्री जिसके काम को देश का बच्चा बच्चा जानता है। एक ऐसा व्यक्ति, जिसने दिल्ली के लाखों बच्चों को एक बेहतर भविष्य देने के लिए दिन-रात मेहनत की, वो एक साल से जेल में है। उन्होंने कहा कि आज दिल्ली के लाखों बच्चों के पास एक बेहतर ज़िंदगी का अवसर है, क्योंकि मनीष सिसोदिया 8 साल तक दिल्ली के शिक्षा मंत्री थे। दिल्ली में अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया ने शिक्षा के क्षेत्र में जो काम किया, उसकी वजह से भाजपा शासित केंद्र सरकार ने अपनी सारी एजेंसियां केजरीवाल सरकार और आम आदमी पार्टी पर छोड़ दी।

आतिशी ने कहा कि इस तथाकथित शराब घोटाले की जांच दो साल से हो रही है। दो साल से ईडी और सीबीआई के 500 अफ़सर इस मामले की जांच कर रहे हैं। दिल्ली के हर हिस्सों में हज़ारों रेड हो गई। इस दौरान मनीष सिसोदिया के घर, गांव, ऑफिस और लॉकर खंगाले लिए गए। साथ ही आम आदमी पार्टी के नेताओं के घर रेड कर ली गई, लेकिन दो साल के बाद भी इस तथाकथित घोटाले में एक रुपए की बरामदगी नहीं हुई है।

उन्होंने कहा कि मनीष सिसोदिया को बेल नहीं मिल रही तो उसका सिर्फ़ और सिर्फ़ एक ही कारण पीएमएलए है। यह देश का एकमात्र ऐसा क़ानून है, जिसमें बेल मिलना लगभग असंभव है। इस क़ानून को आतंकवाद और ड्रग ट्रैफ़िकिंग रोकने के लिए बनाया गया था। लेकिन आज पूरा देश जानता है कि, ईडी के माध्यम से पीएमएलए का प्रयोग आतंकवाद या ड्रग ट्रैफ़िकिंग रोकने के बजाय विपक्ष की पार्टियों पर हमला करने के लिए हो रहा है। आज ईडी और पीएमएलए का प्रयोग विपक्ष के नेताओं पर केस करने के लिए हो रहा है। विपक्ष के नेताओं को एक-एक करके जेल में डालने और बेल न देने के लिए हो रहा है। इसलिए सवाल उठ रहा है कि अगर भाजपा कहती है कि विपक्ष के नेताओं ने भ्रष्टाचार किया है, तो उनपर सिर्फ़ मनी लांड्रिंग का केस क्यों लगता है? प्रिवेंशन ऑफ़ करप्शन या सीआरपीसी में केस क्यों नहीं किया जाता है? क्योंकि उन सभी क़ानूनों में जमानत बेल मिल जाती है। इसलिए आज विपक्ष और देश के लोकतंत्र पर हमला करने के लिए विपक्षी पार्टियों के नेताओं पर एक-एक कर ईडी द्वारा पीएमएलए के केस किए जा रहे है।

‘‘आप’’ की वरिष्ठ नेता आतिशी ने भाजपा से कहा कि आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया, सत्येंद्र जैन, संजय सिंह न जेल जाने से डरते हैं, न इनकी धमकियों से डरते है। ये लोग आम आदमी पार्टी के कितने भी नेताओं को जेल में डाल दें, लेकिन हम देश के संविधान को बचाने के लिए लड़ते आए हैं और लड़ते रहेंगे।

वहीं, ‘‘आप’’ के वरिष्ठ नेता एवं कैबिनेट मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि पिछले जब हम मनीष सिसोदिया को गिरफ्तार करने की बातें सुनते थे, तो लगता था कि भले ही भाजपा कह रही है, लेकिन ऐसा होना संभव नहीं है। उनकी गिरफ्तारी के बाद भी लगता था कि महीने दो महीने में उन्हें बेल मिल जाएगी और वो बाहर आ जाएंगे। इस तरह से कई महीने बीत गए। फिर लगा हाईकोर्ट नहीं तो सुप्रीम कोर्ट से बेल मिल जाएगी। सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई के दौरान बड़ी-बड़ी बातें कहीं, पर उसके बाद भी बेल नहीं दी। कोर्ट ने कहा कि सीबीआई और ईडी को अपना ट्रायल जल्दी पूरा करे। अगर फिर भी बेल नहीं मिलती है तो हमारे पास आ जाएं, लेकिन एक साल गुजर गया, अभी तक ट्रायल शुरू ही नहीं हुआ है।

वरिष्ठ नेता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि दुनिया में इतना बड़ा दुर्भाग्य किसी और देश का नहीं है कि अगर आप देश के किसी नागरिक से उसके शिक्षा मंत्री के बारे में पूछे तो कोई नहीं जानता। लेकिन वहीं बिहार के एक दूर दराज गांव का बच्चा भी दिल्ली के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया के बारे में जानता है, क्योंकि उन्होंने दिल्ली की शिक्षा को दुनिया के पटल तक पहुंचाया है। वो शिक्षा के महत्व को राजनीति के अंदर लेकर आए, पार्टियों के मेनिफेस्टो के अंदर लेकर आए। मनीष सिसोदिया का शिक्षा में ये योगदान शताब्दियों तक याद रखा जाएगा। ये बड़े दुर्भाग्य की बात है कि उनकी इतने बड़े योगदान का केंद्र सरकार ने ये सिला दिला है कि आज वो एक साल से जेल में बंद हैं। वो कोई साधारण जेल में नहीं हैं, उनके ऊपर कई बंदिशें हैं और उन्हें कई तरीके से परेशान करने की कोशिश की जाती है। जब मनीष सिसोदिया पहली बार दिल्ली के शिक्षा मंत्री बने तो, जो बच्चे आज से दस साल पहले पहली या दूसरी क्लास में थे वो आज 11वीं या 12वीं में होंगे। आज वो बच्चे कह सकते हैं कि उन्होंने अपने पूरे स्कूल लाइफ में मनीष सिसोदिया का काम हर रोज देखा है। आज वो बच्चे जवान होकर वोट डालने के काबिल बनेंगे। वो इस काबिल बनेंगे कि वो अपनी बात इस समाज और परिवार में रख सकें।

वरिष्ठ नेता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि जिस तरह से विपक्षी पार्टियों को दबाने की हर कोशिश हो रही है, जनता इस अन्याय को देख रही है। बीजेपी के कई विधायक आकर मुझसे कहते हैं कि तुम्हारा उप मुख्यमंत्री तो अच्छा आदमी था, बेचारे को जेल हो गई। जबकि बीजेपी वालों ने ही उन्हें जेल में डलवाया है। एक ऐसे मंत्री जिनके पीछे विपक्ष के नेता भी कहते थे कि वो अच्छे आदमी हैं और अच्छा काम कर रहे थे। ऐसे आदमी को भी जेल में डालकर, बीजेपी ने राजनीति की नैतिकता को बिल्कुल निचले स्तर पर लाकर खड़ा कर दिया है। उन्होंने राजनीति के अंदर जो ये श्रंखला शुरू की है, उससे देश की राजनीति को जो आघात लगा है वो लोगों को दशकों तक परेशान करेगा। लोग याद करेंगे कि एक ऐसी भी सरकार थी जिसने अपने राजनीतिक विरोधियों के साथ इस तरह कृत्य किए। जिसके बाद देश की राजनीति में दुश्मनी, क्रूरता और बदले लेने वाली राजनीति की शुरुआत हुई। स्कूल की किताबों में इसपर एक अध्याय होगा जिसमें पढ़ाया जाएगा कि 2014 में बीजेपी के एक प्रधानमंत्री बनें, जिन्होंने हर तरह की मर्यादा को समाप्त करके एक दूसरे से बदला लेने वाली और एक दूसरे को खत्म करने वाली राजनीति की शुरुआत की और उन्होंने देश को गर्त तक पहुंचाया।

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