नई दिल्ली/मुंबई. NCP सुप्रीमों शरद पवार (Sharad Pawar) के बीते मंगलवार को PM मोदी (PM Modi) के साथ मंच पर जाने को लेकर अब महाराष्ट्र में सियासत तेज हो गई है। दरअसल महा विकास आघाडी के लाख विरोध के बावजूद भी शरद पवार द्वारा PM मोदी के कार्यक्रम में शिरकत करने के फैसले को नहीं बदले जाने के दूसरे ही दिन यानी आज बुधवार को महा विकास आघाडी (MVA) के विधायकों की अहम बैठक होने जा रही है।
दरअसल चार दिन के ब्रेक के बाद मंगलवार से ही राज्य विधान मंडल का मानसून सत्र भी वापस शुरू हुआ है। इसी बीच कांग्रेस ने विधानसभा में नेता विपक्ष पद के लिए अपने विधायक विजय वडेट्टीवार का नाम फाइनल कर दिया है और इस बारे में विधानसभा अध्यक्ष को अधिकृत रूप से पत्र भी सौंप दिया है।
चाचा-भतीजा अब भी साथ
इधर इन सबके बीच भतीजे अजित पवार की बगावत के बावजूद NCP और शरद पवार ने अब तक उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है। दूसरी तरफ PM नरेंद्र मोदी के सम्मान समारोह में नहीं जाने की शिवसेना और कांग्रेस की कई अपीलों के बावजूद शरद पवार के मोदी के सम्मान समारोह में शामिल होने की वजह से पवार के रुख को लेकर मित्र दलों में कई तरह की अनेकों आशंकाएं पनप रही हैं।
पवार पर संशय
सूत्रों की मानें तो, कांग्रेस अब सह्रद पवार की भुमिक्स से संशय में है। दरअसल इससे पहले पवार साहब ने वीर सावरकर मामले में राहुल गांधी को खामोश किया था। तो वहीं अडाणी मामले में जांच के मुद्दे को भी टाल दिया था। वहीं अब जब उनकी पार्टी बिखर गई है, उस पर भी पवार की भूमिका पूरी तरह से साफ नहीं है. इससे ऐसा लग रहा है कि अब सिर्फ कांग्रेस और उद्धव सेना की नजर में ही नहीं बल्कि ‘INDIA’ के साथ आए घटक दलों को भी शरद पवार की भूमिका संदिग्ध लग रही है।
वहीं आज यानी बुधवार की शाम 7:30 बजे MVA के विधायकों की संयुक्त बैठक चर्चगेट स्थित MCA लांज में होगी। इस बैठक में शिवसेना UBT प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले और NCP प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटील पहले बंद कमरे में चर्चा करेंगे और उसके बाद विधायकों से भी बात करेंगे।