Lok Sabha Elections 2024 : आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर केंद्र की सत्ताधारी पार्टी बीजेपी अपने कुनबे को बढ़ाने में लगी हुई है. आंध्र प्रदेश में चंद्रबाबू नायडू की अगुवाई वाली तेलगु देशम पार्टी (TDP) और बीजेपी के बीच गठबंधन की डील पक्की हो गई है. बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने ज्वाइंट स्टेटमेंट में कहा गया है कि भाजपा, टीडीपी और जनसेना लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ लड़ेंगे.
गुरुवार को दिल्ली में चंद्रबाबू नायडू की केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ अहम बैठक हुई थी. इस बैठक में दोनों पार्टियों के नेताओं के बीच में गठबंधन को लेकर बातचीत हुई. अब सीट बंटवारे को अंतिम रूप दिया जा रहा है. बीजेपी अध्यक्ष ने कहा है कि कौन कितने और किन किन सीटों पर चुनाव लड़ेगा इसको लेकर घोषणा अगले 2 दिन के अंदर कर दी जाएगी.
सूत्रों के मुताबिक, टीडीपी आंध्र प्रदेश की 17 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी और विधानसभा चुनाव में उसके पास 145 सीटें रहेंगी. आंध्र प्रदेश की विशाखापत्तनम और विजयवाड़ा की लोकसभा सीट टीडीपी के खाते में ही रहने की संभावना है. वहीं, अराकू, राजमुंदरी, नरसापुरम, तिरुपति, हिंदूपुर, राजमपेट लोकसभा सीटों पर बीजेपी अपने उम्मीदवार खड़े कर सकती है. अनकापल्ली, काकीनाडा, मछलीपट्टनम में दो सीटें पवन कल्याण की जनसेना पार्टी के हिस्से में जा सकती हैं.
बीजेपी ने रखा है 400 पार का लक्ष्य
लोकसभा चुनाव 2024 के लिए बीजेपी 400 पार का लक्ष्य लेकर चल रही है. खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बीजेपी के लिए 370 सीट और एनडीए के लिए 400 पार सीट हासिल करने की बात कह चुके हैं. ऐसे में तमिलनाडु में टीडीपी और बीजेपी का साथ आना काफी अहम हो सकता है. आंध्र प्रदेश में लोकसभा चुनाव के साथ-साथ विधानसभा चुनाव भी होने हैं. ऐसे में दोनों चुनाव के लिए बात एक साथ चल रही थी.
पहले केवल 8 सीट देने पर राजी थी टीडीपी
इससे पहले सियासी गलियारें में चर्चा थी कि टीडीपी लोकसभा चुनाव के लिए 39 सीटों में से जनसेना और बीजेपी को 8 सीट देने के लिए राजी है. इनमें 5 या 6 सीट पर बीजेपी और 2 या 3 सीट पर जनसेना चुनाव लड़ सकती है. वहीं, विधानसभा की 234 सीट में से टीडीपी बीजेपी और जनसेना को मिलाकर कुल 30 सीट देना चाहती है.
2019 में गठबंधन से अलग हो गई थी टीडीपी
बता दें कि टीडीपी और बीजेपी पहले भी गठबंधन में रह चुके हैं. बीजेपी ने 2014 का लोकसभा चुनाव टीडीपी के साथ लड़ा था, लेकिन 2018 में आंध्र प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू केंद्र सरकार से वित्तीय सहायता को लेकर उठे मतभेद के बाद 2019 में गठबंधन से अलग हो गए थे. हालांकि, करीब 6 साल बाद एक दोनों एक बार फिर से एकसाथ आ गए हैं.