• About
  • Privacy & Policy
  • Contact
  • Disclaimer & DMCA Policy
🔆 मंगलवार, 30 दिसम्बर 2025 🌙✨
The News Air
No Result
View All Result
  • होम
  • राष्ट्रीय
  • पंजाब
  • राज्य
    • हरियाणा
    • चंडीगढ़
    • हिमाचल प्रदेश
    • नई दिल्ली
    • उत्तर प्रदेश
    • उत्तराखंड
    • पश्चिम बंगाल
    • बिहार
    • मध्य प्रदेश
    • महाराष्ट्र
    • राजस्थान
  • अंतरराष्ट्रीय
  • सियासत
  • नौकरी
  • LIVE
  • बिज़नेस
  • काम की बातें
  • वेब स्टोरी
  • स्पेशल स्टोरी
  • टेक्नोलॉजी
  • खेल
  • लाइफस्टाइल
    • हेल्थ
    • धर्म
    • मनोरंजन
  • होम
  • राष्ट्रीय
  • पंजाब
  • राज्य
    • हरियाणा
    • चंडीगढ़
    • हिमाचल प्रदेश
    • नई दिल्ली
    • उत्तर प्रदेश
    • उत्तराखंड
    • पश्चिम बंगाल
    • बिहार
    • मध्य प्रदेश
    • महाराष्ट्र
    • राजस्थान
  • अंतरराष्ट्रीय
  • सियासत
  • नौकरी
  • LIVE
  • बिज़नेस
  • काम की बातें
  • वेब स्टोरी
  • स्पेशल स्टोरी
  • टेक्नोलॉजी
  • खेल
  • लाइफस्टाइल
    • हेल्थ
    • धर्म
    • मनोरंजन
No Result
View All Result
The News Air
No Result
View All Result
Home NEWS-TICKER

Kesgarh Sahib Ceremony: जत्थेदार गड़गज की दोबारा दस्तारबंदी, 8 महीने पुराना विवाद खत्म!

केसगढ़ साहिब में फिर हुई जत्थेदार गड़गज की ताजपोशी, पंथक एकता की नई शुरुआत

The News Air Team by The News Air Team
शनिवार, 25 अक्टूबर 2025
A A
0
Special felicitation ceremony ; jathedar kuldeep singh controversy gadgaj nihang
104
SHARES
692
VIEWS
ShareShareShareShareShare
Google News
WhatsApp
Telegram

Kesgarh Sahib Jathedar Ceremony को लेकर महीनों से चल रहा विवाद आखिरकार खत्म हो गया है। शनिवार को श्री केसगढ़ साहिब में ज्ञानी कुलदीप सिंह गड़गज (Giani Kuldeep Singh Gadgaj) का पंथक रीति-रिवाजों के अनुसार दोबारा सम्मान समारोह (Dastarbandi Ceremony) आयोजित किया गया। इस मौके पर पूर्व जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह (Giani Raghbir Singh) और निहंग जत्थेबंदियों (Nihang Jathebands) ने मिलकर उन्हें पगड़ी पहनाकर सम्मानित किया। इस ऐतिहासिक मौके पर सिख संगठनों की आठ महीने की नाराज़गी समाप्त हो गई।


पंथक रीति-रिवाजों से हुआ विवाद का अंत

ज्ञानी कुलदीप सिंह गड़गज को श्री अकाल तख्त साहिब (Akal Takht Sahib) का कार्यकारी और श्री केसगढ़ साहिब (Sri Kesgarh Sahib) का जत्थेदार नियुक्त किए जाने के बाद मार्च 2025 से ही विवाद चल रहा था।

सिख संगठनों का आरोप था कि उनकी पहली दस्तारबंदी SGPC ने गुरु पंथ और संगत की मौजूदगी के बिना कर दी थी, जो पंथक मर्यादा के खिलाफ है। शनिवार को पारंपरिक रीति से हुई यह दूसरी ताजपोशी उस विवाद का अंत साबित हुई।

यह भी पढे़ं 👇

Opposition Deal

Opposition Deal: अडानी से हाथ मिलाने से साफ़ इनकार! किस नेता ने दिखाई हिम्मत?

सोमवार, 29 दिसम्बर 2025
Daily Horoscope 30 December 2025

New Year से पहले Luck Alert! 30 दिसंबर को 5 राशियों की चमकेगी किस्मत

सोमवार, 29 दिसम्बर 2025
Bank Closed January 2026

नए साल में बैंक बंद या चालू? 1 जनवरी से पहले देख लें यह लिस्ट, Bank Closed January 2026

सोमवार, 29 दिसम्बर 2025
Defense Acquisition Council

सेना होगी ‘हाईटेक’, 79,000 करोड़ के हथियारों को मंजूरी, Defense Acquisition Council का फैसला

सोमवार, 29 दिसम्बर 2025

इस दौरान गड़गज ने कहा कि सिख समाज को एकता और अनुशासन के साथ अकाल तख्त की छत्रछाया में रहकर आगे बढ़ना चाहिए। उन्होंने पंजाब में धर्म परिवर्तन (religious conversions) के बढ़ते मामलों पर चिंता जताई और समाज को सजग रहने की सलाह दी।


सियासी दबाव और बदलते समीकरण

सूत्रों के अनुसार, SGPC प्रधान हरजिंदर सिंह धामी और पूर्व जत्थेदार ज्ञानी रघुबीर सिंह ने राजनीतिक दबाव के चलते गड़गज की नियुक्ति को स्वीकार किया।

जानकारी के मुताबिक, शिरोमणि अकाली दल (SAD) के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने 10 मार्च की रात गुपचुप तरीके से गड़गज को जत्थेदार नियुक्त किया था ताकि पंथ में कमजोर होती अपनी पकड़ दोबारा मजबूत कर सकें।

बाद में जब कई जत्थेबंदियों ने विरोध किया, तो उन्होंने स्वयं हस्तक्षेप कर पंथक नेताओं से मुलाकात की और गड़गज को स्वीकारने की अपील की। इसके बाद यह दूसरा सम्मान समारोह आयोजित किया गया।


पंथ में राजनीति का बढ़ता प्रभाव

विशेषज्ञों का मानना है कि ज्ञानी हरप्रीत सिंह के “शिरोमणि अकाली दल पुनर-सुरजीत” में शामिल होने के बाद से ही पंथक हलकों में अकाली दल बादल के प्रति असंतोष बढ़ गया है।

अब सुखबीर बादल सिख जत्थेबंदियों को फिर से अपने साथ जोड़ने की कोशिश कर रहे हैं ताकि आने वाले SGPC सत्रों (sessions) में उनका प्रभाव बरकरार रह सके।

इतिहास में यह पहला मौका है जब किसी जत्थेदार की दो बार ताजपोशी (Double Dastarbandi) हुई है, जिसे कई पंथक नेता सिख परंपराओं के लिए असामान्य स्थिति मान रहे हैं।


सिख समुदाय में जत्थेदार की नियुक्ति (Appointment of Jathedar) हमेशा धार्मिक परंपराओं और संगत की सहमति से होती है।
हाल के वर्षों में SGPC के निर्णयों पर राजनीति का असर बढ़ता दिख रहा है। अकाल तख्त साहिब (Akal Takht Sahib) और अन्य तख्तों पर नियुक्तियां कई बार विवाद का कारण बनी हैं।

विशेषज्ञों का कहना है कि अगर यह प्रवृत्ति जारी रही, तो SGPC की धार्मिक साख (religious credibility) को नुकसान पहुंच सकता है।


मुख्य बातें (Key Points):
  • श्री केसगढ़ साहिब में ज्ञानी कुलदीप सिंह गड़गज की दोबारा दस्तारबंदी हुई।

  • आठ महीने से चल रहा विवाद पंथक रीति-रिवाजों से हुआ खत्म।

  • निहंग जत्थेबंदियों और संगठनों ने जत्थेदार को स्वीकार किया।

  • पंथ में राजनीति के बढ़ते दखल पर विशेषज्ञों ने जताई चिंता।

Related Posts

Opposition Deal

Opposition Deal: अडानी से हाथ मिलाने से साफ़ इनकार! किस नेता ने दिखाई हिम्मत?

सोमवार, 29 दिसम्बर 2025
Daily Horoscope 30 December 2025

New Year से पहले Luck Alert! 30 दिसंबर को 5 राशियों की चमकेगी किस्मत

सोमवार, 29 दिसम्बर 2025
Bank Closed January 2026

नए साल में बैंक बंद या चालू? 1 जनवरी से पहले देख लें यह लिस्ट, Bank Closed January 2026

सोमवार, 29 दिसम्बर 2025
Defense Acquisition Council

सेना होगी ‘हाईटेक’, 79,000 करोड़ के हथियारों को मंजूरी, Defense Acquisition Council का फैसला

सोमवार, 29 दिसम्बर 2025
Christmas Celebration

Christmas Celebration: गुरदासपुर में Harpal Cheema और Aman Arora की बड़ी मौजूदगी, राज्य-स्तरीय समारोह

सोमवार, 29 दिसम्बर 2025
Mann Ki Baat 129th Episode

PM मोदी का अलर्ट: एंटीबायोटिक बन रही खतरा, कच्छ से कश्मीर तक की चर्चा Mann Ki Baat 129th Episode

सोमवार, 29 दिसम्बर 2025
0 0 votes
Rating
Subscribe
Notify of
0 Comments
Inline Feedbacks
View all comments
The News Air

© 2025 THE NEWS AIR

GN Follow us on Google News

  • About
  • Privacy & Policy
  • Contact
  • Disclaimer & DMCA Policy

हमें फॉलो करें

No Result
View All Result
  • प्रमुख समाचार
    • राष्ट्रीय
    • अंतरराष्ट्रीय
    • सियासत
  • राज्य
    • पंजाब
    • चंडीगढ़
    • हरियाणा
    • हिमाचल प्रदेश
    • नई दिल्ली
    • महाराष्ट्र
    • पश्चिम बंगाल
    • उत्तर प्रदेश
    • बिहार
    • उत्तराखंड
    • मध्य प्रदेश
    • राजस्थान
  • काम की बातें
  • नौकरी
  • बिज़नेस
  • वेब स्टोरी
  • टेक्नोलॉजी
  • मनोरंजन
  • धर्म
  • हेल्थ
  • स्पेशल स्टोरी
  • लाइफस्टाइल
  • खेल

© 2025 THE NEWS AIR