Arvind Kejriwal Vipassana Retreat – दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) अपनी 10 दिन की विपश्यना (Vipassana) पूरी कर होशियारपुर (Hoshiarpur) के महिलांवाली गांव (Mahlianwali Village) स्थित धम्म-धज विपश्यना केंद्र (Dhamma Dhaja Vipassana Centre) से रवाना हो गए हैं। उनके साथ उनकी पत्नी सुनीता केजरीवाल (Sunita Kejriwal) भी थीं। ताजा जानकारी के अनुसार, वह अब अमृतसर (Amritsar) पहुंच चुके हैं, जहां वह पंजाब के विधायकों (Punjab MLAs) के साथ बैठक करेंगे।
विपक्ष ने सुरक्षा काफिले पर उठाए सवाल
केजरीवाल की विपश्यना यात्रा शुरू से ही विवादों में घिरी रही।
- जब 5 मार्च को वह होशियारपुर (Hoshiarpur) पहुंचे, तो उनके भारी सुरक्षा काफिले का वीडियो सामने आया।
- भाजपा (BJP) और कांग्रेस (Congress) के नेताओं ने इस पर सवाल खड़े किए।
- भाजपा नेता मनजिंदर सिंह सिरसा (Manjinder Singh Sirsa), प्रवेश वर्मा (Pravesh Verma) और कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित (Sandeep Dikshit), प्रताप सिंह बाजवा (Partap Singh Bajwa), प्रगट सिंह (Pragat Singh) समेत कई विपक्षी नेताओं ने इस मुद्दे पर प्रतिक्रिया दी।
सिरसा का आरोप – ‘पंजाब का सीएम बनने का सपना देख रहे हैं केजरीवाल’
भाजपा नेता मनजिंदर सिंह सिरसा (Manjinder Singh Sirsa) ने दावा किया कि केजरीवाल की यह यात्रा विपश्यना के लिए नहीं बल्कि पंजाब की राजनीति के लिए थी।
- सिरसा ने कहा, “केजरीवाल के काफिले में 50 से ज्यादा गाड़ियां थीं, जिनकी कीमत 2 करोड़ से ज्यादा थी। उनके साथ फायर ब्रिगेड, एंबुलेंस और 100 से ज्यादा कमांडो भी थे। यह सब पंजाब के टैक्स के पैसों से किया गया।”
- उन्होंने आगे कहा, “केजरीवाल का असली मकसद पंजाब का मुख्यमंत्री बनना है। लेकिन न ही उनकी विपश्यना पूरी होगी और न ही उनका यह सपना पूरा होगा।”
- सिरसा ने यह भी कहा कि “लुधियाना (Ludhiana) के लोग न तो संदीप अरोड़ा (Sandeep Arora) को जिताएंगे और न ही केजरीवाल को मुख्यमंत्री बनने देंगे।”
अमृतसर में विधायकों से करेंगे चर्चा
केजरीवाल के अमृतसर (Amritsar) पहुंचने के बाद अब सबकी निगाहें उनकी पंजाब के विधायकों के साथ होने वाली बैठक पर हैं।
- क्या वह आम आदमी पार्टी (AAP) के संगठन को मजबूत करने के लिए कोई नया प्लान बना रहे हैं?
- क्या यह बैठक 2024 लोकसभा चुनाव या पंजाब में आगामी राजनीतिक रणनीति से जुड़ी होगी?
क्या केजरीवाल की वापसी से पंजाब की राजनीति में बदलाव होगा?
अरविंद केजरीवाल की यह यात्रा केवल ध्यान और विपश्यना तक सीमित नहीं रही।
- विपक्ष के तीखे हमलों के बीच अब यह देखना दिलचस्प होगा कि उनकी अमृतसर बैठक से क्या नया राजनीतिक संकेत निकलता है।
- क्या वह पंजाब में आम आदमी पार्टी (AAP) की स्थिति को और मजबूत करने की कोशिश करेंगे?
- या फिर यह केवल एक व्यक्तिगत आध्यात्मिक यात्रा ही थी?
अरविंद केजरीवाल की विपश्यना यात्रा उनके लिए जितनी मानसिक शांति देने वाली रही होगी, उतनी ही राजनीतिक विवादों से भी घिरी रही। विपक्ष ने इस यात्रा को केवल एक राजनीतिक स्टंट बताया है और पंजाब के सीएम बनने की उनकी मंशा पर सवाल उठाए हैं। अब यह देखना होगा कि उनकी अमृतसर बैठक से क्या बड़ा राजनीतिक संदेश निकलता है।